द्वारका जिले के जाफरपुर कलां से अगवा कर हरियाणवी लोक गायिका की हत्या के आरोपी रवि और अनिल उर्फ मोहित पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने कई अहम बातों का खुलासा किया है। आरोपियों ने बताया है कि करीब तीन सप्ताह पूर्व इन लोगों ने गायिका की हत्या की साजिश रची थी। 11 मई को बहाने से गायिका को अगवा कर उसी दिन उसकी हत्या कर दी गई। दोनों शव को जलाना चाहते थे, लेकिन उनको मौका नहीं मिला। बाद में शव को महम इलाके में हाइवे के नजदीक फ्लाईओवर के पास गड्ढा खोदकर दफना दिया गया। गायिका की पहचान न हो इसलिए उसके कपड़े उतारकर जला दिए गए। इसके अलावा घटना स्थल से करीब 40 किलोमीटर दूर उसका मोबाइल किसी नाले में फेंक दिया। पुलिस उसका मोबाइल बरामद करने का प्रयास कर रही है। फिलहाल हत्या और सबूत मिटाने का मामला रोहतक के महम थाने में दर्ज है जबकि दिल्ली के जाफरपुर कलां में गायिका को अगवा करने का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल कार और गड्ढा खोदने के लिए इस्तेमाल फावड़ा बरामद कर लिया है। पुलिस उपायुक्त शंकर चौधरी का कहना है कि हत्या का केस हरियाणा से दिल्ली में ट्रांसफर करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि रवि और गायिका की मुलाकात करीब पांच साल पहले हुई थी। महम का रहने वाला रवि प्राइवेट नौकरी करने के अलावा लोक गीत लिखता था। रवि के लिखे हुए कई गीतों को लोक गायिका ने अपने शब्द दिए। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी तो रवि उससे शादी करने की बात करने लगा।
शादी का झांसा देकर रवि ने कई बार उसके साथ संबंध बनाए। इस दौरान रवि ने दूसरी शादी कर ली। इस बात का जब गायिका को पता चला तो उसने 2019 में रवि के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवा दिया। तब से रवि लगातार जेल में बंद था। छह माह पूर्व वह जेल से छुटकर आया था।
इस दौरान गायिका की पहचान रवि के दोस्त मोहित उर्फ अनिल से भी हो गई। सूत्रों का कहना है कि रवि गायिका से बदला लेना चाहता था। इसलिए उसने अनिल से मदद मांगी। रवि ने अनिल से कहा कि वह बहला-फुसलाकर या कोई लालच देकर गायिका को हरियाणा ले आए।