पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
राजोरी। किसानों को कृषि, बागवानी व रेशम पालन जैसी योजनाओं से जागरूक करने के उद्देश्य से रेशम पालन विभाग ने ढांगरी इलाके में जागरूकता शिविर लगाया। शिविर में सरपंचों, पंचों व किसानों ने भाग लिया। इस दौरान उन्हें कई जानकारियां दी गई।
रेशम पालन विभाग के कार्यवाहक अधिकारी तस्वीर हुसैन ने कहा कि रेशम पालन विभाग किसानों से जुड़ा है। रेशम को बढ़ावा देकर आप किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं। रेशम फसल लगाने पर एक डेढ़ माह में ही लाभ लिया जा सकता है। इसके लिए खेतों में शहतूत के पौधे लगाएं और रेशम पालन व्यवसाय को अपनाएं। उन्होंने किसानों को शहतूत के पौधे लगाकर आय बढ़ाने के गुर बताए। इस अवसर पर पौधारोपण अभियान चलाया गया। इसके तहत इलाके में शहतूत के पौधे लगाए गए।
अंत में शिविर में मौजूद सरपंचों, पंचों, ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे शिविर आयोजित होने से काफी जानकारियां हासिल होती हैं। किसानों को लाभ होता है। आगे भी ऐसे शिविर आयोजित होने चाहिए।
राजोरी। किसानों को कृषि, बागवानी व रेशम पालन जैसी योजनाओं से जागरूक करने के उद्देश्य से रेशम पालन विभाग ने ढांगरी इलाके में जागरूकता शिविर लगाया। शिविर में सरपंचों, पंचों व किसानों ने भाग लिया। इस दौरान उन्हें कई जानकारियां दी गई।
रेशम पालन विभाग के कार्यवाहक अधिकारी तस्वीर हुसैन ने कहा कि रेशम पालन विभाग किसानों से जुड़ा है। रेशम को बढ़ावा देकर आप किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं। रेशम फसल लगाने पर एक डेढ़ माह में ही लाभ लिया जा सकता है। इसके लिए खेतों में शहतूत के पौधे लगाएं और रेशम पालन व्यवसाय को अपनाएं। उन्होंने किसानों को शहतूत के पौधे लगाकर आय बढ़ाने के गुर बताए। इस अवसर पर पौधारोपण अभियान चलाया गया। इसके तहत इलाके में शहतूत के पौधे लगाए गए।
अंत में शिविर में मौजूद सरपंचों, पंचों, ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे शिविर आयोजित होने से काफी जानकारियां हासिल होती हैं। किसानों को लाभ होता है। आगे भी ऐसे शिविर आयोजित होने चाहिए।