बरेली। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की वॉल्वो और गोल्ड लाइन बसों के टिकट अब ऑनलाइन हासिल किए जा सकेेंगे। यात्रियोें को बेहतर सुविधाओं के साथ ही टिकट संबंधी जानकारी देने को विभाग ने अब आनलाइन व्यवस्था की है। यात्रियों को अब घर बैठे ही टिकट मिल सकेगा। इसे परिवहन निगम की वेबसाइट से हासिल किया जा सकता है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से दो वॉल्वो बसों के अलावा नौ गोल्ड लाइन बसो का संचालन किया जा रहा है। वॉल्वो बसें बरेली से दिल्ली के बीच जबकि गोल्डलाइन बसें बरेली से दिल्ली, फरीदाबाद, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर समेत नौ स्थानों के लिए संचालित की जा रही हैं। एआरएम नीरज अग्रवाल ने बताया कि यात्री घर बैठे ही वॉल्वो और गोल्ड लाइन बसों के टिकट निगम की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट यूपीएसआरटीसी डॉट काम पर जाकर हासिल कर सकते हैं। यात्रियों को आरक्षण संबंधी जानकारियां मुहैया कराने के लिए सेटेलाइट और पुराने रोडवेज अड्डे पर कम्प्यूटरीकृत प्रणाली चालू कर दी गई है।
आस्ट्रेलिया से सीखेंगे ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी
बरेली। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम रोड पर बसों की ट्रैंकिंग के लिए आस्ट्रेलिया से तकनीक सीखेगा। इसके लिए निगम ने अधिकारियों की सात सदस्यीय टीम आस्ट्रेलिया भेजी है। इसमें बरेली मंडल के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके बोस भी शामिल हैं। निगम के पास अब तक कोई ऐसी तकनीक नहीं है जिससे रोड पर बसों की ट्रैकिंग की जा सके। एआरएम नीरज अग्रवाल ने बताया कि यदि आस्ट्रेलिया में प्रयुक्त होने वाली तकनीक का प्रयोग किया जाता है तो निगम के अफसर मुख्यालय पर बैठ कर ही बस के संचालन की सटीक जानकारी हासिल कर सकेंगे।
बरेली। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की वॉल्वो और गोल्ड लाइन बसों के टिकट अब ऑनलाइन हासिल किए जा सकेेंगे। यात्रियोें को बेहतर सुविधाओं के साथ ही टिकट संबंधी जानकारी देने को विभाग ने अब आनलाइन व्यवस्था की है। यात्रियों को अब घर बैठे ही टिकट मिल सकेगा। इसे परिवहन निगम की वेबसाइट से हासिल किया जा सकता है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की ओर से दो वॉल्वो बसों के अलावा नौ गोल्ड लाइन बसो का संचालन किया जा रहा है। वॉल्वो बसें बरेली से दिल्ली के बीच जबकि गोल्डलाइन बसें बरेली से दिल्ली, फरीदाबाद, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर समेत नौ स्थानों के लिए संचालित की जा रही हैं। एआरएम नीरज अग्रवाल ने बताया कि यात्री घर बैठे ही वॉल्वो और गोल्ड लाइन बसों के टिकट निगम की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट यूपीएसआरटीसी डॉट काम पर जाकर हासिल कर सकते हैं। यात्रियों को आरक्षण संबंधी जानकारियां मुहैया कराने के लिए सेटेलाइट और पुराने रोडवेज अड्डे पर कम्प्यूटरीकृत प्रणाली चालू कर दी गई है।
आस्ट्रेलिया से सीखेंगे ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी
बरेली। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम रोड पर बसों की ट्रैंकिंग के लिए आस्ट्रेलिया से तकनीक सीखेगा। इसके लिए निगम ने अधिकारियों की सात सदस्यीय टीम आस्ट्रेलिया भेजी है। इसमें बरेली मंडल के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके बोस भी शामिल हैं। निगम के पास अब तक कोई ऐसी तकनीक नहीं है जिससे रोड पर बसों की ट्रैकिंग की जा सके। एआरएम नीरज अग्रवाल ने बताया कि यदि आस्ट्रेलिया में प्रयुक्त होने वाली तकनीक का प्रयोग किया जाता है तो निगम के अफसर मुख्यालय पर बैठ कर ही बस के संचालन की सटीक जानकारी हासिल कर सकेंगे।