ग्रेटर नोएडा के दादरी के बढ़पुरा गांव के रहने वाले बुजुर्ग रविंद्र कुमार और उनकी पत्नी राकेश भाटी की बिसरा रिपोर्ट डेढ़ साल बाद भी पुलिस को नहीं मिली है। इस कारण दंपती के खुदकुशी के केस की जांच भी अटकी हुई है। इधर, अब पुलिस ने हेमा की हत्या करने वाली दंपती की बेटी पायल के घर से मिले खून व बाल के नमूने का डीएनए मिलान की तैयारी शुरू कर दी है। आलाधिकारियों ने बादलपुर पुलिस को हेमा के माता-पिता का ब्लड सैंपल लेकर डीएनए मिलान का निर्देश दिया है। बता दें कि, 17 मई 2021 को दादरी के बढ़पुरा गांव में दंपती रविंद्र कुमार व उनकी पत्नी राकेश देवी ने सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी की थी। सुसाइड नोट के आधार पर दंपती की पुत्रवधु स्वाति, उसके दो भाई और बिचौलिया सुनील के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया था। लेकिन इस केस में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।
पुलिस का कहना था कि दंपती की बिसरा रिपोर्ट फॉरेंसिक लैब जांच के लिए भेजी गई थी, लेकिन अब तक बिसरा रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। इसके चलते पुलिस आगे की कार्रवाई नहीं कर पाई है। दंपती की बेटी पायल ने कार्रवाई न होने पर ही खूनी साजिश रची थी।
पायल ने अपने फेसबुक फ्रेंड अजय की मदद से हेमा को घर बुलाकर हत्या की और खुद की मौत का स्वांग रच दिया। पायल समझकर उसके भाइयों ने हेमा के शव का अंतिम संस्कार व तेरहवीं कर दी थी।
इसके चलते हेमा का शव नहीं मिल पाया था। हालांकि परिजन ने उसके मोबाइल व अन्य सामान आदि से पहचान की है। लेकिन न्यायालय में हेमा का शव साबित करने के लिए डीएनए मिलान जरूरी है।
अजय को था पछतावा, पायल ने तुरंत कबूला जुर्म
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, गिरफ्तार करने के बाद अजय ने शुरूआत में वारदात कबूल नहीं की थी। लेकिन पायल ने तुरंत हेमा की अजय संग मिलकर हत्या करने की वारदात कबूल कर ली। इसके बाद अजय ने वारदात कबूल की और अपने किए पर पछताने लगा। कहा कि अब कुछ नहीं हो सकता। लेकिन पायल को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं था।