हिमाचल के कांगड़ा जिले के देहरा दौरे के दौरान केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर की अनदेखी पर जयराम ठाकुर मंच से ढलियारा कॉलेज के प्राचार्य पर बरस पड़े। प्राचार्य ने आतिथ्य सत्कार के दौरान अनुराग ठाकुर का नाम कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों के बाद लिया। इस पर मुख्यमंत्री ने मंच से प्राचार्य को खूब लताड़ लगाई। सीएम ने कहा कि प्रोटोकोल का ध्यान रखना चाहिए। सीएम जयराम ठाकुर ढलियारा में प्रशासनिक भवन और खेल मैदान का शिलान्यास करने पहुंचे थे।
शिलान्यास के बाद आयोजित चायपान के दौरान कॉलेज प्रशासन की तरफ से सबसे पहले सीएम जयराम ठाकुर का आतिथ्य सत्कार किया गया। इसके बाद कैबिनेट मंत्री और विधायकों को सम्मानित किया गया। अंत में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को सम्मानित किया गया। सीएम जयराम ठाकुर इस पर उखड़ गए। उन्होंने कॉलेज प्रिंसिपल और प्रबंधन को लताड़ लगाते हुए कहा कि उन्हें प्रोटोकोल का ध्यान रखना चाहिए। केंद्रीय राज्य मंत्री का प्रोटोकोल बड़ा है।
इससे पहले 18 जनवरी को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल की ताजपोशी समारोह में मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ सांसद अनुराग ठाकुर के हाथ न मिलाने का वीडियो भी खूब चर्चा में रहा था।
दरअसल अनुराग जब मंच पर आए तो वह पहले भाजपा प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे से मिले, लेकिन उनके बगल में हाथ बढ़ाए खड़े सीएम जयराम से हाथ मिलाने के बजाय तीसरे नंबर पर खड़े राजीव बिंदल के गले लग गए।
मुख्यमंत्री की ढलियारा में जनसभा के दौरान बगलामुखी मंदिर के ट्रस्ट पर सवाल उठाए गए। यह सवाल किसी और ने नहीं, बल्कि केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर और पूर्व मंत्री रविंद्र रवि ने उठाए। जनसभा के मंच से पहले रविंद्र रवि ने आरोप लगाया कि करोड़ों की कमाई वाले बगलामुखी मंदिर को आखिर एडीबी के तहत 3 करोड़ रुपये क्यों दिए गए? रवि ने आरोप लगाया कि बगलामुखी मंदिर के ट्रस्ट के नाम पर धांधली हो रही है। एशियन डेवलपमेंट से जारी बजट का दुरुपयोग हो रहा है। इस मंदिर का सरकार को अधिग्रहण करना चाहिए, ताकि ज्वालाजी, चिंतपूर्णी और बज्रेश्वरी मंदिर की तरह पारदर्शी तरीके से इसके पैसे का प्रयोग हो।
रवि के भाषण के बाद जब अनुराग ठाकुर मंच पर आए तो उन्होंने कहा कि रविंद्र रवि की ओर से उठाया गया मामला चिंताजनक है। एडीबी का पैसा तो पर्यटन के विकास में लगना चाहिए। मंदिर के ट्रस्ट के गठन और और उसकी गतिविधियां देखी जानी चाहिए। मंदिर के पैसे का लाभ गरीब जनता को मिलना चाहिए। सरकार को बगलामुखी मंदिर का अधिग्रहण करना चाहिए। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि बगलामुखी मंदिर के संदर्भ में विचार करके कोई रास्ता निकाला जाएगा।
हिमाचल के कांगड़ा जिले के देहरा दौरे के दौरान केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर की अनदेखी पर जयराम ठाकुर मंच से ढलियारा कॉलेज के प्राचार्य पर बरस पड़े। प्राचार्य ने आतिथ्य सत्कार के दौरान अनुराग ठाकुर का नाम कैबिनेट मंत्रियों और विधायकों के बाद लिया। इस पर मुख्यमंत्री ने मंच से प्राचार्य को खूब लताड़ लगाई। सीएम ने कहा कि प्रोटोकोल का ध्यान रखना चाहिए। सीएम जयराम ठाकुर ढलियारा में प्रशासनिक भवन और खेल मैदान का शिलान्यास करने पहुंचे थे।
शिलान्यास के बाद आयोजित चायपान के दौरान कॉलेज प्रशासन की तरफ से सबसे पहले सीएम जयराम ठाकुर का आतिथ्य सत्कार किया गया। इसके बाद कैबिनेट मंत्री और विधायकों को सम्मानित किया गया। अंत में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को सम्मानित किया गया। सीएम जयराम ठाकुर इस पर उखड़ गए। उन्होंने कॉलेज प्रिंसिपल और प्रबंधन को लताड़ लगाते हुए कहा कि उन्हें प्रोटोकोल का ध्यान रखना चाहिए। केंद्रीय राज्य मंत्री का प्रोटोकोल बड़ा है।
सीएम के साथ अनुराग के हाथ न मिलाने का वीडियो रहा था चर्चा में
इससे पहले 18 जनवरी को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल की ताजपोशी समारोह में मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ सांसद अनुराग ठाकुर के हाथ न मिलाने का वीडियो भी खूब चर्चा में रहा था।
दरअसल अनुराग जब मंच पर आए तो वह पहले भाजपा प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे से मिले, लेकिन उनके बगल में हाथ बढ़ाए खड़े सीएम जयराम से हाथ मिलाने के बजाय तीसरे नंबर पर खड़े राजीव बिंदल के गले लग गए।
अनुराग और रवि ने बगलामुखी मंदिर के ट्रस्ट पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री की ढलियारा में जनसभा के दौरान बगलामुखी मंदिर के ट्रस्ट पर सवाल उठाए गए। यह सवाल किसी और ने नहीं, बल्कि केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर और पूर्व मंत्री रविंद्र रवि ने उठाए। जनसभा के मंच से पहले रविंद्र रवि ने आरोप लगाया कि करोड़ों की कमाई वाले बगलामुखी मंदिर को आखिर एडीबी के तहत 3 करोड़ रुपये क्यों दिए गए? रवि ने आरोप लगाया कि बगलामुखी मंदिर के ट्रस्ट के नाम पर धांधली हो रही है। एशियन डेवलपमेंट से जारी बजट का दुरुपयोग हो रहा है। इस मंदिर का सरकार को अधिग्रहण करना चाहिए, ताकि ज्वालाजी, चिंतपूर्णी और बज्रेश्वरी मंदिर की तरह पारदर्शी तरीके से इसके पैसे का प्रयोग हो।
रवि के भाषण के बाद जब अनुराग ठाकुर मंच पर आए तो उन्होंने कहा कि रविंद्र रवि की ओर से उठाया गया मामला चिंताजनक है। एडीबी का पैसा तो पर्यटन के विकास में लगना चाहिए। मंदिर के ट्रस्ट के गठन और और उसकी गतिविधियां देखी जानी चाहिए। मंदिर के पैसे का लाभ गरीब जनता को मिलना चाहिए। सरकार को बगलामुखी मंदिर का अधिग्रहण करना चाहिए। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि बगलामुखी मंदिर के संदर्भ में विचार करके कोई रास्ता निकाला जाएगा।