श्रद्धा वालकर हत्याकांड में शनिवार को एक बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस सूत्रों का दावा है कि फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) ने अपनी मौखिक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि कर दी है कि जंगल से बरामद हड्डियां श्रद्धा वालकर की ही थीं। डीएनए जांच में उसके पिता से सैंपल का मिलान हो गया है। रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है को हड्डियों को आरी से काटकर यहां ठिकाने लगाया गया। सूत्रों का कहना है कि एफएसएल के सूत्र भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं। उनका कहना है कि केस की विस्तृत रिपोर्ट आने में अभी समय लगेगा।
13 दिन की न्यायिक हिरासत में आफताब
मामले पर दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) सागरप्रीत हुड्डा ने आधिकारिक तौर पर रिपोर्ट मिलने की बात से फिलहाल इनकार किया है। वहीं दूसरी ओर शनिवार को आफताब की चार दिन की पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 13 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पुलिस को है डीएनए रिपोर्ट का इंतजार
दिल्ली पुलिस सूत्रों का कहना है कि हत्याकांड का खुलासा होने के बाद जंगल से मिली हड्डियों की जांच के लिए उनको रोहिणी स्थित एफएसएल भेज दिया गया था। बाद में श्रद्धा के पिता विकास वालकर का डीएनए सैंपल लिया गया। डीएनए परीक्षण में हड्डियों से उसके पिता का सैंपल हो गया। अब पुलिस आधिकारिक रूप से डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
श्रद्धा की हत्या में आफताब का परिवार भी शामिल
इसके अलावा हत्याकांड का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आफताब के घर के टाइल्स से ब्लड सैंपल लिया था। उनका भी पिता से मिलान की बात की जा रही है। दूसरी ओर श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने मांग की है कि हत्याकांड का पूरा सच जानने के लिए मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए। आफताब लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा है। उसका परिवार भी हत्याकांड में शामिल है। आफताब के माता-पिता उसकी हरकतों के बारे में अच्छी तरह जानते थे। छानबीन के बाद हत्याकांड में उसके माता-पिता की क्या भूमिका है, इसका भी खुलासा हो पाएगा।
पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने के लिए आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू
शनिवार चार दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद सुबह करीब 10 बजे आफताब को लेकर पुलिस अंबेडकर अस्पताल पहुंची। यहां उसका मेडिकल करवाया गया। इसके बाद उसे वापस ले आया गया। बाद में दोपहर करीब 2.30 बजे दोबारा पुलिस उसे लेकर अस्पताल पहुंची। यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उसकी अदालत में पेशी करवाई गई। अदालत ने उसे 13 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सागर प्रीत हड्डा ने बताया कि आरोपी को पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने के लिए आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। बता दें कि पॉलीग्राफ टेस्ट का एक चरण पूरा हो चुका है। अब पुलिस आफताब से उन सवालों के जवाबों मांगेगी जिनका उसने सही से जवाब नहीं दिया है। पुलिस इन सवालों के जवाब ढूंढ रही है।