एक समय था जब नीरज चोपड़ा को गिने-चुने लोग ही जानते थे, लेकिन अब उन्होंने ओलंपिक में इतिहास रच दिया है और आज पूरी दुनिया उन्हें जानने लगी है। वह टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बने हैं। लेकिन कहते हैं ना कि लोगों को कामयाबी हासिल करने के लिए बहुत सारे त्याग करने पड़ते हैं, नीरज चोपड़ा ने भी किया है। सोशल मीडिया से तो वह दूर रहते ही थे, उन्होंने मोबाइल फोन से भी किनारा कर लिया था और वो भी एक साल पहले ही। ऐसा नहीं है कि उनके पास मोबाइल नहीं था। वह मोबाइल रखते थे, लेकिन वह उसे ज्यादातर समय स्विच ऑफ ही रखते थे। वह मोबाइल को ऑन तभी करते थे, जब अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों से बात करने का मन करता था। अब तो उनके बारे में कई दिलचस्प कहानियां सोशल मीडिया पर फैली हुई हैं। उनके लुक और हेयरस्टाइल को लेकर भी बातें हो रही हैं। तो चलिए जानते हैं 'गोल्डन ब्वॉय' नीरज चोपड़ा के बारे में कुछ दिलचस्प बातें...
पहले रखते थे लंबे बाल
- टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने से पहले नीरज लंबे बाल रखते थे। उनका हेयरस्टाइल काफी फेमस था। लेकिन टोक्यो में वह एक नए लुक के साथ नजर आए। उन्होंने अपना हेयरस्टाइल चेंज कर लिया था यानी अपने बाल कटवा लिए थे। उनका यह नया लुक भी लोगों को काफी पसंद आया।
इस वजह से कटवा लिए बाल
- नीरज को अपने लंबे बाल काफी पसंद थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें अपने बालों की कुर्बानी देनी पड़ी। खबरों के मुताबिक, इसके पीछे की वजह ये है कि नीरज नहीं चाहते थे कि उनके लंबे बालों की वजह से उनके जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में थोड़ी सी भी परेशानी आए और आज नतीजा सबके सामने है।
बचपन में नीरज को सब कहते थे सरपंच
- दरअसल, नीरज हरियाणा के पानीपत के एक छोटे से गांव खांद्रा के रहने वाले हैं। आज आप जिस नीरज को देख रहे हैं, असल में पहले वो ऐसे नहीं थे। बचपन में वह काफी भारी भरकम हुआ करते थे। उनका वजन 80 किलो के करीब था। वह चूंकि कुर्ता पायजामा पहनते थे, इसलिए सब उन्हें सरपंच कहकर बुलाते थे। लेकिन बाद में उन्होंने अपना वजन ऐसा कम किया कि देखने वाले हैरान रह गए।
बचपन में बहुत शरारती थे नीरज
- खबरों के मुताबिक, बचपन में नीरज बहुत ही शरारती हुआ करते थे। वह गांव में मधुमक्खियों के छत्ते से छेड़छाड़ तो किया करते ही थे, साथ ही भैसों की पूंछ खींचने जैसी शरारत भी करते थे। हालांकि अब वह ऐसी शरारती नहीं करते, बस अपने खेल पर ध्यान लगाए रखते हैं।