जिला विकास भवन में हाउस की मीटिंग में मौजूद पार्षद व निगम अधिकारी । संवाद न्यूज एजेंसी
नगर निगम हाउस की वीरवार को पांच घंटे मैराथन बैठक चली। बजट की कमी से जहां शहर की सरकार विकास कार्यों से किनारा करती नजर आई। वहीं, पानी व सीवरेज की समस्या जनस्वास्थ्य विभाग के पाले में डालकर पार्षदों ने भी अपने फर्ज की इतिश्री कर ली। अधिकारी भी हां सब हो जाएगा कहकर निकल लिए। आलम यह रहा कि हाउस की बैठक खत्म होने से पहले आधे से ज्यादा पार्षद जा चुके थे। नवनिर्मित महाराजा अग्रसेन पार्किंग महिला ठेकेदार को दी जाएगी, जबकि चौक-चौराहों के नामकरण का प्रस्ताव मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजने का प्रस्ताव पास हुआ।
छह माह बाद दोपहर साढ़े 11 बजे नगर निगम हाउस की बैठक शुरू हुई। भारी संख्या में पुलिस बल व ड्यूटी मजिस्ट्रेट की तैनाती से लगा बैठक हंगामेदार रहेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। हाउस में सबसे पहले नगर निगम के सरकारी एजेंडे रखे गए, जिनको पार्षदों ने बिना किसी विरोध के पास कर दिया। इसमें शहर में 20 चौक-चौराहों पर पुलिस पोस्ट निगम बनवाएगा, लेकिन प्रति माह प्रति पोस्ट की राशि 1500 रुपये से बढ़ाएगा। साथ ही पोस्टों पर विज्ञापन की समय सीमा 20 साल से कम करेगा। दूसरा, भिवानी स्टैंड पर बनाई गई महाराजा अग्रसेन पार्किंग को संचालन के लिए महिला को दी जाएगी। महिला शहीद परिवार से भी हो सकती है। पार्किंग के संचालन के लिए सीनियर डिप्टी मेयर राजकमल सहगल की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई, जिसमें महिला पार्षद कंचन खुराना, डिंपल जैन व मुक्ता नागपाल को शामिल किया गया। कमेटी पार्किंग के नियम व शर्तें तय करेगी। सुनारिया गांव में 33केवी सब स्टेशन के लिए बिजली निगम को 2 एकड़ जमीन देने, प्लास्टिक मैनेजमेंट प्लांट के लिए 2 हजार गज जमीन देने, जैव विविधता पर काम करने, गोबर उठाने के लिए पशु पालक से पैसे नहीं लिए जाएंगे।
सरकार से अनुमति मिलने के बाद नामकरण होगा तय
हाउस में सब कमेटी की ओर से सुखपुरा चौक स्थित सामुदायिक केंद्र का नाम महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर रखने, पब्लिक पार्क गांधी कैंप का नाम स्वामी अमृतानंद के नाम पर रखने, माता दरवाजा के नजदीक भरत सिंह चौपाल का नाम स्व. भरत सिंह के नाम पर रखने, मानसरोवर कॉलोनी स्थित पार्क का नाम चौधरी बख्शा राम के नाम पर रखने, मॉडल टाउन स्थित तिकोना पार्क का नाम पंडित नेकीराम शर्मा के नाम पर, झज्जर चुंगी स्थित चौक का नाम भगत सिंह चौक व कच्चा बेरी रोड का नाम सुंदर सिंह सहगल के नाम पर रखने का प्रस्ताव हाउस में रखा गया। इसके अलावा पार्षद सुरेश किराड़ ने तेज कॉलोनी के पार्क का नाम संत कबीर के नाम पर रखने, मुक्ता नागपाल ने शिवाजी कॉलोनी स्थित पार्क का नाम शहीद नितेश आर्य के नाम पर करने का प्रस्ताव रख दिया। तभी निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा ने कहा कि सरकार का पत्र आया है। अब सरकार की अनुमति के बाद ही चौक व चौराहों का नामकरण हो सकेगा। साथ में मेयर मनमोहन गोयल ने कहा कि किसी भी चौक या चौराहों का नाम नहीं बदला जाएगा। केवल नया नाम रखा जा सकेगा, वह भी सरकार की मंजूरी के बाद।
पेयजल संकट का निगम के पास समाधान नहीं, जनस्वास्थ्य विभाग भी उम्मीदों के भरोसे
हाउस में हर वार्ड के पार्षद ने अपने-अपने एरिया में गहराती पेयजल संकट व बंद पड़े सीवरेज की समस्याओं को रखा। वार्ड एक के पार्षद कृष्ण सहरावत ने हिसार रोड स्थित बंद पड़े वाटर वर्क्स को चालू करने की मांग की। जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता भानु प्रताप ने कहा कि वाटर वर्क्स के लिए लाइन बिछाने के लिए एक करोड़ रुपये चाहिए। निगम ने हाथ खड़े कर दिए। तय हुआ कि जनस्वास्थ्य विभाग सरकार से अनुमति लेकर व्यवस्था करेगा। वार्ड 4 के पार्षद पप्पन गुलिया ने माता दरवाजा चौक, बाबरा मोहल्ला, बांस गेट व दूसरे एरिया में आ रहे गंदे पानी की समस्या रखी। किराड़ ने गोहाना रोड पर सार्वजनिक शौचालय की मांग की। वार्ड 5 से पार्षद गीता देवी, 2 से सुमन सैनी, 7 से मनोज कुमार ने पेयजल संकट पर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जवाब मांगा। डिंपल जैन, मुक्ता नागपाल, दीपिका नारा, संतोष देवी, पूनम किलोई ने भी पेयजल व सीवरेज की समस्याएं रखी। अधिकारियों ने एक ही जवाब दिया कि दिक्कत दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि कोई पार्षद अधिकारियों के जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आया।
सेक्टरों से बरसाती पानी की निकासी के लिए लगाया जाएगा 61 लाख का टेंडर
निगम आयुक्त ने हाउस को बताया कि बारिश के मौसम में सेक्टरों में पानी निकासी की बड़ी समस्या है। हुडा के साथ मिलकर 61 लाख रुपये का टेंडर तैयार किया गया है, ताकि मानसून में सेक्टरों में बारिश का पानी न भर सके। वार्ड 11 के पार्षद कदम सिंह अहलावत ने इसका स्वागत किया और मांग की कि सेक्टर एक व 2 के साथ लगती जेएलएन के साथ-साथ खाली जमीन में ट्रैक बनाया जाए। इस पर सिंचाई विभाग के एससी सुनील कुमार ने कहा कि, यह जमीन हुडा की है। डिच ड्रेन की वे सफाई जरूर करवा देंगे। वार्ड 18 की पार्षद दीपिका नारा व वार्ड 1 पार्षद कृष्ण सहरावत ने वार्ड वाइज पार्षद की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने का प्रस्ताव रखा। कमेटी 5 से 10 लाख तक के अनिवार्य काम कर सकेगी। मेयर व आयुक्त ने ऐसी व्यवस्था से इनकार कर दिया। इसके अलावा पार्षदों की तरफ से सड़क, कम्यूनिटी सेंटर, पार्क, डिस्पेंसरी निर्माण सहित दूसरे कार्य रखे, जिनको लेकर बजट की कमी खली।
30 अप्रैल तक नहीं होगी पीएमएस पोर्टल से पेमेंट, पीजी पर 100 रुपये लगेगा अतिरिक्त टैक्स
प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) ने शहरवासियों की नींद उड़ा रखी है। हाउस में जोनल टैक्स ऑफिसर जगदीश चंद्र ने बताया कि ऑनलाइन व ऑफलाइन आपत्ति व सुझाव के लिए अंतिम तिथि 30 अप्रैल तक होने की सूचना है, लेकिन अभी तक आधिकारिक तौर पर पत्र नहीं आया है। बैठक में एक्सपर्ट ने अधिकारियों व पार्षदों को बताया कि कैसे वे पीएमएस पोर्टल से भविष्य में टैक्स जमा करवा सकेंगे। लोगों की परेशानी देखते हुए निगम के काउंटर पर स्टाफ और बढ़ाया जा रहा है। उधर, वार्ड 8 के पार्षद सोनू पावरिया ने कहा कि शहर में पीजी व बाहरी लोगों से काफी दिक्कत आ रही है। पीजी पर हाउस ने 100 रुपये अतिरिक्त टैक्स लगाने का प्रस्ताव पास किया गया।
महिला पार्षदों ने खुद रखीं मांगें, तिलकराज चौहान आए नहीं
नगर निगम हाउस में मेयर के अलावा 22 पार्षदों में वार्ड 3 से पार्षद तिलकराज चौहान नहीं आए। जबकि वार्ड 15 से कांग्रेसी पार्षद गुलशन ईशपुनियानी जल्दी चले गए। इसके अलावा महिला पार्षद सुमन सैनी, मैडम गीता, मंजु हुड्डा, कंचन खुराना, डिंपल जैन, मुक्ता नागपाल, दीपिका नारा, पूनम किलोई व संतोष देवी ने खुद अपने वार्ड की समस्याएं अधिकारियों के सामने रखी। हाउस में किसी भी पार्षद प्रतिनिधि को आने की अनुमति नहीं दी गई। हाउस पार्षद प्रतिनिधियों को अंदर आने की अनुमति का प्रस्ताव भी रखा गया, लेकिन मेयर व आयुक्त ने प्रस्ताव मंजूर नहीं किया।
कदम बोले, कांग्रेस विधायक को भी बुलाया करें, राज तो बदलते रहते हैं
हाउस में कांग्रेस पार्षद कदम सिंह अहलावत ने मेयर मनमोहन गोयल व निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा से कहा कि राज तो आनी-जानी चीज है। समय के साथ बदलाव होता रहता है, लेकिन नियमों की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। निगम स्थानीय कांग्रेसी विधायक भारत भूषण बतरा की अनदेखी कर रहा है। उनको शहर से जुड़े कार्यों में नहीं बुलाया जाता, जो उचित नहीं है। यह सुनकर हाउस में सन्नाटा पसर गया। किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया।
नगर निगम हाउस की वीरवार को पांच घंटे मैराथन बैठक चली। बजट की कमी से जहां शहर की सरकार विकास कार्यों से किनारा करती नजर आई। वहीं, पानी व सीवरेज की समस्या जनस्वास्थ्य विभाग के पाले में डालकर पार्षदों ने भी अपने फर्ज की इतिश्री कर ली। अधिकारी भी हां सब हो जाएगा कहकर निकल लिए। आलम यह रहा कि हाउस की बैठक खत्म होने से पहले आधे से ज्यादा पार्षद जा चुके थे। नवनिर्मित महाराजा अग्रसेन पार्किंग महिला ठेकेदार को दी जाएगी, जबकि चौक-चौराहों के नामकरण का प्रस्ताव मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजने का प्रस्ताव पास हुआ।
छह माह बाद दोपहर साढ़े 11 बजे नगर निगम हाउस की बैठक शुरू हुई। भारी संख्या में पुलिस बल व ड्यूटी मजिस्ट्रेट की तैनाती से लगा बैठक हंगामेदार रहेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। हाउस में सबसे पहले नगर निगम के सरकारी एजेंडे रखे गए, जिनको पार्षदों ने बिना किसी विरोध के पास कर दिया। इसमें शहर में 20 चौक-चौराहों पर पुलिस पोस्ट निगम बनवाएगा, लेकिन प्रति माह प्रति पोस्ट की राशि 1500 रुपये से बढ़ाएगा। साथ ही पोस्टों पर विज्ञापन की समय सीमा 20 साल से कम करेगा। दूसरा, भिवानी स्टैंड पर बनाई गई महाराजा अग्रसेन पार्किंग को संचालन के लिए महिला को दी जाएगी। महिला शहीद परिवार से भी हो सकती है। पार्किंग के संचालन के लिए सीनियर डिप्टी मेयर राजकमल सहगल की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई, जिसमें महिला पार्षद कंचन खुराना, डिंपल जैन व मुक्ता नागपाल को शामिल किया गया। कमेटी पार्किंग के नियम व शर्तें तय करेगी। सुनारिया गांव में 33केवी सब स्टेशन के लिए बिजली निगम को 2 एकड़ जमीन देने, प्लास्टिक मैनेजमेंट प्लांट के लिए 2 हजार गज जमीन देने, जैव विविधता पर काम करने, गोबर उठाने के लिए पशु पालक से पैसे नहीं लिए जाएंगे।
सरकार से अनुमति मिलने के बाद नामकरण होगा तय
हाउस में सब कमेटी की ओर से सुखपुरा चौक स्थित सामुदायिक केंद्र का नाम महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम पर रखने, पब्लिक पार्क गांधी कैंप का नाम स्वामी अमृतानंद के नाम पर रखने, माता दरवाजा के नजदीक भरत सिंह चौपाल का नाम स्व. भरत सिंह के नाम पर रखने, मानसरोवर कॉलोनी स्थित पार्क का नाम चौधरी बख्शा राम के नाम पर रखने, मॉडल टाउन स्थित तिकोना पार्क का नाम पंडित नेकीराम शर्मा के नाम पर, झज्जर चुंगी स्थित चौक का नाम भगत सिंह चौक व कच्चा बेरी रोड का नाम सुंदर सिंह सहगल के नाम पर रखने का प्रस्ताव हाउस में रखा गया। इसके अलावा पार्षद सुरेश किराड़ ने तेज कॉलोनी के पार्क का नाम संत कबीर के नाम पर रखने, मुक्ता नागपाल ने शिवाजी कॉलोनी स्थित पार्क का नाम शहीद नितेश आर्य के नाम पर करने का प्रस्ताव रख दिया। तभी निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा ने कहा कि सरकार का पत्र आया है। अब सरकार की अनुमति के बाद ही चौक व चौराहों का नामकरण हो सकेगा। साथ में मेयर मनमोहन गोयल ने कहा कि किसी भी चौक या चौराहों का नाम नहीं बदला जाएगा। केवल नया नाम रखा जा सकेगा, वह भी सरकार की मंजूरी के बाद।
पेयजल संकट का निगम के पास समाधान नहीं, जनस्वास्थ्य विभाग भी उम्मीदों के भरोसे
हाउस में हर वार्ड के पार्षद ने अपने-अपने एरिया में गहराती पेयजल संकट व बंद पड़े सीवरेज की समस्याओं को रखा। वार्ड एक के पार्षद कृष्ण सहरावत ने हिसार रोड स्थित बंद पड़े वाटर वर्क्स को चालू करने की मांग की। जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता भानु प्रताप ने कहा कि वाटर वर्क्स के लिए लाइन बिछाने के लिए एक करोड़ रुपये चाहिए। निगम ने हाथ खड़े कर दिए। तय हुआ कि जनस्वास्थ्य विभाग सरकार से अनुमति लेकर व्यवस्था करेगा। वार्ड 4 के पार्षद पप्पन गुलिया ने माता दरवाजा चौक, बाबरा मोहल्ला, बांस गेट व दूसरे एरिया में आ रहे गंदे पानी की समस्या रखी। किराड़ ने गोहाना रोड पर सार्वजनिक शौचालय की मांग की। वार्ड 5 से पार्षद गीता देवी, 2 से सुमन सैनी, 7 से मनोज कुमार ने पेयजल संकट पर जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जवाब मांगा। डिंपल जैन, मुक्ता नागपाल, दीपिका नारा, संतोष देवी, पूनम किलोई ने भी पेयजल व सीवरेज की समस्याएं रखी। अधिकारियों ने एक ही जवाब दिया कि दिक्कत दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि कोई पार्षद अधिकारियों के जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आया।
सेक्टरों से बरसाती पानी की निकासी के लिए लगाया जाएगा 61 लाख का टेंडर
निगम आयुक्त ने हाउस को बताया कि बारिश के मौसम में सेक्टरों में पानी निकासी की बड़ी समस्या है। हुडा के साथ मिलकर 61 लाख रुपये का टेंडर तैयार किया गया है, ताकि मानसून में सेक्टरों में बारिश का पानी न भर सके। वार्ड 11 के पार्षद कदम सिंह अहलावत ने इसका स्वागत किया और मांग की कि सेक्टर एक व 2 के साथ लगती जेएलएन के साथ-साथ खाली जमीन में ट्रैक बनाया जाए। इस पर सिंचाई विभाग के एससी सुनील कुमार ने कहा कि, यह जमीन हुडा की है। डिच ड्रेन की वे सफाई जरूर करवा देंगे। वार्ड 18 की पार्षद दीपिका नारा व वार्ड 1 पार्षद कृष्ण सहरावत ने वार्ड वाइज पार्षद की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित करने का प्रस्ताव रखा। कमेटी 5 से 10 लाख तक के अनिवार्य काम कर सकेगी। मेयर व आयुक्त ने ऐसी व्यवस्था से इनकार कर दिया। इसके अलावा पार्षदों की तरफ से सड़क, कम्यूनिटी सेंटर, पार्क, डिस्पेंसरी निर्माण सहित दूसरे कार्य रखे, जिनको लेकर बजट की कमी खली।
30 अप्रैल तक नहीं होगी पीएमएस पोर्टल से पेमेंट, पीजी पर 100 रुपये लगेगा अतिरिक्त टैक्स
प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) ने शहरवासियों की नींद उड़ा रखी है। हाउस में जोनल टैक्स ऑफिसर जगदीश चंद्र ने बताया कि ऑनलाइन व ऑफलाइन आपत्ति व सुझाव के लिए अंतिम तिथि 30 अप्रैल तक होने की सूचना है, लेकिन अभी तक आधिकारिक तौर पर पत्र नहीं आया है। बैठक में एक्सपर्ट ने अधिकारियों व पार्षदों को बताया कि कैसे वे पीएमएस पोर्टल से भविष्य में टैक्स जमा करवा सकेंगे। लोगों की परेशानी देखते हुए निगम के काउंटर पर स्टाफ और बढ़ाया जा रहा है। उधर, वार्ड 8 के पार्षद सोनू पावरिया ने कहा कि शहर में पीजी व बाहरी लोगों से काफी दिक्कत आ रही है। पीजी पर हाउस ने 100 रुपये अतिरिक्त टैक्स लगाने का प्रस्ताव पास किया गया।
महिला पार्षदों ने खुद रखीं मांगें, तिलकराज चौहान आए नहीं
नगर निगम हाउस में मेयर के अलावा 22 पार्षदों में वार्ड 3 से पार्षद तिलकराज चौहान नहीं आए। जबकि वार्ड 15 से कांग्रेसी पार्षद गुलशन ईशपुनियानी जल्दी चले गए। इसके अलावा महिला पार्षद सुमन सैनी, मैडम गीता, मंजु हुड्डा, कंचन खुराना, डिंपल जैन, मुक्ता नागपाल, दीपिका नारा, पूनम किलोई व संतोष देवी ने खुद अपने वार्ड की समस्याएं अधिकारियों के सामने रखी। हाउस में किसी भी पार्षद प्रतिनिधि को आने की अनुमति नहीं दी गई। हाउस पार्षद प्रतिनिधियों को अंदर आने की अनुमति का प्रस्ताव भी रखा गया, लेकिन मेयर व आयुक्त ने प्रस्ताव मंजूर नहीं किया।
कदम बोले, कांग्रेस विधायक को भी बुलाया करें, राज तो बदलते रहते हैं
हाउस में कांग्रेस पार्षद कदम सिंह अहलावत ने मेयर मनमोहन गोयल व निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा से कहा कि राज तो आनी-जानी चीज है। समय के साथ बदलाव होता रहता है, लेकिन नियमों की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। निगम स्थानीय कांग्रेसी विधायक भारत भूषण बतरा की अनदेखी कर रहा है। उनको शहर से जुड़े कार्यों में नहीं बुलाया जाता, जो उचित नहीं है। यह सुनकर हाउस में सन्नाटा पसर गया। किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया।