सलेमपुर-लार मार्ग पर सहला पीपल गांव के समीप हुआ हादसा, नहीं लगाए था हेलमेट
संवाद न्यूज एजेंसी
सलेमपुर। सलेमपुर-लार मार्ग पर सहला पीपल गांव के समीप बाइक पेड़ से जा टकराई। इससे बाइक चला रहे युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बरहज थाना क्षेत्र के डिहरी गांव निवासी मोहम्मद रौफ अहमद काफी समय से लार थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में नवासे पर रहते हैं। परिजनों के अनुसार सोमवार को रौफ का बेटा नाजिम( 26) विदेश जाने के लिए पासपोर्ट लेकर किसी एजेंट के पास गया था। लौटते समय वह लार सलेमपुर मार्ग पर सहला पीपल गांव के सामने पहुंचा था तभी प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर सड़क के बाएं तरफ लगे आम के पेड़ से टकरा गई और नाजिम घायल हो गया। यह देख राहगीरों ने घटना की सूचना पुलिस को फोन कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके जेब से मिले आधार कार्ड व मोबाइल के जरिए घटना की जानकारी परिजनों को दी। नाजिम ने हेलमेट नहीं लगाया था। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। वह तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके दो भाई अकरम व शहाबुदीन हैं। वह घर पर ही रहते हैं। दो बहन शहनाज, शाबान की शादी हो चुकी है। मृत युवक का एक दो वर्ष का बेटा है। मां की पांच वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। पत्नी शबाना पति की मौत के बाद से बदहवास हैं। पिता कमाऊ पुत्र की मौत से गमजदा थे। मौजूद लोग उन्हें संभाल रहे थे। उधर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेंज दिया। कोतवाल नवीन मिश्र ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेंज दिया गया है।
....
काश मान ली होती पिता की बात
सलेमपुर। नाजिम दो भाई से बड़ा और दो बहन से छोटा था। वह गुजरात के एक फैक्ट्री में काम करता था। इधर चार माह पूर्व से गांव पर ही रहता था। वह विदेश जाने की तैयारी कर रहा था। सोमवार को वह बाइक निकाल परिजनों से पासपोर्ट लगाने की बात कह बाइक स्टार्ट की, इस पर उसके पापा ने बाइक की चाभी ले ली। बस से सलेमपुर जाने की बात कही। इस पर वह बाइक से जाने की जिद पर अडिग हो गया। बेटे को नाराज देख रौफ उसे जाने को कह दिए। वह रोते हुए कह रहे थे की काश हमारी बात मान ली होती तो शायद वह हम लोगों के बीच में होता।
विदेश जाने की इच्छा रह गई अधूरी
नाजिम परिवार की माली हालत देख गुजरात के एक कंपनी में काम करता था। इसके साथ विदेश जाने का सपना पाले था। वह सभी से कहता था कि जल्द विदेश जाऊंगा और परिवार की माली हालत को ठीक कर दूंगा।विदेश जाने के बाद फोन से सभी से बात होती रहेगी। इसको लेकर वह प्रयासरत था। इसी काम से वह सलेमपुर गया था। पर क्या पता विदेश जाने का सपना उसका अधूरा रह जाएगा।