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केंद्रीय राज्यमंत्री की ड्यूटी के दौरान हादसे में पति को खो चुकी पीड़ित महिला ने नेताओं और अधिकारियों के झूठे आश्वासनों से आहत होकर मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। पौने दो वर्ष पूर्व सड़क दुर्घटना में पति को खो चुकी पीड़िता दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। घटना के समय विधायक, मंत्री और अधिकारियों ने आर्थिक मदद का आश्वासन दिया था, जो अब तक कोरा साबित हुआ है।
शहर कोतवाली के रामपुरी निवासी पीड़िता पूजा पत्नी दीपक कुमार ने मुख्यमंत्री से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। पीड़िता के अनुसार उसका पति दीपक कुमार क्राइम ब्रांच और सिविल लाइन थाने की जीप पर संविदा चालक था। 21 फरवरी 2015 की दोपहर उसके लिए उस समय काल बनकर आई, जब सिविल लाइन थाने से एक फोन आया। फोन करने वाले ने दीपक को बताया कि केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान की गाड़ी तावली सांझक के बीच में खराब हो गई है।
चालक मगन सिंह के साथ दीपक मौके पर पहुंचा। वापसी के दौरान रास्ते में हुए सड़क हादसे में दीपक की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी। उस समय मंत्री डॉ संजीव बालियान, विधायक कपिलदेव अग्रवाल, पूर्व विधायक अशोक कंसल आदि भाजपा नेताओं ने पीड़िता के घर आकर आर्थिक सहायता और नौकरी का आश्वासन दिया था।
पीड़िता के अनुसार एक वर्ष नौ माह बीत जाने के बाद भी कोई सहायता नहीं मिली है। पीड़िता दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हो रही है। जब वह नेताओं और अधिकारियों से मिलकर गुहार लगाती है तो कोई भी उसकी सहायता करने को तैयार नहीं है। पीड़िता ने थक-हारकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अपने दोनों बच्चों के साथ इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है।
केंद्रीय राज्यमंत्री की ड्यूटी के दौरान हादसे में पति को खो चुकी पीड़ित महिला ने नेताओं और अधिकारियों के झूठे आश्वासनों से आहत होकर मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। पौने दो वर्ष पूर्व सड़क दुर्घटना में पति को खो चुकी पीड़िता दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। घटना के समय विधायक, मंत्री और अधिकारियों ने आर्थिक मदद का आश्वासन दिया था, जो अब तक कोरा साबित हुआ है।
शहर कोतवाली के रामपुरी निवासी पीड़िता पूजा पत्नी दीपक कुमार ने मुख्यमंत्री से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। पीड़िता के अनुसार उसका पति दीपक कुमार क्राइम ब्रांच और सिविल लाइन थाने की जीप पर संविदा चालक था। 21 फरवरी 2015 की दोपहर उसके लिए उस समय काल बनकर आई, जब सिविल लाइन थाने से एक फोन आया। फोन करने वाले ने दीपक को बताया कि केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान की गाड़ी तावली सांझक के बीच में खराब हो गई है।
चालक मगन सिंह के साथ दीपक मौके पर पहुंचा। वापसी के दौरान रास्ते में हुए सड़क हादसे में दीपक की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी। उस समय मंत्री डॉ संजीव बालियान, विधायक कपिलदेव अग्रवाल, पूर्व विधायक अशोक कंसल आदि भाजपा नेताओं ने पीड़िता के घर आकर आर्थिक सहायता और नौकरी का आश्वासन दिया था।
पीड़िता के अनुसार एक वर्ष नौ माह बीत जाने के बाद भी कोई सहायता नहीं मिली है। पीड़िता दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हो रही है। जब वह नेताओं और अधिकारियों से मिलकर गुहार लगाती है तो कोई भी उसकी सहायता करने को तैयार नहीं है। पीड़िता ने थक-हारकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर अपने दोनों बच्चों के साथ इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है।