विस्तार
स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) के तहत नवरात्रि के मद्देनजर सभी नगर निकायों में स्वच्छता के लिए 30 मार्च तक ‘स्वच्छोत्सव’ अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला को जिला, मंडल व राज्य स्तर पर ‘नवदेवी सम्मान’ दिया जाएगा। इस संबंध में राज्य मिशन निदेशक नेहा शर्मा ने सभी नगर निकायों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
उन्होंने बताया कि अभियान में महिलाओं को नौ दुर्गा के स्वरूपों के मुताबिक नौ श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा। जिससे महिलाओं को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जा सके। नगरीय क्षेत्र में स्वच्छता कार्य में उत्कृष्ट योगदान देने वाली प्रत्येक श्रेणी की तीन-तीन महिलाओं को जिला स्तर पर 20 मार्च तक नवदेवी सम्मान प्रदान किया जाएगा। दूसरे चरण में इन्हीं चयनित महिलाओं में से प्रत्येक श्रेणी की दो-दो महिलाओं को 25 मार्च तक मंडल स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। 30 मार्च तक स्वच्छता कार्य में अति उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्रत्येक श्रेणी की एक-एक महिला को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
ये भी पढ़ें - फर्जी अंकपत्र मामले में पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी की सजा बरकरार, कोर्ट ने याचिका खारिज की
ये भी पढ़ें - स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दिया विवादास्पद बयान, बोले- सरकार का निर्णय 97% हिंदुओं को आहत करने वाला
निदेशक ने बताया कि नवरात्रि पर्व पर महिलाओं की भूमिका के अनुसार उनके कार्यों को नौ श्रेणियों में विभाजित कर सम्मानित किया जाएगा। पहले दिन (मां शैलपुत्री)- स्वयं सहायता समूह की (एसएचजी) महिलाओं जिसने स्वच्छता के क्षेत्र में स्वयं भी उल्लेखनीय कार्य किया हो और दूसरों को भी प्रेरित किया हो। दूसरा दिन (मां ब्रह्मचारिणी) -वेस्ट टू वेल्थ से महिला द्वारा अनुपयोगी वस्तुओं से ऐसी वस्तु बनाई जा रही हो, जिससे स्वयं आमदनी की जा रही हो और दूसरों को भी प्रेरित या सहयोग किया जा रहा हो।
इसी तरह तीसरा दिन (मां चन्द्रघंटा)-अपशिष्ट प्रबंधन में उद्यमी (इन्टरप्रीन्योर इन वेस्ट मैनेजमेंट)-अपशिष्ट प्रबंधन को एक उद्योग के रूप में तैयार किया हो, जिससे लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ हो। चौथा दिन (मां कुष्मांडा)- उन सफाई मित्र को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने सफाई मित्र के रूप में सराहनीय कार्य किया हो। पांचवां दिन (मां स्कंदमाता)-मास्टर ट्रेनर को-स्वच्छता के क्षेत्र में मास्टर ट्रेनर के रूप में लोगों को ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षण दिया हो।
वहीं, छठा दिन (मां कात्यायनी)- नवाचार (इनोवेशन) स्वच्छता के क्षेत्र में महिला द्वारा कोई नवाचार किए जाने पर। सातवां दिन (मां कालरात्रि)- सामुदायिक खाद (कम्युनिटी कम्पोस्टिंग) में ऐसी महिला, जिसने सामुदायिक खाद बनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया हो। आठवां दिन (मां महागौरी)-निकाय की स्थिति में परिवर्तन (ट्रांसफार्मेशन ऑफ यूएलबी/स्पेस) में ऐसी महिला को जिसके प्रयासों से निकाय की स्थिति में परिवर्तन आया हो, जिसमें निकायों का सौन्दर्यीकरण, साफ-सफाई, स्वच्छता के कार्यों में जन सहभागिता को बढ़ाया हो।
नौवां दिन (मां सिद्धिदात्री)- सामुदायिक जागरूकता (कम्युनिटी अवेयरनेस) में महिला द्वारा समुदाय को स्वच्छता (थ्री आर-रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल एसयूपी) के संदर्भ में जागरूक किया जा रहा हो। ऐसे कार्यों को प्राथमिकता देने वाली महिलाओं और उनके समूहों को सम्मानित किया जाएगा।