आगरा जिले में 1952 से लेकर अब तक 70 वर्षों में हुए 17 विधानसभा चुनावों में आगरा से केवल दो मुस्लिम विधायक ही चुनाव जीत सके हैं। हालांकि विधानसभा चुनाव लड़कर लखनऊ विधानसभा पहुंचने का ख्वाब तो 102 मुस्लिम उम्मीदवारों ने संजोया था, लेकिन इनमें से 100 के सपने चकनाचूर हो गए, जबकि केवल दो ही विधायक बन सके। 20 साल पहले साल 2002 के विधानसभा चुनाव में आगरा छावनी से पहली बार जिले में बसपा से मुस्लिम विधायक चौधरी बशीर ने जगह बनाई, जिसे 2007 में जुल्फिकार अहमद भुट्टो ने बरकरार रखा गया, लेकिन उसके बाद से ही जिले से एक भी मुस्लिम नुमाइंदा नहीं चुना जा सका।
आजादी के बाद शुरुआती चुनावों में अलग जिला बनने से पहले फिरोजाबाद विधानसभा सीट आगरा का हिस्सा थी। पहले ही चुनाव में फिरोजाबाद सीट पर कांग्रेस ने हैदर बख्श को टिकट दिया, लेकिन वह जीत नहीं सके। इसके बाद 1967 के चुनाव तक कांग्रेस के प्रत्याशी मुस्लिम ही रहे, लेकिन दूसरे स्थान पर ही रह पाए, चुनाव न जीत सके।
आजादी के बाद शुरुआती चुनावों में अलग जिला बनने से पहले फिरोजाबाद विधानसभा सीट आगरा का हिस्सा थी। पहले ही चुनाव में फिरोजाबाद सीट पर कांग्रेस ने हैदर बख्श को टिकट दिया, लेकिन वह जीत नहीं सके। इसके बाद 1967 के चुनाव तक कांग्रेस के प्रत्याशी मुस्लिम ही रहे, लेकिन दूसरे स्थान पर ही रह पाए, चुनाव न जीत सके।