गोरखपुर जिले में शनिवार को एक बार फिर कोरोना मरीजों का आंकड़ा 500 के पार हो गया। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 576 नए केस मिले हैं। साथ ही 13 मरीजों की मौत भी हुई है। इनमें से पांच गोरखपुर के रहने वाले थे। अन्य सात देवरिया, सिवान, महाराष्ट्र, महराजगंज के निवासी हैं। हालांकि यह मौतें पोर्टल पर अपलोड नहीं हो सकी हैं। यही वजह है कि विभाग ने इन मौतों का आंकड़ा जारी नहीं किया है।
सीएमओ डॉ सुधाकर पांडेय ने बताया कि 576 केस मिलने के बाद जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 27963 हो गई है। इसमें से 22264 संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं। संक्रमितों में अब तक 380 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 5321 हो गया है।
शहरी थाना क्षेत्र में 323 नए केस मिले हैं। जबकि ग्रामीण थाना क्षेत्र में कुल 236 संक्रमित मिले हैं। वहीं, 17 ऐसे मामले हैं, जो अलग-अलग थाना क्षेत्रों के हैं। सीएमओ ने अपील की है कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
बीआरडी में में मरने वाले पांच गोरखपुर के शामिल
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पिछले 24 घंटे में 13 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है। इनमें पांच गोरखपुर के रहने वाले थे। जिसमें बड़हलगंज का 54 वर्षीय व्यक्ति, बांसगांव का 32 वर्षीय युवक, राप्तीनगर की 55 वर्षीय महिला, बिछिया की 61 वर्षीय महिला और कुमायूंघाट की 56 वर्षीय महिला शामिल हैं। इनके अलावा देवरिया का 59 वर्षीय व्यक्ति, कुशीनगर का 56 वर्षीय व्यक्ति, बिहार के सिवान का 55 वर्षीय व्यक्ति, देवरिया का 41 वर्षीय व्यक्ति, कुशीनगर की 70 वर्षीय महिला, संतकबीरनगर का 67 वर्षीय बुजुर्ग, महाराष्ट्र का 50 वर्षीय व्यक्ति, महराजगंज का 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है। सभी की मौत बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में हुई है।
गोरखपुर में कोविड टीकाकरण के बीच शनिवार को 25 बूथों पर वैक्सीन लगाई गई। इस दौरान 1772 लोगों ने कोविड का टीका लगवाया। इनमें 1506 को पहली डोज, जबकि 266 को बूस्टर डोज लगाई गई। जिला अस्पताल में टीका लगवाने के लिए सुबह से ही लाइन लग गई थी। इसकी वजह से लोगों को थोड़ा परेशान भी होना पड़ा। जबकि अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन न होने की वजह से लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा। जानकारी के मुताबिक बीआरडी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, महिला अस्पताल, एम्स समेत सीएचसी, पीएचसी और निजी अस्पतालों को मिलाकर कुल केवल 25 बूथ बनाए गए थे। इन बूथों पर सुबह 10 बजे टीकाकरण शुरू हुआ। टीकाकरण के लिए लोग सुबह से ही लाइन में लग गए। जिला अस्पताल में सबसे अधिक भीड़ रही। वहीं, नगर निगम के संक्रमण अस्पताल में कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई। टीका लगवाने के बाद लोग 30 मिनट तक निगरानी में रहे। इस बीच कई निजी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन खत्म होने के कारण लोगों को वापस लौटना पड़ा। सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया कि वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है।