ललितपुर। रेलवे स्टेशन परिसर में 25 दिन पहले सीवर लाइन का काम शुरू होने के बाद से अब तक काम पूरा नहीं हो सका है, इससे प्लेटफार्म पर बने वेटिंग हॉल के शौचालय बंद हैं। सर्कुलेटिंग एरिया में सीवर लाइन को खोदी नाली यात्रियों के आवागमन में बाधा बन रही है।
रेलवे द्वारा स्टेशन परिसर में सर्कुलेटिंग एरिया में मुख्य गेट के बाहर पार्क के चारों ओर सीवर लाइन के पाइप बिछाए गए हैं। इसके लिए टैंक का निर्माण भी कराया गया है। यह कार्य रेलवे द्वारा नवंबर में शुरू किया गया था। इस वजह से इससे निकली शौचालय की नालियां बंद कर दी गईं और इससे जुड़े प्लेटफार्म नंबर एक पर वेटिंग हॉल के शौचालय में ताले डाल दिए गए। टिकट लेकर ट्रेनों का इंतजार करने वाले यात्री वेटिंग हॉल में बैठते तो हैं, लेकिन यहां शौचालयों में ताले पड़े होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे ने वेटिंग हॉल में एक पर्चा पर शौचालय बंद है, लिख दिया है। लेकिन, कार्य कब तक पूरा होगा और शौचालय के गेट कब खुलेंगे, इसका कोई जिक्र नहीं किया गया है। इससे महिला यात्रियों को अधिक परेशान होना पड़ रहा है।
सर्कुलेटिंग एरिया में बाहर जगह-जगह सीवर लाइन की नालियों की मिट्टी खुदी पड़ी है, जिससे यात्रियों को ऑटो या अन्य वाहनों से मुख्य गेट तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है। रेलवे कॉलोनी जाने वाले लोगों को भी नाली और मिट्टी होने के कारण निकलने में दिक्कत हो रही है। पूर्व में सर्कुलेटिंग एरिया में अन्य नाली के काम भी किए गए, जिसके बाद यहां नालियां तो बंद कर दी गई, लेकिन खोदी गई जगह को ऊबड़-खाबड़ ही छोड़ दिया गया। यहां से निकलने वाले आम यात्रियों को परेशानी हो रही है। कई बार रेलवे अधिकारियों के निरीक्षण में इस बात का जिक्र किया, लेकिन अब तक समाधान नहीं हो सका है।
पूर्व में ऑटो व अन्य वाहन मुख्य गेट के बाहर निर्धारिति स्थान तक पहुंच जाते थे, लेकिन अब सी वर लाइन खुदी पड़ी होने के कारण इससे पहले ही ऑटो या अन्य वाहन रोकने पड़ रहे हैं, जिससे यात्रियों को भारी बैग और सामान लेकर पैदल ऊबड़- खाबड़ रास्ते से होकर रेलवे स्टेशन पर जाना पड़ रहा है। यात्रियों ने बताया कि इससे परेशानी हो रही है, लेकिन, कुछ दिनों में समस्या हल हो जाएगी, ऐसी उम्मीद के साथ वह निकल जा रहे हैं।
रेलवे स्टेेशन पर वेटिंग हॉल में कई दिनों से शौचालय बंद पड़े हैं। यहां पुरुष यात्री तो किसी प्रकार दूर बने शौचालयों तक चले जाते हैं, लेकिन वेटिंग हॉल में महिला यात्रियों को असुविधा हो रही है। मुख्य गेट के बाहर भी नालियां खुदी होने के कारण पैदल निकलने में भी दिक्कत हो रही है।
- सुनील श्रीवास्तव, यात्री।
-------------साबरमती एक्सप्रेस से झांसी जाना है, परिवार भी साथ में है। रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट के बाहर पार्क के पहले नालियों की खुदाई होने के कारण यहां से निकले में परेशानी बढ़ गई है। भारी सामान लेकर आने में अधिक परेशानी होती है। वेटिंग हॉल में शौचालय बंद हैं, लेकिन महिलाओं व बच्चों के साथ होने पर परेशानी अधिक होती है। रेलवे द्वारा कार्य पूरा कर व्यवस्थाएं शीघ्र सुचारु की जानी चाहिए।
- विशाल कुमार, यात्री।
संबधित विभाग को अवगत कराकर जल्द से जल्द काम पूरा कराया जाएगा, ताकि यात्रियों को असुविधा न हो।
- जीडी वर्मा, स्टेशन अधीक्षक
ललितपुर। रेलवे स्टेशन परिसर में 25 दिन पहले सीवर लाइन का काम शुरू होने के बाद से अब तक काम पूरा नहीं हो सका है, इससे प्लेटफार्म पर बने वेटिंग हॉल के शौचालय बंद हैं। सर्कुलेटिंग एरिया में सीवर लाइन को खोदी नाली यात्रियों के आवागमन में बाधा बन रही है।
रेलवे द्वारा स्टेशन परिसर में सर्कुलेटिंग एरिया में मुख्य गेट के बाहर पार्क के चारों ओर सीवर लाइन के पाइप बिछाए गए हैं। इसके लिए टैंक का निर्माण भी कराया गया है। यह कार्य रेलवे द्वारा नवंबर में शुरू किया गया था। इस वजह से इससे निकली शौचालय की नालियां बंद कर दी गईं और इससे जुड़े प्लेटफार्म नंबर एक पर वेटिंग हॉल के शौचालय में ताले डाल दिए गए। टिकट लेकर ट्रेनों का इंतजार करने वाले यात्री वेटिंग हॉल में बैठते तो हैं, लेकिन यहां शौचालयों में ताले पड़े होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे ने वेटिंग हॉल में एक पर्चा पर शौचालय बंद है, लिख दिया है। लेकिन, कार्य कब तक पूरा होगा और शौचालय के गेट कब खुलेंगे, इसका कोई जिक्र नहीं किया गया है। इससे महिला यात्रियों को अधिक परेशान होना पड़ रहा है।
सर्कुलेटिंग एरिया में बाहर जगह-जगह सीवर लाइन की नालियों की मिट्टी खुदी पड़ी है, जिससे यात्रियों को ऑटो या अन्य वाहनों से मुख्य गेट तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है। रेलवे कॉलोनी जाने वाले लोगों को भी नाली और मिट्टी होने के कारण निकलने में दिक्कत हो रही है। पूर्व में सर्कुलेटिंग एरिया में अन्य नाली के काम भी किए गए, जिसके बाद यहां नालियां तो बंद कर दी गई, लेकिन खोदी गई जगह को ऊबड़-खाबड़ ही छोड़ दिया गया। यहां से निकलने वाले आम यात्रियों को परेशानी हो रही है। कई बार रेलवे अधिकारियों के निरीक्षण में इस बात का जिक्र किया, लेकिन अब तक समाधान नहीं हो सका है।
पूर्व में ऑटो व अन्य वाहन मुख्य गेट के बाहर निर्धारिति स्थान तक पहुंच जाते थे, लेकिन अब सी वर लाइन खुदी पड़ी होने के कारण इससे पहले ही ऑटो या अन्य वाहन रोकने पड़ रहे हैं, जिससे यात्रियों को भारी बैग और सामान लेकर पैदल ऊबड़- खाबड़ रास्ते से होकर रेलवे स्टेशन पर जाना पड़ रहा है। यात्रियों ने बताया कि इससे परेशानी हो रही है, लेकिन, कुछ दिनों में समस्या हल हो जाएगी, ऐसी उम्मीद के साथ वह निकल जा रहे हैं।
रेलवे स्टेेशन पर वेटिंग हॉल में कई दिनों से शौचालय बंद पड़े हैं। यहां पुरुष यात्री तो किसी प्रकार दूर बने शौचालयों तक चले जाते हैं, लेकिन वेटिंग हॉल में महिला यात्रियों को असुविधा हो रही है। मुख्य गेट के बाहर भी नालियां खुदी होने के कारण पैदल निकलने में भी दिक्कत हो रही है।
- सुनील श्रीवास्तव, यात्री।
-------------साबरमती एक्सप्रेस से झांसी जाना है, परिवार भी साथ में है। रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट के बाहर पार्क के पहले नालियों की खुदाई होने के कारण यहां से निकले में परेशानी बढ़ गई है। भारी सामान लेकर आने में अधिक परेशानी होती है। वेटिंग हॉल में शौचालय बंद हैं, लेकिन महिलाओं व बच्चों के साथ होने पर परेशानी अधिक होती है। रेलवे द्वारा कार्य पूरा कर व्यवस्थाएं शीघ्र सुचारु की जानी चाहिए।
- विशाल कुमार, यात्री।
संबधित विभाग को अवगत कराकर जल्द से जल्द काम पूरा कराया जाएगा, ताकि यात्रियों को असुविधा न हो।
- जीडी वर्मा, स्टेशन अधीक्षक