लखनऊ। कर्मचारियों की हड़ताल से राजधानी में बरकरार बिजली संकट शनिवार को गहरा गया। बिजली-पानी न मिलने से नाराज लोगों ने दाउदनगर, अमराई, सिंगारनगर, जीएसआई कॉलोनी में उपकेंद्र का घेराव कर प्रदर्शन किया। अमराई उपकेंद्र पर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा। सिंगारनगर, बहादुर खेड़ा एवं समर विहार में दोपहर से गई बिजली देर रात तक नहीं आई तो करीब 10 बजे लोग सड़क पर उतर आए और आलमबाग रोड पर संत निरंकारी गेट के समक्ष सड़क जाम कर दी। पुलिस ने इन्हें किसी तरह समझाकर घर भेजा। शनिवार को शहरी व ग्रामीण इलाकों की करीब पांच लाख की आबादी ने बिजली संकट झेला।
450 परिवारों ने 42 घंटे बाद देखी बिजली
हड़ताल ने सबसे ज्यादा मुन्नूखेड़ा पारा स्थित आवास विकास की गोकुल ग्राम योजना में रहने वालों को झटका दिया। यहां के 450 परिवारों को 42 घंटे बाद बिजली के दर्शन हुए। सोसाइटी के अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार तिवारी व राजन यादव ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे से गई बिजली शनिवार शाम पांच बजे आई। 450 परिवारों को बृहस्पतिवार और शुक्रवार की रात बिना बिजली के काटनी पड़ी। राजन ने बताया कि शनिवार सुबह अमर उजाला के व्हाट्सएप नंबर पर पीड़ितों का दर्द बताया तो मुद्दा उठाकर बिजली चालू करवाई गई। दो दिन बिजली न आने से इन्वर्टर भी फेल हो गए। ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों को मोमबत्ती की रोशनी में पढ़ाई करनी पड़ी। खाना बनाने के लिए दूसरे इलाकों से पानी लाना पड़ा। उधर, गोमतीनगर के विनय खंड निवासी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार तीन बजे पोल खराब होने से गई 40 घरों की बिजली शनिवार शाम चार बजे तक नहीं आई। इस दौरान पानी के पानी की भी किल्लत रही।
बंद रही औद्योगिक इकाइयां, बैठे रहे कामगार
अमौसी औद्योगिक एसोसिएशन के महासचिव रजत मेहरा ने बताया कि पोल पर मामूली खराबी से आया बिजली संकट दो दिन से बरकरार है। ऐसे में 40 कामगारों को बिना काम कराए ही वेतन देना पड़ा। बुधवार सुबह 7:30 बजे गाढ़ा फैब्रिक्स औद्योगिक इकाई के थ्री फेज कनेक्शन के दो फेज की आपूर्ति बंद हो गई। जेई से शिकायत की तो जवाब मिला कि वे हड़ताल पर हैं। हेल्पलाइन और कंट्रोल रूम पर से मदद न मिली तो अधिशासी अभियंता डीके यादव को शुक्रवार को पीड़ा बताई गई। इसके बाद दो फेज की बिजली चालू कराई गई।
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दो दिन से बिजली-पानी नहीं, धरने पर बैठीं महिलाएं
अलीगंज में सीतापुर रोड महायोजना के जियो पार्क के पास 25 घरों में दो दिन से बिजली, पानी नहीं है। इससे बेहाल महिलाओं का सब्र शनिवार दोपहर को जवाब दे गया और वे जीएसआई उपकेंद्र पर धरने पर बैठ गईं। स्मिता, कमलेश आदि ने बताया कि शुक्रवार सुबह सात बजे से गई बिजली शनिवार देर रात तक चालू नहीं हो सकी। हालांकि, धरने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।
व्यापार पर भी पड़ रहा असर, कारोबारी उतरे सड़क पर
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कानपुर रोड खंड के बाराबिरवा सहित बड़े हिस्से में सुबह 9:30 बजे ठप हुई बिजली दोपहर 2:30 बजे तक सामान्य न हुई तो कारोबारी सड़क पर उतर आए। व्यापारी नेता शौकत अली ने बताया कि बिजली न आने से कारोबार पर असर पड़ा है। उपकेंद्र पर शिकायत करने गए तो वहां कोई कर्मचारी नहीं मिला। कॉल सेंटर का नंबर 1912 काफी प्रयास पर भी नहीं मिला।
इन इलाकों में भी रहा बिजली का संकट
अलीगंज सेक्टर-बी, पी और क्यू चौराहा, पंडित खेड़ा, कृष्णानगर, तेलीबाग, खरिका, आईआईएम रोड साई सिटी, कनौसी, अवध चौराहा, मानस नगर, आशुतोष नगर, सिंधुनगर, ओशो नगर, न्यू आलमबाग, विनयखंड चार गोमतीनगर, बल्देव विहार तेलीबाग उतरेटिया, मिश्रपुर गुड़बा, कुर्सी रोड व फैजुल्लागंज, हनुमंतपुरम, दुबग्गा, सूगामऊ इंदिरानगर आदि में शनिवार दोपहर से देर रात तक बिजली का संकट बना रहा।
अमर उजाला से बयां किया दर्द
उपभोक्ताओं ने बिजली संकट का दर्द अमर उजाला से भी बयां किया। इनकी समस्याएं उच्च अफसरों तक पहुंचाई गईं, लेकिन अधिकतर उपकेंद्रों पर कर्मचारी न होने से बिजली नहीं चालू हो सकी। सिंगारनगर के गौरव शुक्ला व व्यापारी नेता पवन मनोचा ने बताया कि सुबह 11 बजे सिंगारनगर, बहादुरखेड़ा में बिजली गई थी। शाम सात बजे सिंगारनगर की ही बिजली आई। वृंदावन कॉलोनी के सेक्टर 4 बी से राकेश यादव, विवेकखंड तीन से अशोक बलानी, श्याम नरायन तिवारी ने न्यू हैदराबाद और राजरतन ने सीतापुर से समस्या बताई।
बिजली न आए तो ये नंबर मिलाएं
- गोमतीनगर : 0522-4101401
- मध्यांचल निगम : 0522-2209627, 9415099256, 8004011536
- कॉल सेंटर : 1912
- न हो सुनवाई तो अमर उजाला के व्हाट्सएप नंबर 7617566164 पर बताएं