मुरादाबाद। 2014 में मंडल की सभी छह सीटों पर कब्जा जमाने वाली भाजपा 2019 के समर में यहां खाता भी नहीं खोल सकी। पूरे देश में मोदी की सुनामी के बावजूद मंडल से भगवा का पूरी तरह सफाया हो गया। प्रदेश में बेशक कारगर नहीं रहा हो लेकिन मुरादाबाद मंडल में सपा - बसपा गठबंधन ने भाजपा को करारी शिकस्त दे दी है। गठबंधन ने मंडल की सभी छह सीटें भाजपा से झटक ली हैं। इनमें से तीन सपा तो तीन बसपा के खाते में गई हैं।
2014 की मोदी लहर में भाजपा मंडल की सभी छह सीट जीती थी। मुरादाबाद से कुंवर सर्वेश सिंह, रामपुर से डा. नैपाल सिंह, अमरोहा से कंवर सिंह तंवर, बिजनौर से कुंवर भारतेंदु, नगीना से डा. यशवंत भाजपा के टिकट पर जीतकर सांसद बने थे। यहां तक कि भाजपा के लिए असंभव समझी जाने वाली संभल सीट पर भी जीत दर्ज कर भाजपा के एडवोकेट सत्यपाल सिंह सैनी ने यहां इतिहास रच दिया था। संभल सीट को भाजपा 2014 में पहली बार जीती थी। तब सत्यपाल सैनी ने सपा के डा. शफीकुर्रहमान बर्क को हराया था। 2014 में पूरे मंडल में भगवा छा गया था। लेकिन 2019 में हालात एकदम बदल चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम दिग्गज भाजपा नेताओं की रैलियों के बावजूद भाजपा इस बार मंडल में अपना खाता तक नहीं खोल सकी है। भाजपा ने संभल और रामपुर को छोड़ मंडल में अपने सांसदों को ही मैदान में उतारा था। लेकिन यह सभी हार गए। मुरादाबाद में निवर्तमान सांसद सर्वेश गठबंधन (सपा) के डा. एसटी हसन से हार गए। अमरोहा में निवर्तमान सांसद कंवर सिंह तंवर को गठबंधन (बसपा) के दानिश अली ने हरा दिया। बिजनौर में निवर्तमान सांसद कुंवर भारतेंदु गठबंधन (बसपा) के मलूक नागर और नगीना के भाजपा सांसद डा. यशवंत भी गठबंधन (बसपा) प्रत्याशी गिरीश से हार गए हैं। रामपुर से इस बार डा. नैपाल सिंह की जगह की जगह जयाप्रदा मैदान में थीं जिन्हें आजम खां ने हरा दिया है। संभल से पार्टी ने निवर्तमान सांसद सत्यपाल सिंह सैनी के स्थान पर परमेश्वर लाल सैनी को उतारा था जिन्हें डा. बर्क के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है। 2014 के उलट इस बार मंडल की सभी छह सीटों पर सपा - बसपा गठबंधन ने कब्जा जमा लिया है।
मोदी और शाह भी नहीं लगा सके नैया पार
मुरादाबाद। भाजपा के कुंवर सर्वेश सिंह के लिए वोट मांगने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुरादाबाद आए थे। उन्होंने आवास विकास फेस टू में रैली की थी। उनसे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी रामलीला मैदान में जनसभा करके सर्वेश के लिए वोट मांगे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद में प्रबुद्ध सम्मेलन किया था। भाजपा के कई अन्य दिग्गज नेता भी सर्वेश के पक्ष में माहौल बनाने पहुंचे थे। लेकिन यह सब मिलकर भी सर्वेश सिंह की नैया को पार नहीं लगा सकेे।
मुरादाबाद। 2014 में मंडल की सभी छह सीटों पर कब्जा जमाने वाली भाजपा 2019 के समर में यहां खाता भी नहीं खोल सकी। पूरे देश में मोदी की सुनामी के बावजूद मंडल से भगवा का पूरी तरह सफाया हो गया। प्रदेश में बेशक कारगर नहीं रहा हो लेकिन मुरादाबाद मंडल में सपा - बसपा गठबंधन ने भाजपा को करारी शिकस्त दे दी है। गठबंधन ने मंडल की सभी छह सीटें भाजपा से झटक ली हैं। इनमें से तीन सपा तो तीन बसपा के खाते में गई हैं।
2014 की मोदी लहर में भाजपा मंडल की सभी छह सीट जीती थी। मुरादाबाद से कुंवर सर्वेश सिंह, रामपुर से डा. नैपाल सिंह, अमरोहा से कंवर सिंह तंवर, बिजनौर से कुंवर भारतेंदु, नगीना से डा. यशवंत भाजपा के टिकट पर जीतकर सांसद बने थे। यहां तक कि भाजपा के लिए असंभव समझी जाने वाली संभल सीट पर भी जीत दर्ज कर भाजपा के एडवोकेट सत्यपाल सिंह सैनी ने यहां इतिहास रच दिया था। संभल सीट को भाजपा 2014 में पहली बार जीती थी। तब सत्यपाल सैनी ने सपा के डा. शफीकुर्रहमान बर्क को हराया था। 2014 में पूरे मंडल में भगवा छा गया था। लेकिन 2019 में हालात एकदम बदल चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम दिग्गज भाजपा नेताओं की रैलियों के बावजूद भाजपा इस बार मंडल में अपना खाता तक नहीं खोल सकी है। भाजपा ने संभल और रामपुर को छोड़ मंडल में अपने सांसदों को ही मैदान में उतारा था। लेकिन यह सभी हार गए। मुरादाबाद में निवर्तमान सांसद सर्वेश गठबंधन (सपा) के डा. एसटी हसन से हार गए। अमरोहा में निवर्तमान सांसद कंवर सिंह तंवर को गठबंधन (बसपा) के दानिश अली ने हरा दिया। बिजनौर में निवर्तमान सांसद कुंवर भारतेंदु गठबंधन (बसपा) के मलूक नागर और नगीना के भाजपा सांसद डा. यशवंत भी गठबंधन (बसपा) प्रत्याशी गिरीश से हार गए हैं। रामपुर से इस बार डा. नैपाल सिंह की जगह की जगह जयाप्रदा मैदान में थीं जिन्हें आजम खां ने हरा दिया है। संभल से पार्टी ने निवर्तमान सांसद सत्यपाल सिंह सैनी के स्थान पर परमेश्वर लाल सैनी को उतारा था जिन्हें डा. बर्क के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है। 2014 के उलट इस बार मंडल की सभी छह सीटों पर सपा - बसपा गठबंधन ने कब्जा जमा लिया है।
मोदी और शाह भी नहीं लगा सके नैया पार
मुरादाबाद। भाजपा के कुंवर सर्वेश सिंह के लिए वोट मांगने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुरादाबाद आए थे। उन्होंने आवास विकास फेस टू में रैली की थी। उनसे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी रामलीला मैदान में जनसभा करके सर्वेश के लिए वोट मांगे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद में प्रबुद्ध सम्मेलन किया था। भाजपा के कई अन्य दिग्गज नेता भी सर्वेश के पक्ष में माहौल बनाने पहुंचे थे। लेकिन यह सब मिलकर भी सर्वेश सिंह की नैया को पार नहीं लगा सकेे।