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सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के नेता एवं पेशे से आचार्य पूरनमल प्रजापति के बेटे सचिन की हत्या का प्रकरण विधान परिषद में गूंजा है। सपा के एमएलसी उदयवीर सिंह, राजपाल कश्यप, सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम और एसआरएस यादव ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। सभी नेताओं ने मुख्य आरोपी सचिन की तत्काल गिरफ्तारी, उसको जेल भेजने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही पूरनमल की सुरक्षा की मांग उठाई। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी सचिन उर्फ पाली 72 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। इस पर अध्यक्ष की ओर से उन्हें ठोस कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है।
एमएलसी उदयवीर सिंह ने पूरा प्रकरण विधान परिषद अध्यक्ष के समक्ष उठाया। उन्होंने कहा कि आरोपियों की ओर से गोली चलने से पूरनमल प्रजापति, उनके बेटे सचिन प्रजापति और भाई देवराज प्रजापति घायल हो गए थे। सचिन ने कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया था। पूरनमल और देवराज का अभी इलाज चल रहा है। मौके पर मौजूद लोगों ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया, जिनको पुलिस के हवाले कर दिया गया। मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है, जिसका नाम सचिन उर्फ पाली है। आरोपी पक्ष भाजपा के पूर्व बूथ प्रभारी ईश्वर चंद्र उपाध्याय के परिवार से हैं। इसलिए पुलिस उन पर कार्रवाई करने से बच रही है। इलाके के लोग सचिन पाली की दबंगई से परेशान हैं।
वो रंगदारी मांगने के साथ ही सटोरियों को संरक्षण भी देता है, जिसका प्रजापति ने कई बार विरोध किया था। इसी वजह से सचिन पाली और उसके पक्ष के लोग दुश्मनी मानते थे। इसलिए जब नुमाइश में होने वाले पिछड़ वर्ग सम्मेलन के कार्ड बांट रहे थे तो जानबूझ कर उनकी बाइक में टक्कर मारी और गाली गलौज कर विवाद किया। उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से गोली मार दी। वर्तमान सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने की बात करती है, लेकिन हकीकत में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। क्योंकि घटना के वक्त मौके पर पुलिस मौजूद थी, पर पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे। एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए और पीड़ित परिजनों को मुआवजा दिया जाए। अपना इलाज करा रहे पूरनमल प्रजापति को सुरक्षा दी जाए। उदयवीर ने एक अन्य सपाई लालमणि की हत्या का मामला भी उठाया। इसके बाद एमएलसी राजपाल कश्यप ने भी इस मामले को उठा कर इंसाफ करने, पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और पूरनमल को सुरक्षा देने की मांग की है।
हत्याकांड की जांच रिपोर्ट भेजी लखनऊ
सचिन हत्याकांड में सपा की ओर से गठित जांच दल ने अपनी रिपोर्ट बुधवार दोपहर बाद लखनऊ भेज दी। मंगलवार को गठित हुए इस जांच दल में पूर्व नगर विधायक जफर आलम, पूर्व एमएलसी दयाराम प्रजापति, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव, रमेश प्रजापति राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, विनोद सविता राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शामिल थे। अशोक यादव ने बताया कि जांच दल ने हत्याकांड के सभी पहलुओं के साथ अमर उजाला में प्रकाशित हुई खबरें, दोनों पक्षों के बीच विवाद के कारण, सरेशाम हुए हत्याकांड की समस्त जानकारी भेजी है। इस पूरे प्रकरण में सचिन उर्फ पाली मुख्य आरोपी है और अभी तक फरार है। ई-मेल के माध्यम से ये रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम को भेज दी गई है। अशोक यादव और विनोद सविता ने बताया कि रिपोर्ट पढ़ने के बाद ही शीर्ष नेतृत्व इस पर फैसला करेगा और आगे की रणनीति तय करेगा।
तीन आरोपियों को भेजा जेल
अलीगढ़। सपा नेता के बेटे पूरनमल प्रजापति के बेटे सचिन की हत्या के मामले में सासनीगेट पुलिस ने अमित उपाध्याय पुत्र ईश्वर चंद्र उपाध्याय, अमित के साले योगेश और जितेंद्र उर्फ जीतू पल्सर को हत्या के मामले में अदालत में पेश किया। जहां से उनको जेल भेज दिया गया है। सासनीगेट थाने के इंस्पेक्टर जावेद ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी बताए जा रहे सचिन उर्फ पाली की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है। एक दो दिन में ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
पूरे इलाके में तनावपूर्ण शांति
अलीगढ़। सचिन हत्याकांड के बाद से सासनीगेट थाने के पला साहिबाबाद मोहल्ले के अवतार नगर और भगवान नगर में तनावपूर्ण शांति है। इलाके में दिन और रात पुलिस की गश्त जारी है। पूरनमल प्रजापति के घर के बाहर भी पुलिस मौजूद है। वहीं पूरनमल के घर पर लोगों का आना-जाना जारी है। लोग वहां पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहेे हैं। हत्याकांड के बाद से ही पूरनमल के घर के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं इलाके में पूरनमल के समर्थकों में सचिन उर्फ पाली की गिरफ्तारी नहीं होने पर जबरदस्त आक्रोश है।
सपा नेता दिनेश को पुलिस ने अदालत पहुंचाया
सासनीगेट के ही निवासी सपा के पूर्व महानगर महामंत्री दिनेश यादव को गालीगलौज मारपीट के एक मामले में गैर जमानती वारंट जारी होने पर थाना पुलिस ने उनको सुबह उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दिनेश को अदालत लेकर पहुंची। जहां से उसको देर शाम जमानत मिल गई है।
सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के नेता एवं पेशे से आचार्य पूरनमल प्रजापति के बेटे सचिन की हत्या का प्रकरण विधान परिषद में गूंजा है। सपा के एमएलसी उदयवीर सिंह, राजपाल कश्यप, सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम और एसआरएस यादव ने इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। सभी नेताओं ने मुख्य आरोपी सचिन की तत्काल गिरफ्तारी, उसको जेल भेजने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही पूरनमल की सुरक्षा की मांग उठाई। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी सचिन उर्फ पाली 72 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। इस पर अध्यक्ष की ओर से उन्हें ठोस कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है।
एमएलसी उदयवीर सिंह ने पूरा प्रकरण विधान परिषद अध्यक्ष के समक्ष उठाया। उन्होंने कहा कि आरोपियों की ओर से गोली चलने से पूरनमल प्रजापति, उनके बेटे सचिन प्रजापति और भाई देवराज प्रजापति घायल हो गए थे। सचिन ने कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया था। पूरनमल और देवराज का अभी इलाज चल रहा है। मौके पर मौजूद लोगों ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया, जिनको पुलिस के हवाले कर दिया गया। मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है, जिसका नाम सचिन उर्फ पाली है। आरोपी पक्ष भाजपा के पूर्व बूथ प्रभारी ईश्वर चंद्र उपाध्याय के परिवार से हैं। इसलिए पुलिस उन पर कार्रवाई करने से बच रही है। इलाके के लोग सचिन पाली की दबंगई से परेशान हैं।
वो रंगदारी मांगने के साथ ही सटोरियों को संरक्षण भी देता है, जिसका प्रजापति ने कई बार विरोध किया था। इसी वजह से सचिन पाली और उसके पक्ष के लोग दुश्मनी मानते थे। इसलिए जब नुमाइश में होने वाले पिछड़ वर्ग सम्मेलन के कार्ड बांट रहे थे तो जानबूझ कर उनकी बाइक में टक्कर मारी और गाली गलौज कर विवाद किया। उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से गोली मार दी। वर्तमान सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने की बात करती है, लेकिन हकीकत में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। क्योंकि घटना के वक्त मौके पर पुलिस मौजूद थी, पर पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे। एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए और पीड़ित परिजनों को मुआवजा दिया जाए। अपना इलाज करा रहे पूरनमल प्रजापति को सुरक्षा दी जाए। उदयवीर ने एक अन्य सपाई लालमणि की हत्या का मामला भी उठाया। इसके बाद एमएलसी राजपाल कश्यप ने भी इस मामले को उठा कर इंसाफ करने, पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और पूरनमल को सुरक्षा देने की मांग की है।
हत्याकांड की जांच रिपोर्ट भेजी लखनऊ
सचिन हत्याकांड में सपा की ओर से गठित जांच दल ने अपनी रिपोर्ट बुधवार दोपहर बाद लखनऊ भेज दी। मंगलवार को गठित हुए इस जांच दल में पूर्व नगर विधायक जफर आलम, पूर्व एमएलसी दयाराम प्रजापति, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक यादव, रमेश प्रजापति राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, विनोद सविता राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शामिल थे। अशोक यादव ने बताया कि जांच दल ने हत्याकांड के सभी पहलुओं के साथ अमर उजाला में प्रकाशित हुई खबरें, दोनों पक्षों के बीच विवाद के कारण, सरेशाम हुए हत्याकांड की समस्त जानकारी भेजी है। इस पूरे प्रकरण में सचिन उर्फ पाली मुख्य आरोपी है और अभी तक फरार है। ई-मेल के माध्यम से ये रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम को भेज दी गई है। अशोक यादव और विनोद सविता ने बताया कि रिपोर्ट पढ़ने के बाद ही शीर्ष नेतृत्व इस पर फैसला करेगा और आगे की रणनीति तय करेगा।
तीन आरोपियों को भेजा जेल
अलीगढ़। सपा नेता के बेटे पूरनमल प्रजापति के बेटे सचिन की हत्या के मामले में सासनीगेट पुलिस ने अमित उपाध्याय पुत्र ईश्वर चंद्र उपाध्याय, अमित के साले योगेश और जितेंद्र उर्फ जीतू पल्सर को हत्या के मामले में अदालत में पेश किया। जहां से उनको जेल भेज दिया गया है। सासनीगेट थाने के इंस्पेक्टर जावेद ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी बताए जा रहे सचिन उर्फ पाली की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है। एक दो दिन में ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
पूरे इलाके में तनावपूर्ण शांति
अलीगढ़। सचिन हत्याकांड के बाद से सासनीगेट थाने के पला साहिबाबाद मोहल्ले के अवतार नगर और भगवान नगर में तनावपूर्ण शांति है। इलाके में दिन और रात पुलिस की गश्त जारी है। पूरनमल प्रजापति के घर के बाहर भी पुलिस मौजूद है। वहीं पूरनमल के घर पर लोगों का आना-जाना जारी है। लोग वहां पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहेे हैं। हत्याकांड के बाद से ही पूरनमल के घर के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं इलाके में पूरनमल के समर्थकों में सचिन उर्फ पाली की गिरफ्तारी नहीं होने पर जबरदस्त आक्रोश है।
सपा नेता दिनेश को पुलिस ने अदालत पहुंचाया
सासनीगेट के ही निवासी सपा के पूर्व महानगर महामंत्री दिनेश यादव को गालीगलौज मारपीट के एक मामले में गैर जमानती वारंट जारी होने पर थाना पुलिस ने उनको सुबह उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दिनेश को अदालत लेकर पहुंची। जहां से उसको देर शाम जमानत मिल गई है।