तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान सड़कों पर उतर आए। करीब सालभर पहले उन्होंने सिंघु बॉर्डर का घेराव किया और इसके बाद गाजीपुर बॉर्डर पर भी मोर्चा खोल दिया। सरकार और किसानों के बीच 12 दौर की बातचीत हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका। किसान तीनों कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की मांग पर अड़े हैं, जबकि सरकार कानूनों को दो साल के लिए टालने की बात कह चुकी है।