खागा। लड़की को बहला-फुसलाकर ले जाने के मामले में इटावा के रहने वाले आरोपी की जमानत से पहले जब पुलिस ने जमानत लेने वाले का सत्यापन किया तो सब चौंक गए। जमानत लेने वाले ने जब पुलिस को बताया कि उसने अपने पेपर ही कोर्ट में पेश ही नहीं किए हैं। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है और कोर्ट को अपनी रिपोर्ट भेज रही है।
फतेहपुर कोतवाली में दर्ज मामले में आरोपी शमशाद उर्फ शनि निवासी मलजानी, थाना जसवंत नगर जिला इटावा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसकी फतेहपुर कोर्ट से जमानत की अर्जी दाखिल हुई। जमानत के लिए दो लोगों के पेपर लगाए गए। राजू खां पुत्र मस्लाउद्दीन निवासी 542 सेक्टर-एक, आवास विकास बोदला थाना जगदीशपुरा जिला आगरा और शिवसहाय पुत्र कुंजल प्रसाद निवासी रामीपुर भखरना थाना खागा के पेपर कोर्ट में पेश किए गए थे। इनमें से शिवसहाय का सत्यापन करने के लिए कोर्ट ने खागा कोतवाली में प्रपत्र भेजे।
पुलिस ने जब शिवसहाय को कोतवाली बुलाया तो उसने किसी की जमानत लेने के लिए पेपर कोर्ट में जमा करने से इंकार किया। उसने बताया कि वह ऐसे व्यक्ति को जानता भी नहीं है। हालांकि जमानत के लिए लगाए गए अभिलेखों में शिवसहाय का आधार, जमीन की खतौनी व फोटो सही लगी है। पुलिस अब जांच में जुटी है कि शिवसहाय के प्रपत्र कैसे कोर्ट तक पहुंचे। एसएसआई गोविंद सिंह चौहान ने बताया कि शिवसहाय ने थाने आकर बयान दिया है कि उसने जमानत के लिए अपने दस्तावेज नहीं लगाए हैं। हालांकि लगाए गए प्रपत्र उसी के हैं। मामले की जांच चल रही है। रिपोर्ट न्यायालय को भेजी जा रही है।
खागा। लड़की को बहला-फुसलाकर ले जाने के मामले में इटावा के रहने वाले आरोपी की जमानत से पहले जब पुलिस ने जमानत लेने वाले का सत्यापन किया तो सब चौंक गए। जमानत लेने वाले ने जब पुलिस को बताया कि उसने अपने पेपर ही कोर्ट में पेश ही नहीं किए हैं। अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है और कोर्ट को अपनी रिपोर्ट भेज रही है।
फतेहपुर कोतवाली में दर्ज मामले में आरोपी शमशाद उर्फ शनि निवासी मलजानी, थाना जसवंत नगर जिला इटावा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसकी फतेहपुर कोर्ट से जमानत की अर्जी दाखिल हुई। जमानत के लिए दो लोगों के पेपर लगाए गए। राजू खां पुत्र मस्लाउद्दीन निवासी 542 सेक्टर-एक, आवास विकास बोदला थाना जगदीशपुरा जिला आगरा और शिवसहाय पुत्र कुंजल प्रसाद निवासी रामीपुर भखरना थाना खागा के पेपर कोर्ट में पेश किए गए थे। इनमें से शिवसहाय का सत्यापन करने के लिए कोर्ट ने खागा कोतवाली में प्रपत्र भेजे।
पुलिस ने जब शिवसहाय को कोतवाली बुलाया तो उसने किसी की जमानत लेने के लिए पेपर कोर्ट में जमा करने से इंकार किया। उसने बताया कि वह ऐसे व्यक्ति को जानता भी नहीं है। हालांकि जमानत के लिए लगाए गए अभिलेखों में शिवसहाय का आधार, जमीन की खतौनी व फोटो सही लगी है। पुलिस अब जांच में जुटी है कि शिवसहाय के प्रपत्र कैसे कोर्ट तक पहुंचे। एसएसआई गोविंद सिंह चौहान ने बताया कि शिवसहाय ने थाने आकर बयान दिया है कि उसने जमानत के लिए अपने दस्तावेज नहीं लगाए हैं। हालांकि लगाए गए प्रपत्र उसी के हैं। मामले की जांच चल रही है। रिपोर्ट न्यायालय को भेजी जा रही है।