यूपी डेस्क, अमर उजाला, मेरठ
Updated Mon, 08 Oct 2018 01:33 PM IST
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उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में भाजपा कार्यकर्ता पर बोल दिया। इससे सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। बताया गया कि पुलिस ने पहले तो मामले को दबाए रखा लेकिन, बाद में हिस्ट्रीशीटर समेत पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
मेरठ के भावनपुर में अब्दुल्लापुर के मोहल्ला हंडिया में रविवार को मंदिर से निकले भाजपा कार्यकर्ता पर हमला होने से सांप्रदायिक तनाव फैल गया। आरोप है कि थाने के हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती ने जुआ-सट्टे खेलने की शिकायत करने पर साथियों के साथ हमला बोला। तहरीर का इंतजार करने की बात कहकर पुलिस समझौते के चक्कर में शाम तक मामला दबाए रही। बाद में पांच आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।
हंडिया मोहल्ला निवासी भाजपा किसान मोर्चा के सदस्य और वार्ड 17 से बूथ अध्यक्ष संदीप बिवानिया ने तहरीर में आरोप लगाते बताया कि रविवार सुबह वह मंदिर से पूजा करके निकला था। रास्ते में पूर्व पार्षद व थाने के हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती ने आधा दर्जन युवकों के साथ लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। तमंचे से फायरिंग की, जिससे वह बाल-बाल बच गया। शोर मचने पर हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। सूचना पर भाजपा पटेल नगर मंडल अध्यक्ष अमित शर्मा, गंगानगर पार्षद गुलवीर सिंह, रघुबीर सिंह आदि समेत कई कार्यकर्ता अब्दुल्लापुर पहुंचे और एसओ से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
भाजपाइयों, ग्रामीणों ने किया हंगामा
भाजपाइयों और ग्रामवासियों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि एसएसपी से अब्दुल्लापुर में बडे़ पैमाने पर जुआ सट्टा चलने की शिकायत की गई थी। जिसमें एक दरोगा और सिपाही पर संरक्षण देने का आरोप लगाया गया था। दोनों को जांच के बाद लाइन हाजिर किया गया था। भाजपाइयों का आरोप है कि इसी बात को रंजिश मानते हुए संदीप पर हमला हुआ। गांव में अभी भी हिस्ट्रीशीटर नदीम के संरक्षण में जुआ-सट्टा चल रहा है। पुलिस की भूमिका भी ठीक नहीं है। पुलिस इसी माध्यम से उगाही करती है। एक सिपाही ने पूरे गांव में कई जगहों पर उगाही का अड्डा बना रखा था। थाने की शांति समिति की बैठक में भी हिस्ट्रीशीटर को आमंत्रित कर सबसे आगे बैठाया जाता है, जिससे स्थानीय भाजपाइयों और एक समाज में रोष है।
समझौते का दबाव बनाया
घटना के बाद जब पीड़ित ने सांसद आदि से मामले की शिकायत की तो स्थानीय पार्टी से जुडे़ कुछ कार्यकर्ता व लोग उसके ऊपर समझौते का दबाव बनाने के लिए पहुंचे। पुलिस भी शाम तक समझौते की प्रतीक्षा में मामले को दबाकर बैठी रही।
मुकदमा दर्ज, कड़ी कार्रवाई करेंगे
इस संबंध में एसओ भावनपुर धर्मेंद्र सिंह राठौर का कहना है कि नदीम मेवाती के साथ शहजाद मेवाती, इमरान, वसीम कुरैशी व परवेज उर्फ अबलू कुरैशी और कुछ अज्ञात हमलावरों के खिलाफ संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सीओ सदर देहात जितेंद्र कुमार सरगम ने बताया कि आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में भाजपा कार्यकर्ता पर बोल दिया। इससे सांप्रदायिक तनाव फैल गया है। बताया गया कि पुलिस ने पहले तो मामले को दबाए रखा लेकिन, बाद में हिस्ट्रीशीटर समेत पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
मेरठ के भावनपुर में अब्दुल्लापुर के मोहल्ला हंडिया में रविवार को मंदिर से निकले भाजपा कार्यकर्ता पर हमला होने से सांप्रदायिक तनाव फैल गया। आरोप है कि थाने के हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती ने जुआ-सट्टे खेलने की शिकायत करने पर साथियों के साथ हमला बोला। तहरीर का इंतजार करने की बात कहकर पुलिस समझौते के चक्कर में शाम तक मामला दबाए रही। बाद में पांच आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।
हंडिया मोहल्ला निवासी भाजपा किसान मोर्चा के सदस्य और वार्ड 17 से बूथ अध्यक्ष संदीप बिवानिया ने तहरीर में आरोप लगाते बताया कि रविवार सुबह वह मंदिर से पूजा करके निकला था। रास्ते में पूर्व पार्षद व थाने के हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती ने आधा दर्जन युवकों के साथ लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। तमंचे से फायरिंग की, जिससे वह बाल-बाल बच गया। शोर मचने पर हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। सूचना पर भाजपा पटेल नगर मंडल अध्यक्ष अमित शर्मा, गंगानगर पार्षद गुलवीर सिंह, रघुबीर सिंह आदि समेत कई कार्यकर्ता अब्दुल्लापुर पहुंचे और एसओ से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
भाजपाइयों, ग्रामीणों ने किया हंगामा
भाजपाइयों और ग्रामवासियों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि एसएसपी से अब्दुल्लापुर में बडे़ पैमाने पर जुआ सट्टा चलने की शिकायत की गई थी। जिसमें एक दरोगा और सिपाही पर संरक्षण देने का आरोप लगाया गया था। दोनों को जांच के बाद लाइन हाजिर किया गया था। भाजपाइयों का आरोप है कि इसी बात को रंजिश मानते हुए संदीप पर हमला हुआ। गांव में अभी भी हिस्ट्रीशीटर नदीम के संरक्षण में जुआ-सट्टा चल रहा है। पुलिस की भूमिका भी ठीक नहीं है। पुलिस इसी माध्यम से उगाही करती है। एक सिपाही ने पूरे गांव में कई जगहों पर उगाही का अड्डा बना रखा था। थाने की शांति समिति की बैठक में भी हिस्ट्रीशीटर को आमंत्रित कर सबसे आगे बैठाया जाता है, जिससे स्थानीय भाजपाइयों और एक समाज में रोष है।
समझौते का दबाव बनाया
घटना के बाद जब पीड़ित ने सांसद आदि से मामले की शिकायत की तो स्थानीय पार्टी से जुडे़ कुछ कार्यकर्ता व लोग उसके ऊपर समझौते का दबाव बनाने के लिए पहुंचे। पुलिस भी शाम तक समझौते की प्रतीक्षा में मामले को दबाकर बैठी रही।
मुकदमा दर्ज, कड़ी कार्रवाई करेंगे
इस संबंध में एसओ भावनपुर धर्मेंद्र सिंह राठौर का कहना है कि नदीम मेवाती के साथ शहजाद मेवाती, इमरान, वसीम कुरैशी व परवेज उर्फ अबलू कुरैशी और कुछ अज्ञात हमलावरों के खिलाफ संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सीओ सदर देहात जितेंद्र कुमार सरगम ने बताया कि आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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