इंडिया इंफोलाइन फाइनांस लिमिटेड (आईआईएफएल) की गिल रोड ब्रांच में पांच लुटेरों द्वारा 12 करोड़ रुपये का तीस किलो सोना लूटने के मामले में पुलिस के हाथ अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। सीआईए थ्री के सामने ब्रांच में इतनी बड़ी लूट करने वालों के मन में पुलिस का कोई डर नहीं था।
वह वारदात को अंजाम देने के बाद सीधे भागने की बजाय घूमकर सीआईए थ्री के आगे से निकले। जब तक ब्रांच के कर्मचारी ताला खोल कर सीआईए थ्री तक पहुंचते तब तक आरोपी गिल रोड ही पार कर चुके थे। आरोपियों के फरार होने के बाद पुलिस मुलाजिम ब्रांच में जाकर चेकिंग में जुट गए और लुटेरों को शहर छोड़ने के लिए कुछ ओर समय मिल गया।
कमिश्नरेट पुलिस की 22 टीमों के अलावा कई जिलों की पुलिस भी अपने तौर पर जांच करने में जुटी हुई हैं। दो दिन बाद भी पुलिस के हाथ ऐसा कोई सुराग नहीं लगा है जिससे पुलिस लुटेरों तक पहुंचने में कामयाब हो सके। बता दें कि पुलिस को उलझाने के लिए लुटेरों ने काफी अच्छे तरीके से प्लानिंग बना रखी थी। अधिकारियों के दिशा निर्देश पर डाबा लोहारा इलाके में पुलिस की कई टीमें सोमवार को देर रात को छापामारी करने में जुटी रही, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।
पुलिस की टीमें गिल रोड स्थित ब्रांच से लेकर डाबा लोहारा इलाके में जितने भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उसकी फुटेज चेक करने में जुटी हैं, ताकि कार की लोकेशन कुछ पता चल सके। सूत्रों के अनुसार वारदात को अंजाम देने वाले लुटेरे कुछ समय लुधियाना में घूमने के बाद शहर छोड़ कर फरार हो गए। पुलिस लगातार जांच में जुटी है ताकि लुटेरों का कोई सुराग मिल सके।
लुटेरों ने वारदात को अंजाम देने के लिए काफी अच्छी प्लानिंग कर रखी थी। इसका उदाहरण साफ है कि लुटेरों ने पुलिस को चकमा देने के लिए पूरी प्लानिंग बनाई हुई थी। वारदात के बाद जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की तो लुटेरे कभी किधर तो कभी किधर घूमते रहे। ईश्वर नगर पुली के पास जाकर अचानक से लुटेरों की कार गायब हो गई।
लुटेरों ने पुलिस को चकमा देने के लिए इतने समय तक कार को इसी इलाके में घुमाया और अचानक से कार गायब कर दी। सूत्रों की माने तो उसके बाद लुटेरों ने कार पर लगी नंबर प्लेट बदली और दोराहा की तरफ से दिल्ली रोड पर फरार हो गए। पुलिस अब ईश्वर नगर के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे और दोराहा की तरफ जाने वाले रास्ते में लगे कैमरों की फुटेज भी चेक करने में जुटी है।
डाबा लोहारा इलाके में रात को भी कई जगहों पर हुई छापामारी
लूटकांड के बाद देर शाम को एडीजीपी स्तर के अधिकारी लुधियाना पहुंच गए और जांच में जुट गए। अधिकारियों के आदेश के बाद पुलिस की कई टीमें देर रात तक डाबा लोहारा इलाके में छापामारी करती रही। पुलिस सूत्रों की माने तो पुलिस ने कुछ संदिग्ध युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। आरोपियों की कार पर जो नंबर लगा था वह ट्रैक्टर का निकला। जब पुलिस ने ट्रैक्टर मालिक से पूछताछ की तो उससे भी कोई सुराग नहीं मिल सका।
घुमारमंडी में वीके ज्वैलर्स में लुटेरों ने फॉर्च्यूनर कार का इस्तेमाल किया था। जब पुलिस ने चेकिंग की तो वह भी दोराहा से आगे नहीं मिली। अब लुटेरों ने मारुति सियाज कार इस्तेमाल किया गया वह कार भी ईश्वर नगर पुली के पास दोराहा से आगे नहीं मिली। पुलिस का दावा है कि लुटेरे इसी रास्ते से आए और लूटकांड को अंजाम देने के बाद इसी रास्ते से फरार हो गए थे। पुलिस अब पंजाब में चोरी हुई फार्चूनर कारों और मारुति सियाज कारों की लिस्ट तैयार करने में जुटी है। पुलिस की नजर अब फार्चूनर और सियाज कारों पर है।
खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे लुधियाना के ज्वैलर्स
ऐसा दूसरी बार हुआ है कि लुधियाना के ज्वैलर्स खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे है। इससे पहले गैंगस्टर राजीव राजा ने अपने साथियों के साथ मिल महानगर के कई ज्वैलर्स की हत्या की थी। जब गैंगस्टर राजीव राजा को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो महानगर के ज्वैलर्स ने राहत की सांस ली थी। अब बीस दिन में लुटेरों द्वारा दो बड़ी वारदातों को अंजाम देने के बाद महानगर के ज्वैलर्स एक बार फिर खौफ में है। वह पुलिस से सुरक्षा की अपील कर रहे है और ज्वैलर्स मार्केट में पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग कर रहे है।
पुलिस कमिश्नर ने मीटिंग
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने मंगलवार को महानगर के ज्वैलर्स और सोना रख लोन देने वालों के साथ पुलिस लाइन में मीटिंग की। इस दौरान पुलिस कमिश्नर ने उन्हें आने वाले दिक्कतों के बारे में जाना और उन्हें कुछ आदेश दिए। पुलिस कमिश्नर ने मीटिंग के दौरान महत्वपूर्ण निर्देश दिए। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने बताया कि अभी तक लुटेरों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। जांच की जा रही है। जल्द ही मामला हल कर लिया जाएगा।
इंडिया इंफोलाइन फाइनांस लिमिटेड (आईआईएफएल) की गिल रोड ब्रांच में पांच लुटेरों द्वारा 12 करोड़ रुपये का तीस किलो सोना लूटने के मामले में पुलिस के हाथ अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। सीआईए थ्री के सामने ब्रांच में इतनी बड़ी लूट करने वालों के मन में पुलिस का कोई डर नहीं था।
वह वारदात को अंजाम देने के बाद सीधे भागने की बजाय घूमकर सीआईए थ्री के आगे से निकले। जब तक ब्रांच के कर्मचारी ताला खोल कर सीआईए थ्री तक पहुंचते तब तक आरोपी गिल रोड ही पार कर चुके थे। आरोपियों के फरार होने के बाद पुलिस मुलाजिम ब्रांच में जाकर चेकिंग में जुट गए और लुटेरों को शहर छोड़ने के लिए कुछ ओर समय मिल गया।
कमिश्नरेट पुलिस की 22 टीमों के अलावा कई जिलों की पुलिस भी अपने तौर पर जांच करने में जुटी हुई हैं। दो दिन बाद भी पुलिस के हाथ ऐसा कोई सुराग नहीं लगा है जिससे पुलिस लुटेरों तक पहुंचने में कामयाब हो सके। बता दें कि पुलिस को उलझाने के लिए लुटेरों ने काफी अच्छे तरीके से प्लानिंग बना रखी थी। अधिकारियों के दिशा निर्देश पर डाबा लोहारा इलाके में पुलिस की कई टीमें सोमवार को देर रात को छापामारी करने में जुटी रही, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।
पुलिस की टीमें गिल रोड स्थित ब्रांच से लेकर डाबा लोहारा इलाके में जितने भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उसकी फुटेज चेक करने में जुटी हैं, ताकि कार की लोकेशन कुछ पता चल सके। सूत्रों के अनुसार वारदात को अंजाम देने वाले लुटेरे कुछ समय लुधियाना में घूमने के बाद शहर छोड़ कर फरार हो गए। पुलिस लगातार जांच में जुटी है ताकि लुटेरों का कोई सुराग मिल सके।
पूरी प्लानिंग के साथ आए थे लुटेरों ने पुलिस को दिया चकमा
लुटेरों ने वारदात को अंजाम देने के लिए काफी अच्छी प्लानिंग कर रखी थी। इसका उदाहरण साफ है कि लुटेरों ने पुलिस को चकमा देने के लिए पूरी प्लानिंग बनाई हुई थी। वारदात के बाद जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की तो लुटेरे कभी किधर तो कभी किधर घूमते रहे। ईश्वर नगर पुली के पास जाकर अचानक से लुटेरों की कार गायब हो गई।
लुटेरों ने पुलिस को चकमा देने के लिए इतने समय तक कार को इसी इलाके में घुमाया और अचानक से कार गायब कर दी। सूत्रों की माने तो उसके बाद लुटेरों ने कार पर लगी नंबर प्लेट बदली और दोराहा की तरफ से दिल्ली रोड पर फरार हो गए। पुलिस अब ईश्वर नगर के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे और दोराहा की तरफ जाने वाले रास्ते में लगे कैमरों की फुटेज भी चेक करने में जुटी है।
डाबा लोहारा इलाके में रात को भी कई जगहों पर हुई छापामारी
लूटकांड के बाद देर शाम को एडीजीपी स्तर के अधिकारी लुधियाना पहुंच गए और जांच में जुट गए। अधिकारियों के आदेश के बाद पुलिस की कई टीमें देर रात तक डाबा लोहारा इलाके में छापामारी करती रही। पुलिस सूत्रों की माने तो पुलिस ने कुछ संदिग्ध युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। आरोपियों की कार पर जो नंबर लगा था वह ट्रैक्टर का निकला। जब पुलिस ने ट्रैक्टर मालिक से पूछताछ की तो उससे भी कोई सुराग नहीं मिल सका।
फॉर्च्यूनर के साथ सियाज पर भी पुलिस की नजर
घुमारमंडी में वीके ज्वैलर्स में लुटेरों ने फॉर्च्यूनर कार का इस्तेमाल किया था। जब पुलिस ने चेकिंग की तो वह भी दोराहा से आगे नहीं मिली। अब लुटेरों ने मारुति सियाज कार इस्तेमाल किया गया वह कार भी ईश्वर नगर पुली के पास दोराहा से आगे नहीं मिली। पुलिस का दावा है कि लुटेरे इसी रास्ते से आए और लूटकांड को अंजाम देने के बाद इसी रास्ते से फरार हो गए थे। पुलिस अब पंजाब में चोरी हुई फार्चूनर कारों और मारुति सियाज कारों की लिस्ट तैयार करने में जुटी है। पुलिस की नजर अब फार्चूनर और सियाज कारों पर है।
खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे लुधियाना के ज्वैलर्स
ऐसा दूसरी बार हुआ है कि लुधियाना के ज्वैलर्स खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे है। इससे पहले गैंगस्टर राजीव राजा ने अपने साथियों के साथ मिल महानगर के कई ज्वैलर्स की हत्या की थी। जब गैंगस्टर राजीव राजा को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो महानगर के ज्वैलर्स ने राहत की सांस ली थी। अब बीस दिन में लुटेरों द्वारा दो बड़ी वारदातों को अंजाम देने के बाद महानगर के ज्वैलर्स एक बार फिर खौफ में है। वह पुलिस से सुरक्षा की अपील कर रहे है और ज्वैलर्स मार्केट में पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग कर रहे है।
पुलिस कमिश्नर ने मीटिंग
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने मंगलवार को महानगर के ज्वैलर्स और सोना रख लोन देने वालों के साथ पुलिस लाइन में मीटिंग की। इस दौरान पुलिस कमिश्नर ने उन्हें आने वाले दिक्कतों के बारे में जाना और उन्हें कुछ आदेश दिए। पुलिस कमिश्नर ने मीटिंग के दौरान महत्वपूर्ण निर्देश दिए। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने बताया कि अभी तक लुटेरों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। जांच की जा रही है। जल्द ही मामला हल कर लिया जाएगा।