गाजीपुर। शहर के गोराबाजार स्थित निर्माणाधीन सात मंजिला तीन सौ बेड के अस्पताल में छह विभागों का संचालन होगा। इसमें सर्जरी, आर्थो, ईएमटी, डेंटल, आई और प्रसूति रोग को शामिल किया गया है। साथ ही वार्डों को अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से लैस करने की भी तैयारी तेज हो चुकी है। वहीं एमआरआई की मशीन स्थापित कराने के लिए कवायद तेज हो चुकी है।
वहीं 200 बेड के अस्पताल में स्कीन, टीबी, मेडिकल, मेडिसिन और बाल रोग संबंधित विभाग का संचालन होगा। यहां संबंधित विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी, जिससे मरीजों को बेहतर उपचार मुहैया कराया जाए। इसके अलावा नए इस अस्पताल में 22 ओपीडी कक्ष बनाए गए हैं। इन कक्षों में सर्जरी, आर्थो, आई, ईएमटी और स्त्री रोग विशेषज्ञ बैठेंगे।
साथ ही मरीजों को भर्ती करने के लिए बने तीन सौ बेड के वार्ड को तीन भागों में विभिक्त किया गया है। इसमें 26 बेड, 25 बेड और 24 बेड का अनुपात रखा गया है। वहीं स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी के लिए कक्ष भी बनाया गया है। यहां आने वाले मरीजों को एक ही छत के नीचे जांच के लिए जांच केंद्र, ब्लड के लिए ब्लड बैंक और दवा के लिए दवा केंद्र तक की व्यवस्था की गई है। ऐसे में मरीजों को परामर्श और उपचार के साथ सभी चिकित्सकीय सुविधा मिल सकेंगी।
इस संबंध में महर्षि विश्वामित्र स्वशासी मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. आनंद मिश्रा ने बताया कि नए तीन सौ बेड के अस्पताल में छह विभाग और शेष दो सौ बेड के अस्पताल में संचालित होगा। अस्पताल संचालन के लिए सभी व्यवस्था दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी गई है।
बेड सहित अन्य चिकित्सकीय मशीनों को लिखा पत्र
गाजीपुर। तीन सौ बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण होने की ओर है। ऐसे में मेडिकल कालेज प्रशासन की ओर से तीन सौ अत्याधुनिक बेड, जांच मशीन सहित अन्य चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए पत्र शासन को लिखा गया है, जिससे खरीदारी करके जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जा सके।
मार्च तक सुपुर्द कर देगी भवन
गाजीपुर। कार्यदायी संस्था की ओर से मार्च माह तक भवन कालेज प्रशासन को सुपुर्द कर दिया जाएगा। करीब 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। सिर्फ फिनिशिंग का कार्य शेष है, जिससे पूर्ण करने के लिए कार्यदायी संस्था के कर्मियों की कार्य तेज किया जा रहा है, जिससे जल्द से जल्द पूर्ण कराया जा सके।