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रोहतक। पीजीआईएमएस रोहतक पीजीआईएमआर चंडीगढ़ की तर्ज पर आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। यहां पर ऑर्गन ट्रांसप्लांट सुविधा शुरू करने के लिए एक्सपर्ट टीम के साथ विभिन्न विभागों के एक्सपर्ट शनिवार को संस्थान में मंथन करेंगे। संस्थान में ट्रॉमा सेंटर बनने के बाद इस विंग को बनाने की उम्मीद भी अधिक बढ़ गई है।
संस्थान इस अहम प्रोजेक्ट को स्टेट ऑर्गन एंड टिस्सू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन की मदद से शुरू करने की तैयारी में है। इसमें यूरोलोजी, गेस्ट्रोएंट्रोलोजी, एनस्थिसिया, मेडिसन, सर्जरी, माइक्रोबायोलोजी, रेडियोलोजी, पैथोलोजी विभागों के एक्सपर्ट शिरकत करेंगे। इसे मोहन फाउंडेशन संस्था के डॉ. सुनील सिरोफ संचालित कर रहे हैं। चेन्नई का यह संस्थान ब्रेन डेड मरीजों के तीमारदारों को उनका ऑर्गन दान करने के लिए जागरूक करता है। पीजीआई रोहतक के वीसी डॉ. ओपी कालरा ने बताया कि संस्थान में जल्द ही लीवर व किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू करने की तैयारी है। जब तक यह सुविधा शुरू नहीं होती तब तक ऑर्गन लेने की शुरुआत की जाएगी। इससे जरूरत के हिसाब से ऑर्गन को गुरुग्राम व दिल्ली तक जरूरतमंद की मदद के लिए पहुंचाया जा सकेगा। डॉ. सुनील ऑर्गन ट्रांसप्लांट को शुरू करने से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा बैठक में आईसीयू, न्यूरोलोजी, पीसीसीएम आदि विभाग में संभावनाएं तलाशी जाएंगी। वहीं डॉ. वरुण अरोड़ा ने बताया कि संस्थान में तैयार हो रहे दो आधुनिक ऑपरेशन थियेटर ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए निर्धारित हैं। यहां पीसीसीएम, एनेस्थिसिया, न्यूरोलोजी, फोरेंसिक मेडिसन, माइक्रोबायोलोजी, पैथोलोजी, रेडियोलोजी आदि विभाग की अहम भूमिका होगी। गौरतलब है कि ऑर्गन को फ्लयूड में रख कर छह घंटे तक ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है। ऑर्गन डोनेट ब्रेन डेड और जीवित व्यक्ति दोनों कर सकते हैं। ब्रेन डेड से लीवर, किडनी, आंखें और जीवित व्यक्ति से आधा लीवर व एक किडनी ली जा सकती है।
आईएसीटीएस टेक्नो कॉलेज कार्डियक सीएमई-2019 आज से
संस्थान में आईएसीटीएस टेक्नो कॉलेज कार्डियक सीएमई-2019 के तहत 25 व 26 मई दो दिन शार्टेज ऑफ ट्रेंड स्पेशिलिस्ट मेडिकल मैनपावर इन इंडिया : पॉसिबल सोल्युशनस सिम्पोजियम का आयोजन होगा। इसमें प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के अधिकारी सहित कई अस्पतालों के अधिकारी हिस्सा लेंगे। कार्डिक सर्जन डॉ. एसएस लोहचब ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि डॉ. विनोद पॉल उपस्थित होंगे और विशिष्ट अतिथि के रूप में एनएबीएच से डॉ. रश्मि कांत दूबे, प्रो. राजा बाबू कुमार उपस्थित होंगे।
कुलपति ने गिनवाईं उपलब्धियां
-अगले सप्ताह जल्द ही शुरू होगी कैथ लैब, दिल के मरीजों को मिलेगा लाभ।
-न्यूरोसर्जरी में एमसीएच कोर्स शुरू, मिली अनुमति।
-देश के 50 मेडिकल कॉलेज को संस्थान से करेंगे विडियो लिंक
-संस्थान में होगा ई-क्लास रूम, विद्यार्थी कर सकेंगे सवाल-जवाब
-ट्रामा सेंटर में एसी सुविधा, सीटी स्कैन, एमसीएच का करेंगे एचएम शुभारंभ
-चार जून फाउंडेशन डे पर एचएम व एसीएस अमित झा होंगे संस्थान में
रोहतक। पीजीआईएमएस रोहतक पीजीआईएमआर चंडीगढ़ की तर्ज पर आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। यहां पर ऑर्गन ट्रांसप्लांट सुविधा शुरू करने के लिए एक्सपर्ट टीम के साथ विभिन्न विभागों के एक्सपर्ट शनिवार को संस्थान में मंथन करेंगे। संस्थान में ट्रॉमा सेंटर बनने के बाद इस विंग को बनाने की उम्मीद भी अधिक बढ़ गई है।
संस्थान इस अहम प्रोजेक्ट को स्टेट ऑर्गन एंड टिस्सू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन की मदद से शुरू करने की तैयारी में है। इसमें यूरोलोजी, गेस्ट्रोएंट्रोलोजी, एनस्थिसिया, मेडिसन, सर्जरी, माइक्रोबायोलोजी, रेडियोलोजी, पैथोलोजी विभागों के एक्सपर्ट शिरकत करेंगे। इसे मोहन फाउंडेशन संस्था के डॉ. सुनील सिरोफ संचालित कर रहे हैं। चेन्नई का यह संस्थान ब्रेन डेड मरीजों के तीमारदारों को उनका ऑर्गन दान करने के लिए जागरूक करता है। पीजीआई रोहतक के वीसी डॉ. ओपी कालरा ने बताया कि संस्थान में जल्द ही लीवर व किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू करने की तैयारी है। जब तक यह सुविधा शुरू नहीं होती तब तक ऑर्गन लेने की शुरुआत की जाएगी। इससे जरूरत के हिसाब से ऑर्गन को गुरुग्राम व दिल्ली तक जरूरतमंद की मदद के लिए पहुंचाया जा सकेगा। डॉ. सुनील ऑर्गन ट्रांसप्लांट को शुरू करने से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा बैठक में आईसीयू, न्यूरोलोजी, पीसीसीएम आदि विभाग में संभावनाएं तलाशी जाएंगी। वहीं डॉ. वरुण अरोड़ा ने बताया कि संस्थान में तैयार हो रहे दो आधुनिक ऑपरेशन थियेटर ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए निर्धारित हैं। यहां पीसीसीएम, एनेस्थिसिया, न्यूरोलोजी, फोरेंसिक मेडिसन, माइक्रोबायोलोजी, पैथोलोजी, रेडियोलोजी आदि विभाग की अहम भूमिका होगी। गौरतलब है कि ऑर्गन को फ्लयूड में रख कर छह घंटे तक ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है। ऑर्गन डोनेट ब्रेन डेड और जीवित व्यक्ति दोनों कर सकते हैं। ब्रेन डेड से लीवर, किडनी, आंखें और जीवित व्यक्ति से आधा लीवर व एक किडनी ली जा सकती है।
आईएसीटीएस टेक्नो कॉलेज कार्डियक सीएमई-2019 आज से
संस्थान में आईएसीटीएस टेक्नो कॉलेज कार्डियक सीएमई-2019 के तहत 25 व 26 मई दो दिन शार्टेज ऑफ ट्रेंड स्पेशिलिस्ट मेडिकल मैनपावर इन इंडिया : पॉसिबल सोल्युशनस सिम्पोजियम का आयोजन होगा। इसमें प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के अधिकारी सहित कई अस्पतालों के अधिकारी हिस्सा लेंगे। कार्डिक सर्जन डॉ. एसएस लोहचब ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि डॉ. विनोद पॉल उपस्थित होंगे और विशिष्ट अतिथि के रूप में एनएबीएच से डॉ. रश्मि कांत दूबे, प्रो. राजा बाबू कुमार उपस्थित होंगे।
कुलपति ने गिनवाईं उपलब्धियां
-अगले सप्ताह जल्द ही शुरू होगी कैथ लैब, दिल के मरीजों को मिलेगा लाभ।
-न्यूरोसर्जरी में एमसीएच कोर्स शुरू, मिली अनुमति।
-देश के 50 मेडिकल कॉलेज को संस्थान से करेंगे विडियो लिंक
-संस्थान में होगा ई-क्लास रूम, विद्यार्थी कर सकेंगे सवाल-जवाब
-ट्रामा सेंटर में एसी सुविधा, सीटी स्कैन, एमसीएच का करेंगे एचएम शुभारंभ
-चार जून फाउंडेशन डे पर एचएम व एसीएस अमित झा होंगे संस्थान में