यूपी डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Updated Sun, 16 Sep 2018 08:45 PM IST
यूपी के कन्नौज जिले में सीएचसी तालग्राम में रात में महिला डॉक्टर न होने के कारण प्रसव के बाद महिला की हालत बिगड़ गई। एंबुलेंस न मिलने पर परिजन बाइक पर गंभीर हालत में उसे तिर्वा मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पति ने विभाग पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
मझैइया गांव निवासी राजीव कुमार की पत्नी चंद्रवती (26) गर्भवती थी। शनिवार को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर आशाबहू पूनम और परिवार के लोग एंबुलेंस से चंद्रवती को सीएचसी तालग्राम लेकर पहुंचे। अस्पताल में चंद्रवती ने बच्ची को जन्म दिया। प्रसव के कुछ देर बाद प्रसूता को रक्त स्राव होने लगा। सीएचसी में महिला डाक्टर मौजूद न होने पर प्रसूता की हालत बिगड़ गई।
खून की कमी बताकर स्टाप नर्स ने उसे मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर कर दिया। एंबुलेंस न मिलने पर परिजन बाइक पर प्रसूता को मेडिकल कालेज तिर्वा लेकर और भर्ती कराया। वहां देर रात उसकी मौत हो गई। राजीव ने बताया कि उसके पहले से एक पुत्र और एक पुत्री है। उसने आरोप लगाया कि सीएचसी में महिला डाक्टर न होने और एंबुलेंस न नहीं मिली।
इससे इलाज में देरी हो गई और चंद्रवती की जान चली गई। तालग्राम एमओआईसी डा. उमेश चंद्र वर्मा ने बताया कि चंद्रवती को खून की कमी थी। इसके चलते प्रसव के बाद ही स्टाप नर्स ने रेफर कर दिया था। एंबुलेंस न मिलने की जानकारी नहीं है।
यूपी के कन्नौज जिले में सीएचसी तालग्राम में रात में महिला डॉक्टर न होने के कारण प्रसव के बाद महिला की हालत बिगड़ गई। एंबुलेंस न मिलने पर परिजन बाइक पर गंभीर हालत में उसे तिर्वा मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पति ने विभाग पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
मझैइया गांव निवासी राजीव कुमार की पत्नी चंद्रवती (26) गर्भवती थी। शनिवार को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर आशाबहू पूनम और परिवार के लोग एंबुलेंस से चंद्रवती को सीएचसी तालग्राम लेकर पहुंचे। अस्पताल में चंद्रवती ने बच्ची को जन्म दिया। प्रसव के कुछ देर बाद प्रसूता को रक्त स्राव होने लगा। सीएचसी में महिला डाक्टर मौजूद न होने पर प्रसूता की हालत बिगड़ गई।
खून की कमी बताकर स्टाप नर्स ने उसे मेडिकल कालेज तिर्वा रेफर कर दिया। एंबुलेंस न मिलने पर परिजन बाइक पर प्रसूता को मेडिकल कालेज तिर्वा लेकर और भर्ती कराया। वहां देर रात उसकी मौत हो गई। राजीव ने बताया कि उसके पहले से एक पुत्र और एक पुत्री है। उसने आरोप लगाया कि सीएचसी में महिला डाक्टर न होने और एंबुलेंस न नहीं मिली।
इससे इलाज में देरी हो गई और चंद्रवती की जान चली गई। तालग्राम एमओआईसी डा. उमेश चंद्र वर्मा ने बताया कि चंद्रवती को खून की कमी थी। इसके चलते प्रसव के बाद ही स्टाप नर्स ने रेफर कर दिया था। एंबुलेंस न मिलने की जानकारी नहीं है।