श्रावण पूर्णिमा के दिन सात अगस्त को चंद्र ग्रहण के कारण ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन का समय परिवर्तित रहेगा। सेवा-पूजा, आरती सहित अन्य सेवा भी बदले हुए समय के अनुसार होंगी।
विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के प्रशासन प्रबंधक मुनीष शर्मा के अनुसार सात अगस्त को चंद्र ग्रहण के कारण मंदिर के सेवायत सुबह 6 बजे मंदिर में प्रवेश करेंगे। भक्तों के लिए 7:45 बजे पट खुलेंगे।
सुबह 7:55 पर शृंगार आरती होने के साथ 8 बजे राजभोग सेवा प्रारंभ होगी। 9:55 बजे राजभोग आरती होने के बाद 10 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे।
वहीं सायंकालीन सेवा के लिए सुबह ही 10:45 बजे सेवायत गोस्वामियों का मंदिर में प्रवेश होगा। सुबह 11:15 पर भक्तों के लिए पट खुलेंगे। दोपहर 1:10 पर शयन आरती प्रारंभ होगी और 1:15 बजे पट बंद कर दिए जाएंगे।
इसके बाद दोपहर 1:45 बजे मंदिर से सभी सेवायतों व कर्मचारियों का निकास होगा। बता दें कि श्रावण पूर्णिमा के दिन ही रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। ऐसे में रक्षाबंधन के दिन काफी भक्त ठाकुरजी के दर्शन करने आते हैं।
श्रावण पूर्णिमा के दिन सात अगस्त को चंद्र ग्रहण के कारण ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन का समय परिवर्तित रहेगा। सेवा-पूजा, आरती सहित अन्य सेवा भी बदले हुए समय के अनुसार होंगी।
विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के प्रशासन प्रबंधक मुनीष शर्मा के अनुसार सात अगस्त को चंद्र ग्रहण के कारण मंदिर के सेवायत सुबह 6 बजे मंदिर में प्रवेश करेंगे। भक्तों के लिए 7:45 बजे पट खुलेंगे।
सुबह 7:55 पर शृंगार आरती होने के साथ 8 बजे राजभोग सेवा प्रारंभ होगी। 9:55 बजे राजभोग आरती होने के बाद 10 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे।
वहीं सायंकालीन सेवा के लिए सुबह ही 10:45 बजे सेवायत गोस्वामियों का मंदिर में प्रवेश होगा। सुबह 11:15 पर भक्तों के लिए पट खुलेंगे। दोपहर 1:10 पर शयन आरती प्रारंभ होगी और 1:15 बजे पट बंद कर दिए जाएंगे।
इसके बाद दोपहर 1:45 बजे मंदिर से सभी सेवायतों व कर्मचारियों का निकास होगा। बता दें कि श्रावण पूर्णिमा के दिन ही रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। ऐसे में रक्षाबंधन के दिन काफी भक्त ठाकुरजी के दर्शन करने आते हैं।