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समाजशास्त्री और लेखक आशीष नंदी ने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए सीधे तौर पर पिछड़े वर्ग को जिम्मेदार बताया है। उनके इस बयान से जयपुर साहित्य सम्मेलन एक बार फिर विवादों में आ गया है। विवाद को देखते हुए सम्मेलन स्थल की सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
सीएसडीएस के निदेशक और मशहूर फिल्मकार प्रीतीश नंदी के भाई आशीष नंदी ने साहित्य सम्मेलन के एक कार्यक्रम में शनिवार को कहा कि भ्रष्टाचार के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ साथ, अनुसूचित जाति और जनजाति जिम्मेदार हैं। उन्होंने इसके लिए पश्चिम बंगाल का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा भ्रष्ट लोग इन्हीं वर्ग से आते हैं।
इस विवादास्पद बयान को लेकर मीणा और जाट जातियों के कुछ संगठन बेहद नाराज नजर हो गए हैं। मीणा महासभा और जाट महासभा ने जयपुर साहित्य सम्मेलन से नंदी को बाहर करने की मांग की है। इतना ही नहीं, मीणा महासभा ने नंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का मन बना लिया है।
नंदी के बयान की साहित्य और राजनीति जगत में काफी आलोचना हो रही है। जयपुर साहित्य सम्मेलन के आयोजक संजोय रॉय का कहना है कि भ्रष्टाचार का किसी जाति-सुमदाय से कोई संबंध नहीं होता है।
समाजशास्त्री और लेखक आशीष नंदी ने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए सीधे तौर पर पिछड़े वर्ग को जिम्मेदार बताया है। उनके इस बयान से जयपुर साहित्य सम्मेलन एक बार फिर विवादों में आ गया है। विवाद को देखते हुए सम्मेलन स्थल की सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
सीएसडीएस के निदेशक और मशहूर फिल्मकार प्रीतीश नंदी के भाई आशीष नंदी ने साहित्य सम्मेलन के एक कार्यक्रम में शनिवार को कहा कि भ्रष्टाचार के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ साथ, अनुसूचित जाति और जनजाति जिम्मेदार हैं। उन्होंने इसके लिए पश्चिम बंगाल का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा भ्रष्ट लोग इन्हीं वर्ग से आते हैं।
इस विवादास्पद बयान को लेकर मीणा और जाट जातियों के कुछ संगठन बेहद नाराज नजर हो गए हैं। मीणा महासभा और जाट महासभा ने जयपुर साहित्य सम्मेलन से नंदी को बाहर करने की मांग की है। इतना ही नहीं, मीणा महासभा ने नंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का मन बना लिया है।
नंदी के बयान की साहित्य और राजनीति जगत में काफी आलोचना हो रही है। जयपुर साहित्य सम्मेलन के आयोजक संजोय रॉय का कहना है कि भ्रष्टाचार का किसी जाति-सुमदाय से कोई संबंध नहीं होता है।