मानव तस्करी की बढ़ती घटनाओं पर रोकथाम के लिए गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मिसिंग चिल्ड्रेन परसन केसेज शक्ति वाहिनी एंटी ट्रैफिकिंग नई दिल्ली की ओर से रविकांत ने जिले भर के थानाध्यक्षों को मानव तस्करी की बारीकियां समझाई और कहा कि सीमाई इलाकों में मानव तस्करी पर रोक लगाने के लिए अधिक प्रयास करने की जरूरत है।
नेपाल में भूकंप आने के बाद से ही शासन से बार्डर क्षेत्र के नौ जिलों को मानव तस्करी रोकने के लिए अलर्ट किया गया है। इन जिलों में खीरी, बहराइच, गोरखपुर आदि शामिल है। कलक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को एडीएम एसपी सिंह और एएसपी एपी सिंह की मौजूदगी में हुई कार्यशाला में थानाध्यक्षों को मानव तस्करी रोकने और तस्करी के लिए अपनाए जा रहे हथकंडों की बारीकियां समझाई गईं। कार्यशाला में कई लघु फिल्मों को दिखाया गया, साथ ही कई जानकारियां दी गईं। एएसपी ने चाइल्ड लाइन समन्वयक को थाने के कैम्पस में होर्डिंग लगाने के निर्देश दिए। मनु लॉ कॉलेज के डायरेक्टर ने सभी थानों पर होर्डिंग लगाने के लिए स्वयं अपने स्तर से खर्चे का वहन करने की पहल की। वर्कशॉप में वरिष्ठ अधिवक्ता शशांक यादव ने भी मानव तस्करी रोकने के लिए कई सुझाव दिए। जिला प्रोबेशन अधिकारी वीके सिंह ने कहा कि मानव तस्करी रोकने के लिए डीएम किंजल सिंह द्वारा 17 संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर कमेटी का गठन किया गया है। बैठक में सहायक श्रमायुक्त, एसएसबी कमांडेंट, सभी एसडीएम, सीओ, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी, समाजसेवी सुमित्रा यादव, चाइल्ड लाइन, स्वयंसेवी संस्थाएं, सीडब्ल्यूसी के सदस्य, सभी थानाध्यक्ष मौजूद रहे।