जम्मू-कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश और बर्फबारी से जनजीवन पटरी से उतर गया। बर्फबारी और कम रोशनी (लो विजिबिलिटी) की हवाई सेवा पर मार पड़ी है। प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बांदीपोरा, बारामूला, गांदरबल, कुपवाड़ा, कुलगाम, रामबन, डोडा, किश्तवाड़ और पुंछ जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन होने की चेतावनी जारी की है।
वहीं, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा श्रीनगर से सोमवार को सभी 68 आने और जाने वाली उड़ानें रद्द रहीं, इसमें जम्मू आने वाली आठ उड़ानें शामिल हैं। खराब मौसम के चलते जम्मू एयरपोर्ट से सुबह 11 बजे के बाद उड़ानों का संचालन शुरू हो पाया। कटड़ा-सांझीछत चॉपर सेवा और बैटरी सेवा बंद रही। धुंध के कारण भैरो घाटी से श्री माता वैष्णो देवी के भवन तक रोपवे सेवा भी प्रभावित हुई है।
रामबन और बनिहाल के बीच कई स्थानों पर पहाड़ से पत्थर गिरने, भूस्खलन और बर्फबारी के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग दूसरे दिन भी बंद रहा। जिला राजोरी और पुंछ को शोपियां (कश्मीर) से जोड़ने वाला मुगल रोड बर्फबारी के कारण पहले से ही बंद चल रहा है।
जिला स्तर पर दर्जनों संपर्क मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गए हैं। पर्यटन स्थलों पर सफेद चादर बिछने से आगामी दिनों में बड़ी संख्या में सैलानियों के पहुंचने की उम्मीद है।
जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने खराब मौसम के बीच 24 घंटों के दौरान दस जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। डोडा, किश्तवाड़ और पुंछ जिले में सबसे ज्यादा खतरा बताया गया है।