न्यूज डेस्क, अमर उजाला, शिमला
Published by: ashok chauhan
Updated Fri, 18 Jan 2019 07:17 PM IST
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पार्टी अध्यक्ष कुलदीप राठौर के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मारपीट करने वालों पर तीन पीसीसी सचिवों ने कड़ी कार्रवाई की मांग है। पीसीसी सचिव महेश शर्मा, मनजीत ठाकुर और प्रदीप वर्मा ने कहा है कि कांग्रेस अहिंसा में विश्वास रखती है। पार्टी कार्यक्रमों में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।
यह पहला मौका नहीं है, जब पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के समर्थकों ने ऐसा किया है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, दिग्गज नेत्री विद्या स्टोक्स, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर और पीआरओ केसी लेंका के साथ भी पूर्व सीएम के समर्थक अभद्र व्यवहार कर चुके हैं।
उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर से कार्यक्रम के दौरान हिंसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कहा कि प्रदेशाध्यक्ष यह भी सुनिश्चित करें कि इस तरह के खूनी संघर्ष की पुनरावृत्ति न हो। कार्यकर्ता अपने-अपने नेता के समर्थन में नारेबाजी करते ही हैं।
पूर्व अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक भी अपने नेता के लिए नारेबाजी कर रहे थे तो वीरभद्र समर्थकों को उग्र नारेबाजी नहीं करनी चाहिए थी। राजीव राणा को सिर में पांच टांके लगे हैं। वे कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ता हैं।
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पार्टी अध्यक्ष कुलदीप राठौर के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मारपीट करने वालों पर तीन पीसीसी सचिवों ने कड़ी कार्रवाई की मांग है। पीसीसी सचिव महेश शर्मा, मनजीत ठाकुर और प्रदीप वर्मा ने कहा है कि कांग्रेस अहिंसा में विश्वास रखती है। पार्टी कार्यक्रमों में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।
यह पहला मौका नहीं है, जब पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के समर्थकों ने ऐसा किया है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, दिग्गज नेत्री विद्या स्टोक्स, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर और पीआरओ केसी लेंका के साथ भी पूर्व सीएम के समर्थक अभद्र व्यवहार कर चुके हैं।
उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर से कार्यक्रम के दौरान हिंसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कहा कि प्रदेशाध्यक्ष यह भी सुनिश्चित करें कि इस तरह के खूनी संघर्ष की पुनरावृत्ति न हो। कार्यकर्ता अपने-अपने नेता के समर्थन में नारेबाजी करते ही हैं।
पूर्व अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक भी अपने नेता के लिए नारेबाजी कर रहे थे तो वीरभद्र समर्थकों को उग्र नारेबाजी नहीं करनी चाहिए थी। राजीव राणा को सिर में पांच टांके लगे हैं। वे कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ता हैं।