न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मेरठ
Updated Thu, 14 Feb 2019 02:21 AM IST
गांव कैली में बुधवार को दो लोगों की बुखार से मौत हो गई। जिसमें एक ग्रामीण में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। वहीं, दूसरे में आशंका जताई गई है। इससे गांव में दहशत है।
गांव कैली निवासी धर्मवीर त्यागी (75) तीन दिन से बुखार से पीड़ित था। परिजनों ने हापुड़ में निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां हालत गंभीर होने तथा सांस लेने में परेशानी होने पर चिकित्सक ने मेरठ स्थित निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। वहां मंगलवार दोपहर चिकित्सकों के अनुसार मरीज की किडनी, फेफडे़ एवं लीवर ने काम करना बंद कर दिया। मरीज को वेंटीलेटर पर रखा गया। धर्मवीर ने रात्रि में दम तोड़ दिया। परिजनों ने स्वाइन फ्लू की जांच के लिए नमूना मेडिकल कॉलेज भेजा था। वहीं, गांव कैली निवासी कदम सिंह (70) भी पिछले तीन दिन से बुखार से पीड़ित था। परिजनों ने पहले उसे गांव में तथा बाद में हापुड़ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां कदम सिंह ने बुधवार तड़के दम तोड़ दिया। चिकित्सकों ने लक्षण के आधार पर उसे भी स्वाइन फ्लू की आशंका जताई है। परिजनों ने दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया है। हालांकि गांव में दहशत है।
गांव जाकर जांच करेगी टीम
धर्मवीर की मौत के बाद नमूनों की रिपोर्ट आई है। जिसमें स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो गई है। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में जाकर परिजनों के खून के नमूने लेगी तथा दवा देगी। -डॉ. राजकुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ
गांव में कैंप लगाएंगे
स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अधिकारियों के आदेश पर गांव में मॉनिटरिंग कर रही है। वहां जल्द ही स्वास्थ्य कैंप लगाया जाएगा। इसमें मृतक के परिजनों और ग्रामीणों की जांच कर दवा दी जाएगी। -डॉ. आरके सिरोहा, प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरखौदा
गांव कैली में बुधवार को दो लोगों की बुखार से मौत हो गई। जिसमें एक ग्रामीण में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। वहीं, दूसरे में आशंका जताई गई है। इससे गांव में दहशत है।
गांव कैली निवासी धर्मवीर त्यागी (75) तीन दिन से बुखार से पीड़ित था। परिजनों ने हापुड़ में निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां हालत गंभीर होने तथा सांस लेने में परेशानी होने पर चिकित्सक ने मेरठ स्थित निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। वहां मंगलवार दोपहर चिकित्सकों के अनुसार मरीज की किडनी, फेफडे़ एवं लीवर ने काम करना बंद कर दिया। मरीज को वेंटीलेटर पर रखा गया। धर्मवीर ने रात्रि में दम तोड़ दिया। परिजनों ने स्वाइन फ्लू की जांच के लिए नमूना मेडिकल कॉलेज भेजा था। वहीं, गांव कैली निवासी कदम सिंह (70) भी पिछले तीन दिन से बुखार से पीड़ित था। परिजनों ने पहले उसे गांव में तथा बाद में हापुड़ के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां कदम सिंह ने बुधवार तड़के दम तोड़ दिया। चिकित्सकों ने लक्षण के आधार पर उसे भी स्वाइन फ्लू की आशंका जताई है। परिजनों ने दोनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया है। हालांकि गांव में दहशत है।
गांव जाकर जांच करेगी टीम
धर्मवीर की मौत के बाद नमूनों की रिपोर्ट आई है। जिसमें स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो गई है। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में जाकर परिजनों के खून के नमूने लेगी तथा दवा देगी। -डॉ. राजकुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ
गांव में कैंप लगाएंगे
स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अधिकारियों के आदेश पर गांव में मॉनिटरिंग कर रही है। वहां जल्द ही स्वास्थ्य कैंप लगाया जाएगा। इसमें मृतक के परिजनों और ग्रामीणों की जांच कर दवा दी जाएगी। -डॉ. आरके सिरोहा, प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खरखौदा