पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
बाराबंकी। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आयोजित किसान महापंचायत बुधवार को हरख में होगी। महापंचायत को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत संबोधित करेंगे। कार्यक्रम स्थल पर चल रहीं तैयारियां पर नजर रखने के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष, युवा प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही कार्यक्रम स्थल पर ही डेरा डाले हुए हैं और मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। वहीं कार्यकर्ता गांव-गांव में पहुंच किसानों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में महापंचायत में शामिल होने की अपील कर रहे हैं।
हरख चौराहे से सतरिख जाने वाले मार्ग पर बायें हाथ खाली मैदान पर बुधवार को 11 बजे से किसान महापंचायत का आयोजन भाकियू द्वारा किया जा रहा है। महापंचायत की सफलता का जिम्मा राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा और भाकियू युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर चौधरी को सौंप रखा है। दोनों नेता पिछले कई दिनों से जिले में डेरा डाले हुए हैं। दोनो नेता गांवों में पहुंच जहां किसानों से कार्यक्रम में शामिल होने की अपील कर रहे हैं वहीं मंगलवार को कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहकर अपनी देखरेख में मंच को तैयार करा रहे हैं।
महापंचायत में हजारों की भीड़ जुटने की उम्मीद जताई जा रही है। पंचायत में आने वाले किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसको लेकर कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया कि सरकार खुद को किसान हितैषी बताने का सिर्फ ढोंग कर रही है। मौजूदा सरकार किसानों की सबसे बड़ी दुश्मन है। तभी तो वह तीनों काले कानूनों को वापस लेने से कतरा रही है। किसानों को जागरुक करने के लिए ही महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर भाकियू जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा, उत्तम वर्मा, उपाध्यक्ष अनुपम वर्मा, सतीश वर्मा रिंकू, शिवनारायन मौजूद रहे।
पूर्वांचल का द्वार खोलने की है जरूरत
युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर चौधरी ने कहा कि पूर्वांचल का रास्ता बाराबंकी से खुलता है। ये पूर्वांचल की सफलता का द्वार है, इसलिए इसे खोलना बहुत जरूरी है। जब यहां का किसान अपने अधिकारों के प्रति जागरुक होगा तभी वह पूर्वांचल के किसानों को तीनों काले कानूनों के खिलाफ जागरुक करने में सफल होगा। हम इस तरह की पंचायतें पूरे पूर्वांचल में करने जा रहे हैं। इसमें किसानों को जागरुक कर यह बताने का कार्य करेंगे कि ये तीनों कानून किस तरह से आने वाले दिनों में हमें अपना गुलाम बना लेंगे।
बाराबंकी। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आयोजित किसान महापंचायत बुधवार को हरख में होगी। महापंचायत को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत संबोधित करेंगे। कार्यक्रम स्थल पर चल रहीं तैयारियां पर नजर रखने के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष, युवा प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही कार्यक्रम स्थल पर ही डेरा डाले हुए हैं और मौके पर मौजूद कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। वहीं कार्यकर्ता गांव-गांव में पहुंच किसानों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में महापंचायत में शामिल होने की अपील कर रहे हैं।
हरख चौराहे से सतरिख जाने वाले मार्ग पर बायें हाथ खाली मैदान पर बुधवार को 11 बजे से किसान महापंचायत का आयोजन भाकियू द्वारा किया जा रहा है। महापंचायत की सफलता का जिम्मा राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा और भाकियू युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर चौधरी को सौंप रखा है। दोनों नेता पिछले कई दिनों से जिले में डेरा डाले हुए हैं। दोनो नेता गांवों में पहुंच जहां किसानों से कार्यक्रम में शामिल होने की अपील कर रहे हैं वहीं मंगलवार को कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहकर अपनी देखरेख में मंच को तैयार करा रहे हैं।
महापंचायत में हजारों की भीड़ जुटने की उम्मीद जताई जा रही है। पंचायत में आने वाले किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसको लेकर कार्यकर्ताओं को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया कि सरकार खुद को किसान हितैषी बताने का सिर्फ ढोंग कर रही है। मौजूदा सरकार किसानों की सबसे बड़ी दुश्मन है। तभी तो वह तीनों काले कानूनों को वापस लेने से कतरा रही है। किसानों को जागरुक करने के लिए ही महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर भाकियू जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा, उत्तम वर्मा, उपाध्यक्ष अनुपम वर्मा, सतीश वर्मा रिंकू, शिवनारायन मौजूद रहे।
पूर्वांचल का द्वार खोलने की है जरूरत
युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर चौधरी ने कहा कि पूर्वांचल का रास्ता बाराबंकी से खुलता है। ये पूर्वांचल की सफलता का द्वार है, इसलिए इसे खोलना बहुत जरूरी है। जब यहां का किसान अपने अधिकारों के प्रति जागरुक होगा तभी वह पूर्वांचल के किसानों को तीनों काले कानूनों के खिलाफ जागरुक करने में सफल होगा। हम इस तरह की पंचायतें पूरे पूर्वांचल में करने जा रहे हैं। इसमें किसानों को जागरुक कर यह बताने का कार्य करेंगे कि ये तीनों कानून किस तरह से आने वाले दिनों में हमें अपना गुलाम बना लेंगे।