हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में टॉपर बनने की खुशी के बाद मुख्यमंत्री से मेधावी सम्मान पाने की हसरत लिए हरियाणा के विभिन्न जिलों से रोहतक पहुंचे दो सौ से अधिक विद्यार्थियों को अमर उजाला की ओर से सम्मानित किया गया। एमडीयू के राधाकृष्णन सभागार में आयोजित समारोह के लिए सुबह से मेधावी विद्यार्थी पहुंचने लगे थे। कोई परिजन के साथ तो कोई अभिभावक और अध्यापक के साथ सम्मान समारोह का गवाह बनना चाहता था।
मन में उमंग उत्साह और कुछ बड़ा करने का सपना लिए दूर दराज से पहुंचे मेधावियों में उत्साह देखते ही बनता था। यही कारण था कि निर्धारित समय से पहले ही पंजीकरण के लिए सभागार के बाहर मेधावी छात्र-छात्राओं और उनके परिजनों की कतार लगने लगी। 11 बजते-बजते सभागार हजारों की संख्या से खचाखच भर गया। अब सभी को इंतजार था मुख्य अतिथि और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का, जिनके हाथों से मेधावियों को सम्मानित होना था।
मंच से जब टॉप सात विद्यार्थियों को आगे की पंक्ति में बुलाया गया जो अभिभावकों और उपस्थित लोगों ने तालियों से मेधावियों की हौसला आफजाई की। करीब 12.15 बजे डीसी और एसपी के पहुंचते ही अन्य विशिष्ट अतिथियों का आना शुरू हो गया। चंद मिनटों बाद ही सीएम के आने की उदघोषणा के साथ सभागार एकबार फिर तालियों से गूंज उठा।
मुख्यमंत्री ने मेधावियों की हौसला आजफाई के बाद मेडल वितरण शुरू किया तो हर विद्यार्थी की बेकरारी देखते ही बनती थी। हरियाणा के एक-एक जिले के टापरों को बारी-बारी मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। मुख्यमंत्री के हाथों मेडल और सम्मान पाकर छात्र-छात्राओं के साथ अभिभावकों के भी चेहरे खिल उठे। खुशी से झूमते विद्यार्थी कहीं सेल्फी लेते तो कही विक्ट्री साइन बनाते नजर आए।
वहीं सीएम के हाथों से बच्चों को पदक व प्रमाणपत्र मिलते देख कई अभिभावक भावुक हो उठे। सम्मानित मेधावी छात्र-छात्राएं जब पदक लेकर परिजनों के पास पहुंचे तो किसी ने सिर पुचकार कर तो किसी ने गले लगाकर भावनाएं व्यक्त की। उन्होंने भरोसा जताया कि यह सम्मान मेधावी बच्चों के जीवन में नया उजाला लाएगा। इससे पहले मंच से सीएम ने विद्यार्थियों की मेहनत और लगन को सराहते हुए उन्हें सपने पूरे करने के लिए प्रोत्साहित किया।
जब मुख्यमंत्री ने खुद संभाला मंच
बच्चों को सम्मानित करने के बाद सभी 300 मेधावियों की सामूहिक फोटो करने की बारी आई तो सभी सोच में पड़ गए। ऐसे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आगे बढ़कर खुद माइक संभाला। फिर मेधावी बच्चों के अलावा सभी से पीछे जाने का अनुरोध किया। साथ ही सभी छात्र-छात्राओं से आगे आने को कहा। इस दौरान सांसद, विधायक, डीसी और एसपी की कुर्सी भी खाली हो गई और उस पर छात्र-छात्राओं को बैठाया गया। सीएम ने मंच से खुद व्यवस्था बनाते हुए छात्र-छात्राओं को बैठाया। इसके बाद सीएम मंच से उतर कर विद्यार्थियों के बीच पहुंचे और हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह, एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह के साथ सामूहिक फोटो करवाए।
जीवन में ज्ञान की सफलता की कुंजी : प्रो. राजबीर
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह ने कहा कि जीवन में सफलता की कुंजी ज्ञान है, यह सभी को जान लेना चाहिए। ज्ञान की ज्योति न केवल आपके जीवन को आलोकित करती है, बल्कि पूरे समाज को रोशनी देती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में न केवल किताबी ज्ञान लें, बल्कि तकनीकी एक्सपर्ट भी बनें, ताकि नौकरी मांगने मांगने वाले नहीं, बल्कि देने वाले बन सकें। कुलपति ने कहा कि उभरते सितारों को चमकने का मौका दें तो निश्चय ही देश व दुनिया से गरीबी का अंधेरा हटेगा और देश प्रगति के पद पर आगे बढ़ेगा। इससे पहले उन्होंने सीएम और विद्यार्थियों का विवि की तरफ से स्वागत किया।