कोरोना काल में ताजमहल पर सैलानियों का रिकार्ड साल के पहले ही दिन टूट गया। ताजमहल के दीदार के लिए पर्यटक उमड़ आए। साल के पहले दिन 37,834 टिकट बिके। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पास वीआईपी मेहमानों, ग्रुप के आने के कारण 40 हजार से ज्यादा सैलानियों ने ताजमहल निहारा। भीड़ के कारण ताजमहल पर कोविड गाइडलाइन तार-तार हो गई। शारीरिक दूरी का पालन हुआ, न ही मास्क पहने पर्यटक नजर आए। पूर्वी और पश्चिमी गेटों पर प्रवेश के लिए सैलानियों की लंबी कतारें लगी रहीं, जिनमें धक्कामुक्की के साथ कई बार मारपीट की नौबत आ गई। पुलिस और सीआईएसएफ के जवानों को भीड़ नियंत्रित करने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
साल 2022 के पहले ही दिन ताजमहल पर सुबह नौ बजे के बाद सैलानियों की जो भीड़ उमड़ी, वह शाम छह बजे तक बरकरार रही। पूर्वी गेट पर पाठक प्रेस स्थित चेकिंग गेट से लेकर काली मस्जिद, दशहरा घाट रोड तक पर्यटकों की कतार रही, जबकि पश्चिमी गेट पर नीम तिराहे से आगे तक पर्यटकों की भीड़ रही। पश्चिमी गेट पार्किंग के फुल हो जाने के कारण वाहन शमशान घाट चौराहे तक सड़क पर ही खड़े रहे, जिससे जाम लग गया। यमुना किनारा, पुरानी मंडी चौराहे पर पूरे दिन जाम लगा रहा।
मुख्य मकबरे पर भी लगी कतार
ताजमहल के मुख्य गुंबद पर 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट है, लेकिन शनिवार को यहां भी भीड़ रही। चमेली फर्श पर टिकट काउंटर पर लोग लंबी लाइनों में नजर आए। साल के पहले दिन 37,834 टिकट बिके। इससे पहले क्रिसमस पर 33,791 टिकट बिके थे। कोरोना काल के दो साल में शनिवार को सबसे ज्यादा सैलानी पहुंचें। ताज पर नए साल को मनाने के लिए 184 विदेशी पर्यटक आए तो 65 सार्क देशों के रहे। एत्माद्दौला, सिकंदरा, आगरा किला पर सामान्य दिनों के मुकाबले चार से 6 गुना तक पर्यटक पहुंचे। कोरोना काल में एत्माद्दौला पर शनिवार को 1888 सैलानी आए जो सर्वाधिक हैं। सामान्य दिनों में यहां 300 से 400 तक ही सैलानी पहुंचते हैं।
स्मारक पर्यटक
ताजमहल 40000
आगरा किला 9602
सिकंदरा 3122
फतेहपुर सीकरी 2246
एत्माद्दौला 1888
महताब बाग 1286
रामबाग 883
मरियम टूम 164
सीकरी में लगा पर्यटकों का तांता
फतेहपुर सीकरी स्मारक में भी पर्यटकों और जायरीनों का तांता लगा रहा। इसके चलते आगरा गेट और शाहकुली पर जाम की स्थिति रही। सुबह से ही सैलानियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। शेख सलीम चिश्ती की दरगाह में दिनभर भीड़ रही। पहले दिन 2246 पर्यटकों ने सीकरी का दीदार किया। स्मारक में प्रवेश के लिए जोधाबाई और दीवाने आम की बुकिंग विंडो पर टिकट और प्रवेश के लिए लंबी कतारें लगी रहीं। कुछ पर्यटक प्रतिबंधित स्मारक अनूप तालाब में बैरीकंडिंग लांघकर प्रवेश कर गए। बाद में सुरक्षा गार्डों ने उन्हें बाहर निकाला। वाहनों की पार्किंग में भी सैलानियों को परेशानी हुई।
विस्तार
कोरोना काल में ताजमहल पर सैलानियों का रिकार्ड साल के पहले ही दिन टूट गया। ताजमहल के दीदार के लिए पर्यटक उमड़ आए। साल के पहले दिन 37,834 टिकट बिके। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पास वीआईपी मेहमानों, ग्रुप के आने के कारण 40 हजार से ज्यादा सैलानियों ने ताजमहल निहारा। भीड़ के कारण ताजमहल पर कोविड गाइडलाइन तार-तार हो गई। शारीरिक दूरी का पालन हुआ, न ही मास्क पहने पर्यटक नजर आए। पूर्वी और पश्चिमी गेटों पर प्रवेश के लिए सैलानियों की लंबी कतारें लगी रहीं, जिनमें धक्कामुक्की के साथ कई बार मारपीट की नौबत आ गई। पुलिस और सीआईएसएफ के जवानों को भीड़ नियंत्रित करने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
साल 2022 के पहले ही दिन ताजमहल पर सुबह नौ बजे के बाद सैलानियों की जो भीड़ उमड़ी, वह शाम छह बजे तक बरकरार रही। पूर्वी गेट पर पाठक प्रेस स्थित चेकिंग गेट से लेकर काली मस्जिद, दशहरा घाट रोड तक पर्यटकों की कतार रही, जबकि पश्चिमी गेट पर नीम तिराहे से आगे तक पर्यटकों की भीड़ रही। पश्चिमी गेट पार्किंग के फुल हो जाने के कारण वाहन शमशान घाट चौराहे तक सड़क पर ही खड़े रहे, जिससे जाम लग गया। यमुना किनारा, पुरानी मंडी चौराहे पर पूरे दिन जाम लगा रहा।
मुख्य मकबरे पर भी लगी कतार
ताजमहल के मुख्य गुंबद पर 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट है, लेकिन शनिवार को यहां भी भीड़ रही। चमेली फर्श पर टिकट काउंटर पर लोग लंबी लाइनों में नजर आए। साल के पहले दिन 37,834 टिकट बिके। इससे पहले क्रिसमस पर 33,791 टिकट बिके थे। कोरोना काल के दो साल में शनिवार को सबसे ज्यादा सैलानी पहुंचें। ताज पर नए साल को मनाने के लिए 184 विदेशी पर्यटक आए तो 65 सार्क देशों के रहे। एत्माद्दौला, सिकंदरा, आगरा किला पर सामान्य दिनों के मुकाबले चार से 6 गुना तक पर्यटक पहुंचे। कोरोना काल में एत्माद्दौला पर शनिवार को 1888 सैलानी आए जो सर्वाधिक हैं। सामान्य दिनों में यहां 300 से 400 तक ही सैलानी पहुंचते हैं।