ज्ञानपुर। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधाओं की क्या स्थिति है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को प्रसूता को आपरेशन के लिए 45 मिनट इंतजार करना पड़ा। मजे की बात यह है कि डीजल न होने के कारण जनरेटर चलाया ही नहीं जा सका। जब बिजली आई तो महिला का आपरेशन हो सका। बड़ा सवाल यह है कि अगर आपरेशन के बीच ही बिजली गुल होती तो महिला के जान पर भी बन सकती थी।
महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में छोटे-बड़े मिलाकर कुल चार जनरेटर लगाए गए हैं। बिजली जाने पर जनरेटर चलाकर स्वास्थ्य सुविधा को चालू रखा जाता है। मंगलवार को एक प्रसूता आपरेशन कराने पहुंची। महिला चिकित्सक डॉ. वर्तिका अग्रवाल आपरेशन की सारी तैयारी पूरी कर ली थीं। वे प्रसूता को लेकर आपरेशन थियेटर में जाने ही वाली थी कि अचानक जिला अस्पताल की बिजली चली गई।
महिला चिकित्सक ने तत्काल जनरेटर चालू करने के लिए फोन किया। जिस पर जनरेटर संचालित करने वाले ने बताया कि जनरेटर में डीजल न होने के कारण वह चालू नहीं हो सकता। इसके बाद महिला चिकित्सक व प्रसूता को आपरेशन के लिए 45 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। जब बिजली आई तो आपरेशन हो सका। सवाल है कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का दावा करने वाले विभाग में जब यह स्थिति है तो किस प्रकार दावा किया जा रहा है। जिला अस्पताल में अक्सर इस तरह के मामलों के कारण चर्चा में रहता है। बिजली न होने पर लैब मशीन, एक्स-रे सब कुछ बंद हो जाता है।
मंगलवार दोपहर जब जनरेटर में डीजल नहीं था, तो एक स्वास्थ्यकर्मी इस जनरेटर से उस जनरेटर डीजल निकालने के लिए चक्कर लगाने लगा। लेकिन अफसोस की बात दो जनरेट में डीजल ही नहीं था। एक जनरेट से वो डीजल निकाल ही नहीं सका।
सभी जनरेट में डीजल की व्यवस्था है। साथ ही बिजली कटने पर जनरेटर तत्काल चालू करने की व्यवस्था है। जिस जनरेट में डीजल नहीं है, उसमें कल भरवा दिया जाएगा।
- डॉ. राजेंद्र कुमार, सीएमएस, जिला अस्पताल।