इटौंजा के करीब छह गांवों में अज्ञात हिंसक जंगली जानवर की दहशत है। शनिवार शाम और रविवार सुबह खेतों के पास गये छह लोगों को अज्ञात हिंसक जानवर से पंजे व दांत मारकर घायल किया है। घायलों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। घायलों के मुताबिक, हिंसक जानवर देखने में सियार जैसा लग रहा है। वन विभाग ने इलाके में सियार की मौजूदगी की आशंका जताते हुए पिंजड़ा लगवाया है। कई गांवों में शाम होते ही लोग घरों में दुबक गए।
इटौंजा में रविवार को परसैया व सोनारनपुरवा में अज्ञात हिंसक जानवर की मौजूदगी और हमले की सूचनाएं सामने आई। ग्रामीणों के मुताबिक, बड़े आकार के कुत्ते जैसे दिखने वाले जीव ने शनिवार शाम व रविवार सुबह खेतों की ओर जा रहे किशुनपुर निवासी रमेश, कुलदीप, परसैया निवासी सरोज, महोना नजरूल समेत चार अन्य लोगों को दौड़ाकर पंजे से घायल कर दिया।
घायलों ने शोर मचाया तो आसपास के लोगों ने लाठी-डंडे फटकार कर जानवर को भगाया। घायलों को हाथ, गले व पैरों में चोटें आई हैं। घायलों का इलाज सीएचसी के अलावा बलरामपुर अस्पताल में चल रहा है। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची वन रक्षक मुबारक अली की टीम ने इलाके में कांबिंग की। डिप्टी रेंजर बीकेटी बृजमोहन ने बताया कि इलाके में हिंसक जानवर को पकड़ने के लिए सोनारनपुरवा में तालाब के पास पिंजड़ा लगाया गया है।
इटौंजा के करीब छह गांवों में अज्ञात हिंसक जंगली जानवर की दहशत है। शनिवार शाम और रविवार सुबह खेतों के पास गये छह लोगों को अज्ञात हिंसक जानवर से पंजे व दांत मारकर घायल किया है। घायलों का इलाज अस्पतालों में चल रहा है। घायलों के मुताबिक, हिंसक जानवर देखने में सियार जैसा लग रहा है। वन विभाग ने इलाके में सियार की मौजूदगी की आशंका जताते हुए पिंजड़ा लगवाया है। कई गांवों में शाम होते ही लोग घरों में दुबक गए।
इटौंजा में रविवार को परसैया व सोनारनपुरवा में अज्ञात हिंसक जानवर की मौजूदगी और हमले की सूचनाएं सामने आई। ग्रामीणों के मुताबिक, बड़े आकार के कुत्ते जैसे दिखने वाले जीव ने शनिवार शाम व रविवार सुबह खेतों की ओर जा रहे किशुनपुर निवासी रमेश, कुलदीप, परसैया निवासी सरोज, महोना नजरूल समेत चार अन्य लोगों को दौड़ाकर पंजे से घायल कर दिया।
घायलों ने शोर मचाया तो आसपास के लोगों ने लाठी-डंडे फटकार कर जानवर को भगाया। घायलों को हाथ, गले व पैरों में चोटें आई हैं। घायलों का इलाज सीएचसी के अलावा बलरामपुर अस्पताल में चल रहा है। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची वन रक्षक मुबारक अली की टीम ने इलाके में कांबिंग की। डिप्टी रेंजर बीकेटी बृजमोहन ने बताया कि इलाके में हिंसक जानवर को पकड़ने के लिए सोनारनपुरवा में तालाब के पास पिंजड़ा लगाया गया है।