न्यूज डेस्क, अमर उजाला, आगरा
Updated Tue, 01 Sep 2020 05:10 PM IST
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निजी अस्पताल कोरोना उपचार के नाम पर मनमाना शुल्क वसूल रहे हैं। आगरा में कोरोना वायरस के इलाज के नाम पर निजी अस्पताल के रिसेप्शनिस्ट और तीमारदार के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें वह प्रतिदिन 50 से 60 हजार रुपये का खर्च बता रहा है। तीमारदार अधिक रुपये की बात कहते हुए सरकार की ओर से तय कीमत की बात करता है तो उससे कहा जाता है कि उनके यहां सरकार के नियम लागू नहीं होते।
यह भी पढ़ें- शर्मनाक : 'प्रसव शुल्क नहीं दे पाए तो निजी अस्पताल ने बच्चे को बेचा', गरीब दंपती ने लगाया यह आरोप
ऑडियो के अनुसार तीमारदार अस्पताल से संक्रमित मरीज की स्थिति बताकर खर्च की जानकारी कर रहा है। इसमें अस्पताल की ओर से बताया जाता है कि साढ़े सात हजार रुपये प्रतिदिन बेड चार्ज, 1880 रुपये ऑक्सीजन, 2200 रुपये के हिसाब से तीन पीपीई किट का 6600 रुपये, पहले दिन जांच के लिए 24 हजार रुपये का बिल बताया।
'एक लाख रुपये एडवांस जमा करने को कहा'
दवाओं का खर्चा अलग होगा। कुल मिलाकर हर रोज 50-60 हजार रुपये खर्च होंगे। रिसेप्शनिस्ट ने मरीज भर्ती करने के लिए एक लाख रुपये जमा कराने को भी कहा। तीमारदार ने पूछा कि कितने दिन बाद मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आ जाएगी, इसके बारे में उसे बताया कि 15 दिन में जांच रिपोर्ट निगेटिव आ जाएगी।
ऑडियो का संज्ञान लेकर जांच कराई जाएगी: सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. आरसी पांडेय का कहना है कि निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए सरकार ने दर तय कर रखी है। ऑडियो का संज्ञान लेकर जांच कराई जाएगी। पीड़ित तीमारदार से अपील है कि वह विभाग में आकर लिखित में शिकायत भी कर दे।
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सार
- तीमारदार से हुई बातचीत का ऑडियो वायरल, 6600 की पीपीई किट, सात हजार रुपये बेड का चार्ज बताया
विस्तार
निजी अस्पताल कोरोना उपचार के नाम पर मनमाना शुल्क वसूल रहे हैं। आगरा में कोरोना वायरस के इलाज के नाम पर निजी अस्पताल के रिसेप्शनिस्ट और तीमारदार के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें वह प्रतिदिन 50 से 60 हजार रुपये का खर्च बता रहा है। तीमारदार अधिक रुपये की बात कहते हुए सरकार की ओर से तय कीमत की बात करता है तो उससे कहा जाता है कि उनके यहां सरकार के नियम लागू नहीं होते।
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ऑडियो के अनुसार तीमारदार अस्पताल से संक्रमित मरीज की स्थिति बताकर खर्च की जानकारी कर रहा है। इसमें अस्पताल की ओर से बताया जाता है कि साढ़े सात हजार रुपये प्रतिदिन बेड चार्ज, 1880 रुपये ऑक्सीजन, 2200 रुपये के हिसाब से तीन पीपीई किट का 6600 रुपये, पहले दिन जांच के लिए 24 हजार रुपये का बिल बताया।
'एक लाख रुपये एडवांस जमा करने को कहा'
दवाओं का खर्चा अलग होगा। कुल मिलाकर हर रोज 50-60 हजार रुपये खर्च होंगे। रिसेप्शनिस्ट ने मरीज भर्ती करने के लिए एक लाख रुपये जमा कराने को भी कहा। तीमारदार ने पूछा कि कितने दिन बाद मरीज की रिपोर्ट निगेटिव आ जाएगी, इसके बारे में उसे बताया कि 15 दिन में जांच रिपोर्ट निगेटिव आ जाएगी।
ऑडियो का संज्ञान लेकर जांच कराई जाएगी: सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. आरसी पांडेय का कहना है कि निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए सरकार ने दर तय कर रखी है। ऑडियो का संज्ञान लेकर जांच कराई जाएगी। पीड़ित तीमारदार से अपील है कि वह विभाग में आकर लिखित में शिकायत भी कर दे।
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