गुलावठी में 18 फरवरी को रेल रोकेंगे किसान
बुलंदशहर। गुलावठी के ग्राम औरंगाबाद अहीर में रविवार को कृषि कानून के विरोध में किसानों की महापंचायत हुई। महापंचायत में सर्वसम्माति से निर्णय लिया गया कि कृषि कानून के विरोध में 18 फरवरी को किसानों द्वारा गुलावठी में रेल रोकी जाएगी। यह भी निर्णय लिया गया कि क्षेत्र के किसान दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में बड़ी संख्या में भाग लेंगे।
महापंचायत में भाकियू टिकैत गुट के जिलाध्यक्ष बब्बन चौधरी ने कहा कि नए कृषि कानून से किसान बर्बाद हो जाएगा। सरकार को कृषि कानून अविलंब वापस लेना चाहिए। उन्होंने किसानों से अपील की कि दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे धरने में हर गांव से किसान बड़ी संख्या में भाग लें। भट्ठा पारसौल के किसान आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाने वाले किसान नेता मनवीर सिंह तेवतिया ने कहा कि कृषि कानून किसान विरोधी है। उन्होंने कृषि कानून में भविष्य में आने वाली कठिनाईयों को बताया। उन्होंने कहा कि इस कानून से किसान बंधुआ मजदूर बनकर रह जाएंगे। किसान नेता सुरेशपाल सिंह तेवतिया, रोहताश तेवतिया, शमीम हुसैन आदि ने संबोधित किया। महापंचायत में रोहताश सिंह तेवतिया, सुरेशपाल सिंह तेवतिया, वैभव वर्मा, जीत सिंह, शीशपाल सिंह, ओमवीर सिंह, शमीम हुसैन, हरेंद्र यादव दादूपुर, जितेंद्र कुमार समेत क्षेत्र के कई गांवों के किसान मौजूद रहे। अध्यक्षता कुंवर योगेश ने की। संचालन तेजवीर सिंह कुरली एवं वीरेंद्र सिंह ने किया। बाद में पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तथा दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान मृत किसानों को भी श्रद्धांजलि दी गई।