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मुन्नाभाइयों की बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू
Lucknow
Updated Fri, 25 Jan 2013 05:30 AM IST
लखनऊ। केजीएमयू में सोमवार को स्क्रीनिंग के दौरान पकड़े गए तीनों मुन्नाभाइयों को बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। डीन इन तीनों की पूरी कारस्तानियों की रिपोर्ट चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक को भेजेंगे। हालांकि, बृहस्पतिवार को तीनों को जमानत मिल गई। प्रॉक्टर प्रो. अब्बास मेहंदी ने बताया कि बलिया के दौलतपुर निवासी और एसबीआई में अकाउंटेंट रामायण कुमार के बेटे कुणाल कुमार, गोरखपुर के हरपुर निवासी और ट्रेजरी में अकाउंटेंट दूधनाथ के बेटे कृष्ण प्रताप और आजमगढ़ के मिल्लत नगर निवासी शाह आलम की केजीएमयू से बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इन तीनों की पूरी रिपोर्ट डीन और फिर महानिदेशक (चिकित्सा शिक्षा) को दी जाएगी। गौरतलब है कि बायोमीट्रिक जांच में कुणाल कुमार, कृष्ण प्रताप और शाह आलम के फिंगर प्रिंट और फोटो नहीं मिले थे। शक होने पर कई बार उनकी जांच कराई गई। तीनों छात्र जांच मशीन खराब होने की बात कहकर जांच अधिकारी को गुमराह करते रहे। दोबारा जांच में भी उनकी फोटो और फिंगर प्रिंट गलत पाए गए। इसके बाद उन्हें पुलिस को सौंप दिया गया जहां सभी ने सॉल्वर के सहारे सीपीएमटी पास करने की बात कबूली थी।
लखनऊ। केजीएमयू में सोमवार को स्क्रीनिंग के दौरान पकड़े गए तीनों मुन्नाभाइयों को बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। डीन इन तीनों की पूरी कारस्तानियों की रिपोर्ट चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक को भेजेंगे। हालांकि, बृहस्पतिवार को तीनों को जमानत मिल गई। प्रॉक्टर प्रो. अब्बास मेहंदी ने बताया कि बलिया के दौलतपुर निवासी और एसबीआई में अकाउंटेंट रामायण कुमार के बेटे कुणाल कुमार, गोरखपुर के हरपुर निवासी और ट्रेजरी में अकाउंटेंट दूधनाथ के बेटे कृष्ण प्रताप और आजमगढ़ के मिल्लत नगर निवासी शाह आलम की केजीएमयू से बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इन तीनों की पूरी रिपोर्ट डीन और फिर महानिदेशक (चिकित्सा शिक्षा) को दी जाएगी। गौरतलब है कि बायोमीट्रिक जांच में कुणाल कुमार, कृष्ण प्रताप और शाह आलम के फिंगर प्रिंट और फोटो नहीं मिले थे। शक होने पर कई बार उनकी जांच कराई गई। तीनों छात्र जांच मशीन खराब होने की बात कहकर जांच अधिकारी को गुमराह करते रहे। दोबारा जांच में भी उनकी फोटो और फिंगर प्रिंट गलत पाए गए। इसके बाद उन्हें पुलिस को सौंप दिया गया जहां सभी ने सॉल्वर के सहारे सीपीएमटी पास करने की बात कबूली थी।