उपमंडल के ग्रामीण इलाकों में बाहरी राज्यों से आए अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कीमती बर्तन व सोने चांदी के गहनों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। मंगलवार को शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचीं पीड़ित महिलाओं ने पुलिस को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
शीतल नगर ब्लॉक के द्रमण इलाके की माया देवी के नेतृत्व में थाने पहुंचीं आधा दर्जन महिलाओं ने बताया कि प्रदेश के बाहर से आई महिलाओं ने उन्हें लालच देकर सोने के गहने दोगुना करने का लालच दिया। जब गहने दोगुना होने के उनके बताए समय बीत गए और वह महिलाएं नहीं आई, तो उन पर संदेह हुआ। इसके बाद पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने पहुंचीं।
शीतलनगर ब्लाक के द्रमण पंचायत के सियारा निवासी निर्मला देवी, वैष्णो देवी निवासी सियारा, गुड्डू देवी निवासी गडोडी, ममता देवी निवासी जानू, बलवंत शर्मा निवासी गडोडी, कंचन देवी निवासी द्रमण ने पुलिस के समक्ष अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि उन महिलाओं का ग्रुप बाहरी राज्यों से आया था। 10 दिनों तक इलाके में रह रहीं थीं और खुद को कुशल आभूषण कारीगर, बड़ी कंपनियों की एजेंट बता थीं। उन महिलाओं ने शीतलनगर ब्लॉक के अलग-अलग इलाकों में धोखाधड़ी कर लोगों को ठगा है। लोगों से गहने, पीतल, तांबे के बर्तन व अन्य सामान ठगे हैं। बाद में वह महिलाएं इलाके में नजर नहीं आईं। शिकायत करने पहुंची महिलाओं ने बाहरी राज्य से आईं महिलाओं के फोटो भी थाने में दिखाए।
बाहर से आने वालों के दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच हो
शीतलनगर ब्लॉक के बीडीसी अध्यक्ष शंकर सिंह ने कहा कि बीते कुछ वर्षों से ब्लॉक में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। इन लोगों से जब परमिशन या प्रमाण पत्र मांगे जाते हैं, तो यह लोग बाहरी राज्यों के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बनाए गए दस्तावेजों को दिखा देते हैं। स्थानीय प्रशासन ने इन्हें अनुमति दी है या नहीं। इस संदर्भ में इनके पास दस्तावेज कम ही होते हैं। अटल सेतु और हट माशका का हिमाचल के साथ लगता एंट्री गेट यह दो ही ऐसे रास्ते हैं, जहां से यह प्रवेश करते हैं। सर्वप्रथम यह स्थानीय प्रशासन व पुलिस की जिम्मेदारी है कि जब भी कोई बाहरी राज्य से व्यक्ति बसोहली में रहने आता है या काम करने आता है, तो उसकी संपूर्ण जानकारी जुटाई जाए। उसका रिकॉर्ड तैयार कर दस्तावेज लिए जाएं, जिससे उसकी पहचान हो सके। साथ ही इलाकों के पंच सरपंचों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अज्ञात व्यक्तियों को पंचायतों में प्रवेश देने या वहां निवास करने से पूर्व उनके दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच कर ले।
बाहरी राज्य से आने वाले लोगों की बढ़ती जा रही संख्या
गौरतलब है कि बसोहली में भी बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमें से कई लोग बस अड्डा, मुख्य बाजार, हाई सेकेंडरी स्कूल की तरफ जाने वाली सड़क पठियारा, पलाही, बारलाचौगान, धार्मिक स्थलों आदि पर भीख मांगते दिखाई देते हैं। ज्यादातर छोटे बच्चे वह महिलाएं शामिल हैं, लोगों का कहना है कि अभी तक प्रशासन द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उपमंडल के ग्रामीण इलाकों में बाहरी राज्यों से आए अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कीमती बर्तन व सोने चांदी के गहनों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। मंगलवार को शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचीं पीड़ित महिलाओं ने पुलिस को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
शीतल नगर ब्लॉक के द्रमण इलाके की माया देवी के नेतृत्व में थाने पहुंचीं आधा दर्जन महिलाओं ने बताया कि प्रदेश के बाहर से आई महिलाओं ने उन्हें लालच देकर सोने के गहने दोगुना करने का लालच दिया। जब गहने दोगुना होने के उनके बताए समय बीत गए और वह महिलाएं नहीं आई, तो उन पर संदेह हुआ। इसके बाद पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने पहुंचीं।
शीतलनगर ब्लाक के द्रमण पंचायत के सियारा निवासी निर्मला देवी, वैष्णो देवी निवासी सियारा, गुड्डू देवी निवासी गडोडी, ममता देवी निवासी जानू, बलवंत शर्मा निवासी गडोडी, कंचन देवी निवासी द्रमण ने पुलिस के समक्ष अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि उन महिलाओं का ग्रुप बाहरी राज्यों से आया था। 10 दिनों तक इलाके में रह रहीं थीं और खुद को कुशल आभूषण कारीगर, बड़ी कंपनियों की एजेंट बता थीं। उन महिलाओं ने शीतलनगर ब्लॉक के अलग-अलग इलाकों में धोखाधड़ी कर लोगों को ठगा है। लोगों से गहने, पीतल, तांबे के बर्तन व अन्य सामान ठगे हैं। बाद में वह महिलाएं इलाके में नजर नहीं आईं। शिकायत करने पहुंची महिलाओं ने बाहरी राज्य से आईं महिलाओं के फोटो भी थाने में दिखाए।
बाहर से आने वालों के दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच हो
शीतलनगर ब्लॉक के बीडीसी अध्यक्ष शंकर सिंह ने कहा कि बीते कुछ वर्षों से ब्लॉक में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। इन लोगों से जब परमिशन या प्रमाण पत्र मांगे जाते हैं, तो यह लोग बाहरी राज्यों के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बनाए गए दस्तावेजों को दिखा देते हैं। स्थानीय प्रशासन ने इन्हें अनुमति दी है या नहीं। इस संदर्भ में इनके पास दस्तावेज कम ही होते हैं। अटल सेतु और हट माशका का हिमाचल के साथ लगता एंट्री गेट यह दो ही ऐसे रास्ते हैं, जहां से यह प्रवेश करते हैं। सर्वप्रथम यह स्थानीय प्रशासन व पुलिस की जिम्मेदारी है कि जब भी कोई बाहरी राज्य से व्यक्ति बसोहली में रहने आता है या काम करने आता है, तो उसकी संपूर्ण जानकारी जुटाई जाए। उसका रिकॉर्ड तैयार कर दस्तावेज लिए जाएं, जिससे उसकी पहचान हो सके। साथ ही इलाकों के पंच सरपंचों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अज्ञात व्यक्तियों को पंचायतों में प्रवेश देने या वहां निवास करने से पूर्व उनके दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच कर ले।
बाहरी राज्य से आने वाले लोगों की बढ़ती जा रही संख्या
गौरतलब है कि बसोहली में भी बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इनमें से कई लोग बस अड्डा, मुख्य बाजार, हाई सेकेंडरी स्कूल की तरफ जाने वाली सड़क पठियारा, पलाही, बारलाचौगान, धार्मिक स्थलों आदि पर भीख मांगते दिखाई देते हैं। ज्यादातर छोटे बच्चे वह महिलाएं शामिल हैं, लोगों का कहना है कि अभी तक प्रशासन द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।