आगरा के एसएन मेडिकल कालेज में रैगिंग प्रकरण में आरोपी जूनियर डाक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष डा. विकास मिश्रा को सात दिन के लिए चिकित्सकीय कार्यों से निलंबित कर दिया है। उनसे लिखित में भी माफीनामा लिया गया है। ये कार्रवाई विभागीय स्तर से हुई है। कार्रवाई के बाद एंटी रैगिंग सेल में पीड़ित ने अपनी शिकायत वापस ले ली है।
बता दें कि सात जुलाई को इमरजेंसी में पोस्ट ग्रेजुएशन प्रथम वर्ष के छात्र डा. सौरभ द्विवेदी ने पोस्ट ग्रेजुएशन तृतीय वर्ष के डा. विकास मिश्रा पर मारपीट कर रैगिंग का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत एंटी रैगिंग सेल में की थी। लेकिन दोनों पक्ष सुनवाई को नहीं पहुंचे। दोनों जूनियर डाक्टर हड्डी रोग विभाग से हैं।
इस पर विभागाध्यक्ष दोनों पक्षों की सुनवाई कर आरोपी पर कार्रवाई की। पीड़ित ने कार्रवाई से संतुष्टि होने पर एंटी रैगिंग सेल से शिकायत वापस ले ली है। विभागाध्यक्ष डा. सीपी पाल का कहना है कि चिकित्सकीय कार्यों के दौरान आपस में मामूली घटनाएं हो जाती हैं। आरोपी को चेतावनी देकर सात दिन के लिए चिकित्सकीय कार्यों से हटा दिया है।
आगरा के एसएन मेडिकल कालेज में रैगिंग प्रकरण में आरोपी जूनियर डाक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष डा. विकास मिश्रा को सात दिन के लिए चिकित्सकीय कार्यों से निलंबित कर दिया है। उनसे लिखित में भी माफीनामा लिया गया है। ये कार्रवाई विभागीय स्तर से हुई है। कार्रवाई के बाद एंटी रैगिंग सेल में पीड़ित ने अपनी शिकायत वापस ले ली है।
बता दें कि सात जुलाई को इमरजेंसी में पोस्ट ग्रेजुएशन प्रथम वर्ष के छात्र डा. सौरभ द्विवेदी ने पोस्ट ग्रेजुएशन तृतीय वर्ष के डा. विकास मिश्रा पर मारपीट कर रैगिंग का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत एंटी रैगिंग सेल में की थी। लेकिन दोनों पक्ष सुनवाई को नहीं पहुंचे। दोनों जूनियर डाक्टर हड्डी रोग विभाग से हैं।
इस पर विभागाध्यक्ष दोनों पक्षों की सुनवाई कर आरोपी पर कार्रवाई की। पीड़ित ने कार्रवाई से संतुष्टि होने पर एंटी रैगिंग सेल से शिकायत वापस ले ली है। विभागाध्यक्ष डा. सीपी पाल का कहना है कि चिकित्सकीय कार्यों के दौरान आपस में मामूली घटनाएं हो जाती हैं। आरोपी को चेतावनी देकर सात दिन के लिए चिकित्सकीय कार्यों से हटा दिया है।