मैनपुरी। शतरंज की बिसात पर चालों में महारत हासिल करने वाली श्वेता प्रियदर्शनी प्रदेश के श्रेष्ठ पुरस्कार ‘यश भारती’ को पाने वाली पहली शख्सियत होंगी। पुरस्कार के लिए चयनित होने के साथ जिले का भी मान बढ़ गया है। शतरंज में श्वेता राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर चुकी हैं।
11 नेशनल और 22 इंटरनेशनल शतरंज प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी श्वेता ने एशियन स्कूल शतरंज में टीम स्पर्धा में स्वर्ण और व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक प्राप्त किया है। जबकि अंडर-11, 13, 15, 17 और अंडर-19 में यूपी की चैंपियन रह चुकी हैं। यूपी सीनियर गर्ल्स चैंपियनशिप का खिताब भी हासिल कर चुकी हैं। डीपीएस गाजियाबाद में कक्षा नौ की छात्रा श्वेता ने डीपीएस की नेशनल शतरंज प्रतियोगिता में व्यक्तिगत और टीम दोनों ही स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है।
वह मैनपुरी शतरंज संघ के सचिव और तीन बार यूपी चैंपियन रह चुके गजेंद्र सिंह चौहान से शतरंज खेल की कोचिंग ले चुकी हैं। एशियन स्कूल अंडर-13 शतरंज में रजत पदक प्राप्तकर श्वेता किसी अंतराष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाली प्रदेश की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। जबकि टीम स्पर्धा में देश की ओर से खेलते हुए उन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। अंतराष्ट्रीय फिडे रेटिड खिलाड़ी श्वेता यश भारती पुरस्कार पाने वाली जिले की पहली खिलाड़ी होंगी। पिता की मृत्यु के पश्चात मां कामिनी राठौर को पुलिस विभाग में गाजियाबाद में नौकरी मिलने के बाद श्वेता गाजियाबाद में रहने लगी हैं।
मैनपुरी। शतरंज की बिसात पर चालों में महारत हासिल करने वाली श्वेता प्रियदर्शनी प्रदेश के श्रेष्ठ पुरस्कार ‘यश भारती’ को पाने वाली पहली शख्सियत होंगी। पुरस्कार के लिए चयनित होने के साथ जिले का भी मान बढ़ गया है। शतरंज में श्वेता राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर चुकी हैं।
11 नेशनल और 22 इंटरनेशनल शतरंज प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी श्वेता ने एशियन स्कूल शतरंज में टीम स्पर्धा में स्वर्ण और व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक प्राप्त किया है। जबकि अंडर-11, 13, 15, 17 और अंडर-19 में यूपी की चैंपियन रह चुकी हैं। यूपी सीनियर गर्ल्स चैंपियनशिप का खिताब भी हासिल कर चुकी हैं। डीपीएस गाजियाबाद में कक्षा नौ की छात्रा श्वेता ने डीपीएस की नेशनल शतरंज प्रतियोगिता में व्यक्तिगत और टीम दोनों ही स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है।
वह मैनपुरी शतरंज संघ के सचिव और तीन बार यूपी चैंपियन रह चुके गजेंद्र सिंह चौहान से शतरंज खेल की कोचिंग ले चुकी हैं। एशियन स्कूल अंडर-13 शतरंज में रजत पदक प्राप्तकर श्वेता किसी अंतराष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाली प्रदेश की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। जबकि टीम स्पर्धा में देश की ओर से खेलते हुए उन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। अंतराष्ट्रीय फिडे रेटिड खिलाड़ी श्वेता यश भारती पुरस्कार पाने वाली जिले की पहली खिलाड़ी होंगी। पिता की मृत्यु के पश्चात मां कामिनी राठौर को पुलिस विभाग में गाजियाबाद में नौकरी मिलने के बाद श्वेता गाजियाबाद में रहने लगी हैं।