यूपी डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Sat, 30 Mar 2019 12:38 AM IST
उन्नाव के पूर्व विधायक रामकुमार निषाद को सपा ने कानपुर से टिकट दिया है। सपा-बसपा गठबंधन वाली यह सीट सपा के खाते में है। शुरू में पार्टी ने ब्राह्मण और ठाकुर बिरादरी पर दांव लगाने की रणनीति बनाई थी, इसी बीच भाजपा से ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने जाने की वजह से रणनीति बदल दी गई।
यहां से प्रत्याशी बनाए जाने के पीछे पिछड़ा, दलित और मुस्लिम गठजोड़ की रणनीति बताई गई है। महानगर में निषाद के साथ बाथम, मांझी और कश्यप बिरादरी के मतदाताओं की संख्या वैसे तो सिर्फ 20 हजार के आसपास है, लेकिन कुल पिछड़ी जातियों से जुड़े मतदाताओं की संख्या करीब 2 लाख 90 हजार है। राम कुमार निषाद का राजनीतिक क्षेत्र उन्नाव रहा है। राम कुमार के भाई दिवंगत दीपक कुमार भी उन्नाव से विधायक रहे हैं।
उन्नाव के पूर्व विधायक रामकुमार निषाद को सपा ने कानपुर से टिकट दिया है। सपा-बसपा गठबंधन वाली यह सीट सपा के खाते में है। शुरू में पार्टी ने ब्राह्मण और ठाकुर बिरादरी पर दांव लगाने की रणनीति बनाई थी, इसी बीच भाजपा से ब्राह्मण प्रत्याशी उतारने जाने की वजह से रणनीति बदल दी गई।
यहां से प्रत्याशी बनाए जाने के पीछे पिछड़ा, दलित और मुस्लिम गठजोड़ की रणनीति बताई गई है। महानगर में निषाद के साथ बाथम, मांझी और कश्यप बिरादरी के मतदाताओं की संख्या वैसे तो सिर्फ 20 हजार के आसपास है, लेकिन कुल पिछड़ी जातियों से जुड़े मतदाताओं की संख्या करीब 2 लाख 90 हजार है। राम कुमार निषाद का राजनीतिक क्षेत्र उन्नाव रहा है। राम कुमार के भाई दिवंगत दीपक कुमार भी उन्नाव से विधायक रहे हैं।