उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के सलेमपुर तहसील क्षेत्र के पिपरा रामधर मिश्रौली गांव में शनिवार को ग्राम सभा की जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। इस दौरान जमीन कब्जा करने वाले लोगों और प्रशासन के बीच काफी नोकझोंक भी हुई।
बता दें कि यह कार्रवाई उच्च न्यायालय के आदेश पर एसडीएम ओमप्रकाश बरनवाल के नेतृत्व में की गई। जिसमें 13 लोगों के घर पर बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त कर दिया गया। कब्जा हटाने के दौरान मकान मालिकों व प्रशासन के बीच बहस भी हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक, मिश्रौली गांव में शनिवार को एसडीएम ओमप्रकाश बरनवाल के नेतृत्व में दो बुलडोजर को लेकर राजस्व टीम के साथ भारी संख्या में पुलिस पहुंची। जिसके बाद उच्च न्यायालय के आदेश के बाद नोटिस जारी किए गए आवासों को ध्वस्त कराया गया।
इनके घरों पर चला बुलडोजर
जयप्रकाश पुत्र ब्राम्हा, रामप्रवेश व रमाकांत पुत्रगण सर्वजीत, शम्भू व अनिल पुत्रगण बालेश्वर, दीपक पुत्र प्रभु, संजय पुत्र रामकेवल, शुभनाथ, दीनानाथ, रामनाथ पुत्रगण सिंघासन व रामकेवल पुत्र भृगुराशन के घर पर बुलडोजर चलाया गया।
प्रशासन ने पुलिस की मदद से सभी के घरों को पहले खाली कराया। इसके बाद दो बुलडोजर लगा कर सभी के घरों को ध्वस्त कर दिया गया। अपनी आंखों के सामने घरों को गिरता देख कई महिलाएं बदहवास हो गईं। इस दौरान महिलाओं ने रोते हुए कहा कि सिर से छत का साया उठ गया।