नोएडा सेक्टर-21 के जलवायु विहार में नाले की मरम्मत का काम शुरू करने से पहले मजदूरों ने ठेकेदार को जर्जर दीवार की जानकारी दी थी। मजदूरों ने नाले की खुदाई के दौरान दीवार गिरने की आशंका जताई थी। इसके बावजूद कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार ने ध्यान नहीं दिया और मजदूरों को सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध नहीं कराए।लापरवाही बरतने और मानकों के उल्लंघन के कारण दीवार ढहने से चार मजूदरों की मौत हो गई। प्राधिकरण ने एमडी प्रोजेक्ट एंड कंस्ट्रक्शन को जलवायु विहार के नाले की मरम्मत के लिए ठेका दिया था। मुख्य ठेकेदार अर्जुन यादव व सुंदर यादव हैं। ठेकेदार को मजदूर देने का काम गुल मोहम्मद के पास था। काम शुरू होने से पहले सुंदर व गुल मोहम्मद मजदूरों को मौके पर लाए थे। यहां काम शुरू करने से पहले कुछ मजदूरों ने मुआयना किया और सुंदर व गुल मोहम्मद को जर्जर दीवार के झुके होने की जानकारी दी।
मजदूरों ने बताया कि यहां काम करना खतरनाक साबित हो सकता है। इसकी जानकारी संबंधित वर्क सर्किल व प्राधिकरण के अन्य अधिकारियों को भी दी गई थी, लेकिन प्राधिकरण अधिकारियों की तरफ से कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया। इसके बाद ठेकेदार ने लापरवाही बरतते हुए डरा धमकाकर मजदूरों से काम शुरू करा दिया।
12 लोग नाले में जाकर काम कर रहे थे। कुछ देर में ही दीवार का करीब 70 मीटर लंबा हिस्सा ढह गया। चहारदीवारी का निर्माण जलवायु विहार आवासीय समिति ने 25 साल पहले कराया था, लेकिन रखरखाव अच्छे तरीके से नहीं हो रहा था।
नाबालिगों से कराया जा रहा था काम
तमाम मानकों का उल्लंघन करते हुए बालश्रम कराया जा रहा था। लेबर ठेकेदार ने जितने भी मजदूरों को नाले की मरम्मत के लिए बुलाया था, उनमें कई नाबालिग थे। मामले में कोतवाली सेक्टर-20 में मृतक पुष्पेंद्र के भाई संजीव की शिकायत पर ठेकेदार सुंदर यादव व गुल मोहम्मद के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
नाले की मरम्मत के दौरान सोसाइटी की दीवार ढही, चार मजदूरों की मौत
आपको बता दें कि सेक्टर-21 स्थित जलवायु विहार में मंगलवार को नाले की मरम्मत के दौरान सोसाइटी की दस फीट ऊंची दीवार गिरने से दो नाबालिगों समेत चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि आठ मजदूर घायल हो गए। पुलिस ने बाल श्रम कानून के उल्लंघन सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लेबर ठेकेदार गुल मोहम्मद को गिरफ्तार किया है।