मोहाली। जिले में लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सेहत विभाग के कर्मचारी अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों का टीकाकरण कर रहे हैं। आलम यह है कि कोरोना के खिलाफ जंग में वॉरियर्स बनकर भूमिका निभाने वालों के पास पीपीई किट तक नहीं है, जिसको पहनकर कोरोना वॉरियर्स टीकाकरण के दौरान खुद को कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बचा सकें।
जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमण के खिलाफ सेहत विभाग बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। आलम यह है कि सेहत केंद्रों में टीकाकरण मुहिम के दौरान सेहत विभाग के अधिकारियों की ओर से कोताही बरती जा रही है। आलम यह है कि अस्पताल में टीकाकरण करने वाले फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को पीपीई किट प्रदान नहीं की गई। यह कोरोना वॉरियर्स केवल मास्क और हाथ में दस्ताने पहनकर मुहिम में काम कर रहे हैं। बता दें कि अलग-अलग क्षेत्र से आने वाले लोग सेहत केंद्र में टीकाकरण करवाने पहुंच रहे हैं और इनके संपर्क में आकर कर्मचारी खुद कोरोना संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। दरअसल यह स्थिति अकेले जिला सिविल अस्पताल की ही नहीं, बल्कि पूरे जिले के सेहत केंद्रों की है और इन सभी केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण की मुहिम को अंजाम दिया जा रहा है।
केंद्र के मुताबिक जरूरी नहीं पीपीई किट
कोरोना को लेकर केंद्र के नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, टीकाकरण के दौरान पीपीई किट को जरूरी नहीं किया गया है। इस दौरान केवल मास्क और दस्ताने पहनकर ही कोरोना वॉरियर्स लोगों का टीकाकरण कर सकते है। - आदर्शपाल कौर, सिविल सर्जन, जिला मोहाली।
मोहाली। जिले में लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए सेहत विभाग के कर्मचारी अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों का टीकाकरण कर रहे हैं। आलम यह है कि कोरोना के खिलाफ जंग में वॉरियर्स बनकर भूमिका निभाने वालों के पास पीपीई किट तक नहीं है, जिसको पहनकर कोरोना वॉरियर्स टीकाकरण के दौरान खुद को कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से बचा सकें।
जानकारी के मुताबिक कोरोना संक्रमण के खिलाफ सेहत विभाग बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। आलम यह है कि सेहत केंद्रों में टीकाकरण मुहिम के दौरान सेहत विभाग के अधिकारियों की ओर से कोताही बरती जा रही है। आलम यह है कि अस्पताल में टीकाकरण करने वाले फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को पीपीई किट प्रदान नहीं की गई। यह कोरोना वॉरियर्स केवल मास्क और हाथ में दस्ताने पहनकर मुहिम में काम कर रहे हैं। बता दें कि अलग-अलग क्षेत्र से आने वाले लोग सेहत केंद्र में टीकाकरण करवाने पहुंच रहे हैं और इनके संपर्क में आकर कर्मचारी खुद कोरोना संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। दरअसल यह स्थिति अकेले जिला सिविल अस्पताल की ही नहीं, बल्कि पूरे जिले के सेहत केंद्रों की है और इन सभी केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण की मुहिम को अंजाम दिया जा रहा है।
केंद्र के मुताबिक जरूरी नहीं पीपीई किट
कोरोना को लेकर केंद्र के नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, टीकाकरण के दौरान पीपीई किट को जरूरी नहीं किया गया है। इस दौरान केवल मास्क और दस्ताने पहनकर ही कोरोना वॉरियर्स लोगों का टीकाकरण कर सकते है। - आदर्शपाल कौर, सिविल सर्जन, जिला मोहाली।