अंबेडकरनगर। धान खरीद में तेजी लाने के लिए शासन के निर्देश पर 14 क्रय केंद्र जिले में बढ़ा दिए गए हैं। ऐसे में अब क्रय केंद्रों की संख्या 62 से बढ़कर 76 हो गई है।
किसानों को धान बिक्री करने में किसी भी प्रकार की मुश्किल न हो, इसके लिए शासन के निर्देश पर प्रशासन लगातार ठोस कदम उठा रहा है। न सिर्फ क्रय केंद्रों पर व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त की जा रही हैं, बल्कि लगातार अधिकारियों की ओर से क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण कर केंद्र प्रभारियों को खरीद कार्य में तेजी लाए जाने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। एक नवंबर से जिले में 5 एजेंसियों के कुल 62 क्रय केंद्रों पर धान खरीद का कार्य शुरू हुआ था।
शुरुआती दौर में खरीद को लेकर विभिन्न केंद्रों पर लापरवाही सामने आई थी, लेकिन बाद में जिलाधिकारी के कड़े रुख पर खरीद में तेजी आई थी। इस बीच धान खरीद में तेजी आए और ज्यादा से ज्यादा किसान सुचारु रूप से धान की बिक्री क्रय केंद्रों पर कर सकें, इसके लिए शासन के निर्देश पर जिले में 14 क्रय केंद्र बढ़ा दिए गए हैं। ऐसे में अब जिले में क्रय केंद्रों की संख्या बढ़कर 76 हो गई है।
जिले में अब तक 62 क्रय केंद्र संचालित थे, लेकिन 14 केेंद्र बढ़ने पर अब इनकी संख्या बढ़कर 76 हो गई है। ऐसे में अब खाद्य विभाग के 30, पीसीएफ के 37, यूपीएसएस के 7, मंडी समिति के एक व भारतीय खाद्य निगम के एक केंद्र हो गए हैं। क्रय केंद्रों के बढ़ने से अब धान खरीद में और तेजी आने की संभावना है।
758 किसानों का खरीदा गया धान
जिले में 22 नवंबर तक 758 किसानों के 2815.61 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। खाद्य विभाग की ओर से 366 किसानों का 1412.22 एमटी, पीसीएफ द्वारा 296 किसानों का 983.930 एमटी, यूपीएसएस की ओर से 64 किसानों का 296.960 एमटी, मंडी समिति द्वारा 25 किसानों का 99.240 एमटी व भारतीय खाद्य निगम की ओर से सात किसानों का 23.260 एमटी धान खरीदा गया है।
खरीद में न बरतें लापरवाही
धान खरीद में तेजी लाने के लिए जिले में 14 क्रय केंद्र बढ़ाए गए हैं। सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे किसानों की सुचारु रूप से उपज की खरीदारी करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें।
-राजेश कुमार, खाद्य एवं विपणन अधिकारी
अंबेडकरनगर। धान खरीद में तेजी लाने के लिए शासन के निर्देश पर 14 क्रय केंद्र जिले में बढ़ा दिए गए हैं। ऐसे में अब क्रय केंद्रों की संख्या 62 से बढ़कर 76 हो गई है।
किसानों को धान बिक्री करने में किसी भी प्रकार की मुश्किल न हो, इसके लिए शासन के निर्देश पर प्रशासन लगातार ठोस कदम उठा रहा है। न सिर्फ क्रय केंद्रों पर व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त की जा रही हैं, बल्कि लगातार अधिकारियों की ओर से क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण कर केंद्र प्रभारियों को खरीद कार्य में तेजी लाए जाने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। एक नवंबर से जिले में 5 एजेंसियों के कुल 62 क्रय केंद्रों पर धान खरीद का कार्य शुरू हुआ था।
शुरुआती दौर में खरीद को लेकर विभिन्न केंद्रों पर लापरवाही सामने आई थी, लेकिन बाद में जिलाधिकारी के कड़े रुख पर खरीद में तेजी आई थी। इस बीच धान खरीद में तेजी आए और ज्यादा से ज्यादा किसान सुचारु रूप से धान की बिक्री क्रय केंद्रों पर कर सकें, इसके लिए शासन के निर्देश पर जिले में 14 क्रय केंद्र बढ़ा दिए गए हैं। ऐसे में अब जिले में क्रय केंद्रों की संख्या बढ़कर 76 हो गई है।
जिले में अब तक 62 क्रय केंद्र संचालित थे, लेकिन 14 केेंद्र बढ़ने पर अब इनकी संख्या बढ़कर 76 हो गई है। ऐसे में अब खाद्य विभाग के 30, पीसीएफ के 37, यूपीएसएस के 7, मंडी समिति के एक व भारतीय खाद्य निगम के एक केंद्र हो गए हैं। क्रय केंद्रों के बढ़ने से अब धान खरीद में और तेजी आने की संभावना है।
758 किसानों का खरीदा गया धान
जिले में 22 नवंबर तक 758 किसानों के 2815.61 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है। खाद्य विभाग की ओर से 366 किसानों का 1412.22 एमटी, पीसीएफ द्वारा 296 किसानों का 983.930 एमटी, यूपीएसएस की ओर से 64 किसानों का 296.960 एमटी, मंडी समिति द्वारा 25 किसानों का 99.240 एमटी व भारतीय खाद्य निगम की ओर से सात किसानों का 23.260 एमटी धान खरीदा गया है।
खरीद में न बरतें लापरवाही
धान खरीद में तेजी लाने के लिए जिले में 14 क्रय केंद्र बढ़ाए गए हैं। सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे किसानों की सुचारु रूप से उपज की खरीदारी करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें।
-राजेश कुमार, खाद्य एवं विपणन अधिकारी