गोंडा। जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुषमा सिंह ने रविवार को विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. रमेश चंद्र गुप्ता पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। उन्होंने डीएम को फोन कर शिकायत की। सोमवार को लिखित शिकायत करने की बात भी कही है।
जिला महिला अस्पताल में रविवार को ऑपरेशन थियेटर में सर्जन डॉ. सुषमा त्रिवेदी व बेहोशी के डॉक्टर कुमार ज्ञानम की ड्यूटी लगाई गई थी। मगर दोनों डॉक्टर बिना सूचना के ड्यूटी से नदारद थे। अस्पताल में ऑपरेशन नहीं हो पाने पर गर्भवतियों के परिजन सीएमएस को फोन कर शिकायत करने लगे।
सीएमएस डॉ. सुषमा सिंह ने कहा कि उन्होंने डॉ. कुमार ज्ञानम को फोन किया। इस पर डॉ. कुमार ज्ञानम ने अस्पताल आने से मना कर दिया। सीएमएस का आरोप है कि उन्होंने संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण डॉ. रमेश चंद्र गुप्ता को फोन कर शिकायत की तो वह अभद्रता करने लगे। आरोप है कि जेडी ने सीएमएस को फटकारते हुए कहा- ‘क्या मैं चौकीदार हूं, जो किसी को बांधकर रखूंगा।’ सीएमएस ने कहा कि एक महिला अधिकारी से इस तरह बात करने का डॉ. रमेश चंद्र गुप्ता को कोई हक नहीं है। सीएमएस ने जिलाधिकारी को फोन कर मामले की शिकायत की है। उन्होंने सोमवार को लिखित शिकायत करने की बात कही है।
नहीं की अभद्रता
संयुक्त निदेशक डॉ. रमेश चंद्र गुप्ता का कहना है कि सीएमएस का फोन आया था। इस पर उन्हें बताया था कि बेहोशी के डॉक्टर की समस्या को लेकर सीएमओ को पत्र लिखा गया है। मगर वह कुछ सुनने को तैयार ही नहीं थीं। उनसे कोई अभद्रता नहीं की गई है।
अब बाहर कराना होगा ऑपरेशन
जिला महिला अस्पताल में रविवार को ऑपरेशन न होने के कारण आठ गर्भवतियों को लौटना पड़ा। तीमारदार संजय गुप्ता ने बताया कि उनकी भाभी को प्रसव पीड़ा हो रही है। डॉक्टर ने ऑपरेशन बताया था, मगर जिला महिला अस्पताल में बेहोशी के डॉक्टर न होने के कारण ऑपरेशन नहीं हो सका। अब बाहर ऑपरेशन कराना पड़ेेगा। अस्पताल के एक कर्मचारी के अनुसार रविवार को आठ गर्भवतियों को दूसरे अस्पताल में जाना पड़ा।