मथुरा जीआरपी शुक्रवार को उस समय सकते में आ गई जब कंट्रोल रूम से पातालकोट एक्सप्रेस के एस-5 कोच में बम होने की सूचना दी गई। सूचना मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना के आधार पर डॉग स्क्वाड सहित जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने ट्रेन में जांच की। लेकिन कुछ भी नहीं मिला। जांच के बाद ट्रेन को जंक्शन से रवाना किया गया।
शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे जीआरपी कंट्रोल रूम से मथुरा जीआरपी को सूचना दी गई कि पातालकोट एक्सप्रेस ट्रेन के एस-5 कोच की सीट संख्या-13 के पास लाल रंग का बैग रखा हुआ है। इस बैग में बम होने की जानकारी आंवला भोपाल जीआरपी को नरेंद्र सिंह नाम के व्यक्ति ने दी। नरेंद्र ने जीआरपी को बताया कि उसका लड़का इस ट्रेन में यात्रा कर रहा था। वह सफदरगंज उतर गया। इसी दौरान उसके किसी साथी ने उसे ये जानकारी दी।
इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए जीआरपी मथुरा को ट्रेन के आने के करीब 15 मिनट पहले सूचित किया गया। सूचना पर सतर्क हुई जीआरपी के इंस्पेक्टर क्राइम रनवीर सिंह ने आरपीएफ को भी तत्काल सूचना दी। आरपीएफ निरीक्षक अवधेश गोस्वामी टीम तथा डॉग स्क्वाड के साथ जंक्शन पर पहुंच गए। करीब एक बजकर 48 मिनट पर ट्रेन आई। ट्रेन के आते ही टीम एस-5 कोच में पहुंच गई परंतु वहां पर कोई बैग नहीं मिला।
यात्रियों ने टीम को बताया कि तुगलकाबाद पर जीआरपी ने एक लाल रंग के बैग को बरामद किया, जिसमें कुछ कागजात मिले हैं। इंस्पेक्टर क्राइम रनवीर सिंह ने बताया कि डिब्बे में कुछ भी नहीं मिला। जिस व्यक्ति ने जीआरपी आंवला को सूचना दी थी अब वह अपना फोन नहीं उठा रहा है।
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मथुरा जीआरपी शुक्रवार को उस समय सकते में आ गई जब कंट्रोल रूम से पातालकोट एक्सप्रेस के एस-5 कोच में बम होने की सूचना दी गई। सूचना मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना के आधार पर डॉग स्क्वाड सहित जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने ट्रेन में जांच की। लेकिन कुछ भी नहीं मिला। जांच के बाद ट्रेन को जंक्शन से रवाना किया गया।
शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे जीआरपी कंट्रोल रूम से मथुरा जीआरपी को सूचना दी गई कि पातालकोट एक्सप्रेस ट्रेन के एस-5 कोच की सीट संख्या-13 के पास लाल रंग का बैग रखा हुआ है। इस बैग में बम होने की जानकारी आंवला भोपाल जीआरपी को नरेंद्र सिंह नाम के व्यक्ति ने दी। नरेंद्र ने जीआरपी को बताया कि उसका लड़का इस ट्रेन में यात्रा कर रहा था। वह सफदरगंज उतर गया। इसी दौरान उसके किसी साथी ने उसे ये जानकारी दी।