फतेहपुर सीकरी और सदर बाजार थाना में पुलिस पर हमला करने के आरोपी हिंदू संगठन और भाजपा कार्यकर्ताओं की हिमायत में भाजपा अब खुलकर सामने आ गई है। भाजपा सांसद राम शंकर कठेरिया और सात विधायक मंगलवार को जिला जेल में बंद हमले के आरोपियों से मुलाकात करने पहुंचे। इसके बाद आईजी सुजीत पांडे से उनके आवास पर मिले और कहा कि मुकदमों से संगीन धाराएं हटा ली जाएं। बेकुसूर लोगों के नाम निकाल दिए जाएं। भाजपा नेताओं ने पुलिस को ही कसूरवार ठहराया है। उनकी यह भी मांग है कि जांच कराकर दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई की जाए। हालांकि आईजी ने इसका कोई आश्वासन नहीं दिया है।
पुलिस ने फतेहपुर सीकरी में हुए बवाल में जगमोहन, सागर, उदयवीर, ओमी और मोनू को गिरफ्तार किया था। सदर बाजार थाने पर हुए हमले में महादेव नगर के रिंकू, नगरा ढढुआ के रंजीत सिंह, डिफेंस एस्टेट के रंजीत शाह, मंडी मिर्जा खां के मनोज, सीकरी के राम प्रकाश, ईदगाह के लोकेश, एमएम गेट के राजीव, तुलसी नगर के मनोज, सिर की मंडी के कुलदीप की गिरफ्तारी की गई थी। ये लोग भाजपा, विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं। इनके जेल जाने के तीन दिन तक भाजपा नेता एक शब्द नहीं बोले थे।
उधर, जेल गए और नामजद किए गए आरोपियों ने भाजपा नेताओं पर दबाव बनाया। उनसे कहा कि संकट की घड़ी में आप साथ नहीं दोगे तो कौन देगा? इसे ध्यान में रखते हुए मंगलवार को सांसद रामशंकर कठेरिया के नेतृत्व में उत्तर सीट से विधायक जगन प्रसाद गर्ग,फतेहपुर सीकरी के चौधरी उदयभान सिंह, दक्षिण सीट के योगेंद्र उपाध्याय, छावनी के डा. जीएस धर्मेश, फतेहाबाद के जितेंद्र वर्मा, खेरागढ़ के महेश गोयल, एत्मादपुर के रामप्रताप चौहान जेल में उनसे मिलने पहुंचे।
जिले में नौ की नौ सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। इनमें दो महिलाएं हैं। ग्रामीण से हेमलता दिवाकर और बाह से पक्षालिका सिंह। दोनों महिला विधायकों के अलावा सभी जेल पहुंचे थे। इसके बाद आईजी से कैंप कार्यालय में मिले। उन्होंने आईजी से कहा कि आप खुद जेल जाकर कार्यकर्ताओं की हालत देखे।
उनके सामने मांग रखी कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और संगीन धाराएं हटाई जाएं। प्रतिनिधिमंडल में आरएसएस के प्रांत संपर्क प्रमुख अशोक कुलश्रेष्ठ, विभाग कार्यवाह केशव प्रसाद, सीए प्रमोद चौहान, सुनील पाराशर, अशोक राना, रामकुमार शर्मा, शरद चौहान, प्रवेंद्र जैन एवं सुनील कर्मचंदानी आदि शामिल रहे। बता दें, सीकरी और सदर बाजार थाना में दर्ज मामलों में 29 लोग नामजद हैं और 450 अज्ञात में हैं। इन पर डकैती, जानलेवा हमला, सरकारी काम में बाधा की धाराएं भी लगी हैं।
ये हैं भाजपा नेताओं की मांग
- मुकदमे में संगीन धाराओं को हटाया जाए
- निर्दोष लोगों के नाम एफआईआर से हटें
- दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई हो
- अधिकारियों की भूमिका भी जांच की जाए
- पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए
मुकदमों में ये हैं आरोप
- फतेहपुर सीकरी थाना में सीओ को थप्पड़ जड़ना
- सदर बाजार में हवालात तोड़ने की कोशिश करना
- सदर बाजार में दरोगा की सर्विस रिवाल्वर लूटना
- दरोगा की बाइक फूंक ना, पुलिस से हाथापाई करना
- पुलिस हिरासत से कार्यकर्ताओं को छुड़ाने की कोशिश
आईजी से निराशा मिली, अब सीएम से मिलेंगे
आगरा। भाजपा नेताओं ने आईजी के सामने मांगों की झड़ी लगा दी। पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आईजी ने बड़े धैर्य से पूरी बात सुनी लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। न तो संगीन धाराएं हटाने पर हामी भरी, न ही पुलिस पर कार्रवाई का भरोसा दिया। इतना जरूर कहा कि कार्रवाई निष्पक्ष होगी। उधर, भाजपा सूत्रों की माने तो आईजी के रवैये से निराशा मिलने के चलते ही भाजपा नेताओं ने सीएम को खत लिखा। तय किया कि सीएम से मिलकर पूरी बात बताई जाएगी।
फतेहपुर सीकरी और सदर बाजार थाना में पुलिस पर हमला करने के आरोपी हिंदू संगठन और भाजपा कार्यकर्ताओं की हिमायत में भाजपा अब खुलकर सामने आ गई है। भाजपा सांसद राम शंकर कठेरिया और सात विधायक मंगलवार को जिला जेल में बंद हमले के आरोपियों से मुलाकात करने पहुंचे। इसके बाद आईजी सुजीत पांडे से उनके आवास पर मिले और कहा कि मुकदमों से संगीन धाराएं हटा ली जाएं। बेकुसूर लोगों के नाम निकाल दिए जाएं। भाजपा नेताओं ने पुलिस को ही कसूरवार ठहराया है। उनकी यह भी मांग है कि जांच कराकर दोषी पुलिसवालों पर कार्रवाई की जाए। हालांकि आईजी ने इसका कोई आश्वासन नहीं दिया है।
पुलिस ने फतेहपुर सीकरी में हुए बवाल में जगमोहन, सागर, उदयवीर, ओमी और मोनू को गिरफ्तार किया था। सदर बाजार थाने पर हुए हमले में महादेव नगर के रिंकू, नगरा ढढुआ के रंजीत सिंह, डिफेंस एस्टेट के रंजीत शाह, मंडी मिर्जा खां के मनोज, सीकरी के राम प्रकाश, ईदगाह के लोकेश, एमएम गेट के राजीव, तुलसी नगर के मनोज, सिर की मंडी के कुलदीप की गिरफ्तारी की गई थी। ये लोग भाजपा, विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं। इनके जेल जाने के तीन दिन तक भाजपा नेता एक शब्द नहीं बोले थे।
उधर, जेल गए और नामजद किए गए आरोपियों ने भाजपा नेताओं पर दबाव बनाया। उनसे कहा कि संकट की घड़ी में आप साथ नहीं दोगे तो कौन देगा? इसे ध्यान में रखते हुए मंगलवार को सांसद रामशंकर कठेरिया के नेतृत्व में उत्तर सीट से विधायक जगन प्रसाद गर्ग,फतेहपुर सीकरी के चौधरी उदयभान सिंह, दक्षिण सीट के योगेंद्र उपाध्याय, छावनी के डा. जीएस धर्मेश, फतेहाबाद के जितेंद्र वर्मा, खेरागढ़ के महेश गोयल, एत्मादपुर के रामप्रताप चौहान जेल में उनसे मिलने पहुंचे।
जिले में नौ की नौ सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। इनमें दो महिलाएं हैं। ग्रामीण से हेमलता दिवाकर और बाह से पक्षालिका सिंह। दोनों महिला विधायकों के अलावा सभी जेल पहुंचे थे। इसके बाद आईजी से कैंप कार्यालय में मिले। उन्होंने आईजी से कहा कि आप खुद जेल जाकर कार्यकर्ताओं की हालत देखे।
उनके सामने मांग रखी कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और संगीन धाराएं हटाई जाएं। प्रतिनिधिमंडल में आरएसएस के प्रांत संपर्क प्रमुख अशोक कुलश्रेष्ठ, विभाग कार्यवाह केशव प्रसाद, सीए प्रमोद चौहान, सुनील पाराशर, अशोक राना, रामकुमार शर्मा, शरद चौहान, प्रवेंद्र जैन एवं सुनील कर्मचंदानी आदि शामिल रहे। बता दें, सीकरी और सदर बाजार थाना में दर्ज मामलों में 29 लोग नामजद हैं और 450 अज्ञात में हैं। इन पर डकैती, जानलेवा हमला, सरकारी काम में बाधा की धाराएं भी लगी हैं।
ये हैं भाजपा नेताओं की मांग
- मुकदमे में संगीन धाराओं को हटाया जाए
- निर्दोष लोगों के नाम एफआईआर से हटें
- दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई हो
- अधिकारियों की भूमिका भी जांच की जाए
- पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए
मुकदमों में ये हैं आरोप
- फतेहपुर सीकरी थाना में सीओ को थप्पड़ जड़ना
- सदर बाजार में हवालात तोड़ने की कोशिश करना
- सदर बाजार में दरोगा की सर्विस रिवाल्वर लूटना
- दरोगा की बाइक फूंक ना, पुलिस से हाथापाई करना
- पुलिस हिरासत से कार्यकर्ताओं को छुड़ाने की कोशिश
आईजी से निराशा मिली, अब सीएम से मिलेंगे
आगरा। भाजपा नेताओं ने आईजी के सामने मांगों की झड़ी लगा दी। पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आईजी ने बड़े धैर्य से पूरी बात सुनी लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। न तो संगीन धाराएं हटाने पर हामी भरी, न ही पुलिस पर कार्रवाई का भरोसा दिया। इतना जरूर कहा कि कार्रवाई निष्पक्ष होगी। उधर, भाजपा सूत्रों की माने तो आईजी के रवैये से निराशा मिलने के चलते ही भाजपा नेताओं ने सीएम को खत लिखा। तय किया कि सीएम से मिलकर पूरी बात बताई जाएगी।