उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। रविवार रात द्वारचार से लेकर भांवरों तक सब कुछ सामान्य चलता रहा। बरात विदा होने से पहले कलेवा के दौरान जो कुछ हुआ, उसने नई नवेली दुल्हन के रोंगटे खड़े कर दिए। कलेवा में बैठे दूल्हे को अचानक मिर्गी का दौरा पड़ गया। इसके बाद दुल्हन ने ससुराल जाने से मना करते हुए रिश्ता तोड़ दिया।
बेटी के फैसले को सुनकर दुल्हन के परिजन ने दूल्हे और उसके पिता सहित बरातियों को बंधक बना लिया। फिर पंचायत बैठी। मामला थाने पहुंचने पर दूल्हे के पिता को खर्च के डेढ़ लाख रुपये देने पड़े और फिर बरात बिना दुल्हन के ही लौट गई।
खुदागंज क्षेत्र निवासी व्यक्ति के तीन बेटे हैं। इनमें बड़े बेटे और छोटे बेटे की शादी हो चुकी है। मिर्गी का दौरा आने की वजह से दूसरे नंबर के बेटे की शादी में अड़चन आ रही थी।
एक वर्ष पहले एक रिश्तेदार ने मिर्जापुर क्षेत्र के एक गांव में लड़की पक्ष से बातकर रिश्ता तय करने को बातचीत शुरू कर दी। दोनों पक्षों के बीच रिश्ता पक्का होने के बाद बरात की तारीख भी निश्चित हो गई। रविवार रात गाजे-बाजे के साथ बरात मिर्जापुर क्षेत्र के गांव में पहुंची। द्वारचार की रस्म पूरी होने के साथ ही बरातियों की जमकर आवभगत हुई।
मंगल गीतों के बीच तड़के चार बजे भांवरें पड़ गईं। सोमवार सुबह विदाई से पहले कलेवा की रस्म शुरू हुई। तभी दूल्हा अचानक कलेवा के पलंग पर ही बेहोश होकर गिर पड़ा। इसी बीच बरातियों में कानाफूसी शुरू हो गई कि मिर्गी का दौरा पड़ने की वजह से इसकी शादी नहीं हो सकी थी। शादी करवाने वाले ने लड़की पक्ष से यह बात छिपाकर रिश्ता तय करा दिया। पोल खुलने पर दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से मना कर दिया।
इस पर दुल्हन के माता पिता ने बरात के स्वागत सत्कार और दहेज में दी गई तीन लाख की रकम की मांग करते हुए दूल्हा और उसके पिता को बंधक बना लिया। वर-वधू पक्ष में चली पंचायत के बाद मामला थाने पहुंच गया। पुलिस ने दूल्हे के पिता से डेढ़ लाख रुपये बतौर बरात खर्च दुल्हन के पिता को दिलवाकर मामला निपटाया। फिर दूल्हा और बराती बिना दुल्हन के लौट गए।
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। रविवार रात द्वारचार से लेकर भांवरों तक सब कुछ सामान्य चलता रहा। बरात विदा होने से पहले कलेवा के दौरान जो कुछ हुआ, उसने नई नवेली दुल्हन के रोंगटे खड़े कर दिए। कलेवा में बैठे दूल्हे को अचानक मिर्गी का दौरा पड़ गया। इसके बाद दुल्हन ने ससुराल जाने से मना करते हुए रिश्ता तोड़ दिया।
बेटी के फैसले को सुनकर दुल्हन के परिजन ने दूल्हे और उसके पिता सहित बरातियों को बंधक बना लिया। फिर पंचायत बैठी। मामला थाने पहुंचने पर दूल्हे के पिता को खर्च के डेढ़ लाख रुपये देने पड़े और फिर बरात बिना दुल्हन के ही लौट गई।
खुदागंज क्षेत्र निवासी व्यक्ति के तीन बेटे हैं। इनमें बड़े बेटे और छोटे बेटे की शादी हो चुकी है। मिर्गी का दौरा आने की वजह से दूसरे नंबर के बेटे की शादी में अड़चन आ रही थी।
एक वर्ष पहले एक रिश्तेदार ने मिर्जापुर क्षेत्र के एक गांव में लड़की पक्ष से बातकर रिश्ता तय करने को बातचीत शुरू कर दी। दोनों पक्षों के बीच रिश्ता पक्का होने के बाद बरात की तारीख भी निश्चित हो गई। रविवार रात गाजे-बाजे के साथ बरात मिर्जापुर क्षेत्र के गांव में पहुंची। द्वारचार की रस्म पूरी होने के साथ ही बरातियों की जमकर आवभगत हुई।
मंगल गीतों के बीच तड़के चार बजे भांवरें पड़ गईं। सोमवार सुबह विदाई से पहले कलेवा की रस्म शुरू हुई। तभी दूल्हा अचानक कलेवा के पलंग पर ही बेहोश होकर गिर पड़ा। इसी बीच बरातियों में कानाफूसी शुरू हो गई कि मिर्गी का दौरा पड़ने की वजह से इसकी शादी नहीं हो सकी थी। शादी करवाने वाले ने लड़की पक्ष से यह बात छिपाकर रिश्ता तय करा दिया। पोल खुलने पर दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से मना कर दिया।
इस पर दुल्हन के माता पिता ने बरात के स्वागत सत्कार और दहेज में दी गई तीन लाख की रकम की मांग करते हुए दूल्हा और उसके पिता को बंधक बना लिया। वर-वधू पक्ष में चली पंचायत के बाद मामला थाने पहुंच गया। पुलिस ने दूल्हे के पिता से डेढ़ लाख रुपये बतौर बरात खर्च दुल्हन के पिता को दिलवाकर मामला निपटाया। फिर दूल्हा और बराती बिना दुल्हन के लौट गए।